‘संकल्प दिवस’ के रूप में मनाए गए अपने जन्मदिन के मौके पर यहां सीमाद्वार में आइटीबीपी द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में धामी ने जवानों और विद्यार्थियों के बीच केक काटा। कार्यक्रम में धामी ने कहा कि सैन्य बलों एवं विद्यार्थियों से जुड़े कार्यक्रम उन्हें हमेशा नई ऊर्जा देते हैं।
उन्होंने कहा कि हमारे जवान देश की सुरक्षा से लेकर जन सेवा तक के कार्य के लिए हर क्षण तत्पर रहते हैं। उन्होंने कहा कि सैनिकों एवं उनके परिवार का जीवन हमेशा संघर्ष से भरा रहता है।
कार्यक्रम में आइटीबीपी के महानिरीक्षक नीलाभ किशोर और जवानों तथा अन्य अधिकारियों समेत केंद्रीय विद्यालय के बच्चे भी मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय दृष्टि दिव्यांगजन सशक्तिकरण संस्थान (एनआइवीएच) में जाकर दिव्यांग बच्चों से भी भेंट की और उनके साथ अपना जन्मदिन मनाया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने संस्थान को 25 लाख रुपये देने की भी घोषणा की।
सोशल मीडिया पर इसकी तस्वीरें साझा करते हुए मुख्यमंत्री ने लिखा, ‘‘दिव्यांग बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए हम निरंतर कार्य कर रहे हैं। बच्चों से मिलना सदैव आत्मीय शांति और संतोष का अनुभव कराता है।’’
कार्यक्रम के दौरान उन्होंने बच्चों का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि संकल्पशक्ति एवं इच्छाशक्ति के बल पर हम सब कुछ प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि दिव्यांगजनों को केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा हर संभव सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि आज दिव्यांग अनेक क्षेत्र में अपनी प्रतिभा के दम पर सराहनीय कार्य कर रहे हैं।
प्रदेश के सबसे युवा मुख्यमंत्री को सुबह से ही उनके आवास पर पहुंचकर विधायकों और मंत्रियों समेत अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं, सोशल मीडिया पर भी उनके लिए बधाइयों का सिलसिला जारी रहा।