वाराणसी
उत्तर प्रदेश में शहरों व रेलवे स्टेशनों के नाम बदलने की कवायद के बीच जल्द ही एक और रेलवे स्टेशन का नाम बदला हुआ मिलेगा। पीएम के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के मंडुआडीह रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर 'बनारस' रखा जाएगा।
मंडुआडीह रेलवे स्टेशन का नाम परिवर्तित करके बनारस रखने की मांग पिछले दो साल से सोशल मीडिया के साथ कई संगठन उठा रहे थे। इसका नाम परिवर्तित करने का संघर्ष अब मुकाम पर पहुंचने वाला है। पीएम नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में केंद्रीय रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा ने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मंडुआडीह स्टेशन का नाम बनारस के रूप में परिवर्तित करने का अनुरोध किया है।
पीएम के संसदीय क्षेत्र में वाराणसी जंक्शन के अलावा वाराणसी सिटी, काशी के नाम से रेलवे स्टेशन पहले से मौजूद है। मंडुआडीह स्टेशन का नाम बदलने की मांग दो साल पहले पत्रकार व समाजसेवी असद कमाल लारी ने सोशल मीडिया पर छेड़ा था। उनकी मांग के साथ लोगों को बढ़ता समर्थन देखकर केंद्र सरकार ने नाम बदलने का निर्णय किया है। मंगलवार को इसका संकेत पीएम की माौजूदगी में औढ़े में आयोजित जनसभा के दौरान रेल राज्यमंत्री ने दे दिया। उनकी इस घोषणा को असदकमाल लारी ने कहा कि यह बनारस की जनता की जीत है।
आपको बता दें कि रेलवे इसके पहले मुगलसराय जंक्शन का नाम पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन कर चुकी है। प्रदेश सरकार कुंभ के श्रीगणेश से पहले ही इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज व फैजाबाद जिले का नाम बदलकर अयोध्या कर चुकी है।
उत्तर प्रदेश में शहरों व रेलवे स्टेशनों के नाम बदलने की कवायद के बीच जल्द ही एक और रेलवे स्टेशन का नाम बदला हुआ मिलेगा। पीएम के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के मंडुआडीह रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर 'बनारस' रखा जाएगा।
मंडुआडीह रेलवे स्टेशन का नाम परिवर्तित करके बनारस रखने की मांग पिछले दो साल से सोशल मीडिया के साथ कई संगठन उठा रहे थे। इसका नाम परिवर्तित करने का संघर्ष अब मुकाम पर पहुंचने वाला है। पीएम नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में केंद्रीय रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा ने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मंडुआडीह स्टेशन का नाम बनारस के रूप में परिवर्तित करने का अनुरोध किया है।
पीएम के संसदीय क्षेत्र में वाराणसी जंक्शन के अलावा वाराणसी सिटी, काशी के नाम से रेलवे स्टेशन पहले से मौजूद है। मंडुआडीह स्टेशन का नाम बदलने की मांग दो साल पहले पत्रकार व समाजसेवी असद कमाल लारी ने सोशल मीडिया पर छेड़ा था। उनकी मांग के साथ लोगों को बढ़ता समर्थन देखकर केंद्र सरकार ने नाम बदलने का निर्णय किया है। मंगलवार को इसका संकेत पीएम की माौजूदगी में औढ़े में आयोजित जनसभा के दौरान रेल राज्यमंत्री ने दे दिया। उनकी इस घोषणा को असदकमाल लारी ने कहा कि यह बनारस की जनता की जीत है।
आपको बता दें कि रेलवे इसके पहले मुगलसराय जंक्शन का नाम पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन कर चुकी है। प्रदेश सरकार कुंभ के श्रीगणेश से पहले ही इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज व फैजाबाद जिले का नाम बदलकर अयोध्या कर चुकी है।