अभिषेक जायसवाल, वाराणसी
गंगा-जमुनी तहजीब के लिए मशहूर काशी में मंदिरों के बाद अब मस्जिद भी खुल गए हैं। कोरोना काल में पूरे सात महीने बाद वाराणसी के मस्जिदों में जिला प्रशासन ने शर्तो के साथ नमाज पढ़ने की छूट दे दी है। शुक्रवार को शहर के तमाम मस्जिदों में नमाजियों ने जुमे की नमाज अदा की ।
वाराणसी के नदेसर मस्जिद में मॉस्क और हैंड सैनीटाइजेशन के बाद ही नमाजियों को मस्जिद में प्रवेश मिला। मस्जिद में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए नमाजियों ने सामूहिक नमाज अदा की। नमाजी रेहान खान ने बताया कि सात महीने के बाद मस्जिद में खुदा की इबादत कर दिल को सुकून मिला है। हम लोगों ने खुदा से ये इबादत की है कि जल्द से जल्द हमारे मुल्क को इस महामारी से निजात मिले। वहीं, दूसरे नमाजी शकील अहमद ने बताया कि मस्जिदों को खोलने के लिए सरकार का शुक्रिया अदा किया।
सिर्फ 100 लोगों को अनुमति
लॉकडाउन के बाद अनलॉक की ओर बढ़ते कदम के बीच वाराणसी के जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने एक साथ 100 लोगों को मस्जिद में इबादत की अनुमति दी है। इससके तहत शुक्रवार को मस्जिदें एक बार फिर नमाजियों से गुलजार दिखीं।
गंगा-जमुनी तहजीब के लिए मशहूर काशी में मंदिरों के बाद अब मस्जिद भी खुल गए हैं। कोरोना काल में पूरे सात महीने बाद वाराणसी के मस्जिदों में जिला प्रशासन ने शर्तो के साथ नमाज पढ़ने की छूट दे दी है। शुक्रवार को शहर के तमाम मस्जिदों में नमाजियों ने जुमे की नमाज अदा की ।
वाराणसी के नदेसर मस्जिद में मॉस्क और हैंड सैनीटाइजेशन के बाद ही नमाजियों को मस्जिद में प्रवेश मिला। मस्जिद में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए नमाजियों ने सामूहिक नमाज अदा की। नमाजी रेहान खान ने बताया कि सात महीने के बाद मस्जिद में खुदा की इबादत कर दिल को सुकून मिला है। हम लोगों ने खुदा से ये इबादत की है कि जल्द से जल्द हमारे मुल्क को इस महामारी से निजात मिले। वहीं, दूसरे नमाजी शकील अहमद ने बताया कि मस्जिदों को खोलने के लिए सरकार का शुक्रिया अदा किया।
सिर्फ 100 लोगों को अनुमति
लॉकडाउन के बाद अनलॉक की ओर बढ़ते कदम के बीच वाराणसी के जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने एक साथ 100 लोगों को मस्जिद में इबादत की अनुमति दी है। इससके तहत शुक्रवार को मस्जिदें एक बार फिर नमाजियों से गुलजार दिखीं।