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राष्ट्रपति ने जताई गंगा के संरक्षण और अविरलता के लिए भागीरथ प्रयासों की जरूरत

राष्ट्रपति कोविंद तीर्थनगरी हरिद्वार के हरकी पैड़ी पहुंचे यहां मां गंगा की पूजा अर्चना की तथा मां गंगा से आर्शीवाद लिया। इसके बाद राष्ट्रपति कुष्ठ रोगियों एवं उनके बच्चों की देखभाल तथा इलाज के लिए काम कर रहे हरिद्वार चण्डीघाट स्थित दिव्य प्रेम सेवा मिशन द्वारा आयोजित अभिनन्दन समारोह में पहुंचे।

नवभारत टाइम्स 24 Sep 2017, 11:26 am
देहरादून
नवभारतटाइम्स.कॉम Kovind
हरिद्वार पहुंचे कोविंद

शनिवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद तीर्थनगरी हरिद्वार के हरकी पैड़ी पहुंचे यहां मां गंगा की पूजा अर्चना की तथा मां गंगा से आर्शीवाद लिया। इसके बाद राष्ट्रपति कुष्ठ रोगियों एवं उनके बच्चों की देखभाल तथा इलाज के लिए काम कर रहे हरिद्वार चण्डीघाट स्थित दिव्य प्रेम सेवा मिशन द्वारा आयोजित अभिनन्दन समारोह में पहुंचे।

अभिनन्दन समारोह को सम्बोधित करते हुए राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द ने कहा कि नर सेवा-नारायण सेवा हरिद्वार को देभवूभि तथा मां गंगा की तपस्थली बताते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि भारत देश की वास्तविक पहचान गंगा से है। जिन भागीरथ प्रयासों से गंगा हमारे बीच विद्यमान है वही भागीरथ प्रयास गंगा की निर्मलता और अविलरता और संरक्षण के लिए किए जाने की जरूरत है।

उन्होंने कहा कि गंगा केवल सरकारी प्रयासों से नहीं, बल्कि समाज की जागृति से बचेगी और स्वच्छ एवं निर्मल होगी। इस बात को ध्येय बनाकर काम कर रहे तथा राष्ट्र निर्माण को समर्पित दिव्य पे्रम सेवा मिशन की कार्यशैली वास्तव में प्रभावी है, इसलिए वे विगत 20 बर्षों से मिशन से जुड़े हुए हैं। यह संस्था गरीब असहाय कुष्ठ रोग से पीड़ित लोगों की सेवा के साथ-साथ उनके परिवार व बच्चों को साथ में लेकर राष्ट्र निर्माण में जुटी हुई है। राष्ट्रपति के आगमन पर पुलिस, प्रशासन द्वारा बारिश की प्रतिकूल परिस्थितियों में भी मुस्तैदी की सराहना की। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति पूर्ण निष्ठा से अपना कार्य करते हैं वे सच्चे राष्ट्रनिर्माता होते हैं।

उन्होंने उत्तराखण्ड की विशेषताओं को गिनाते हुए कहा कि उत्तराखण्ड में गंगोत्री, यमनोत्री, केदार नाथ, बद्रीनाथ,ऋषिकेश हरिद्वार की देवभूमि बड़ी पवित्र व अध्यात्म की तपस्थली है। हरिद्वार में विश्व स्तर पर अपनी पहचान बनाने वाला कुम्भ मेला तो वहीं आधुनिक विकास की भूमिका में अपनी पहचान बनाने वाला 1847 में स्थापित आईआईटी रुड़की, आईएमए देहरादून, ओएनजीसी, के अलावा यहां के व्यक्तियों में गोबिन्द बल्लभ पंत, सुन्दर लाल बहुगुणा, नारायण दत्त तिवारी का उत्तराखण्ड के विकास में विशेष योगदान अविस्मरणीय है।

राष्ट्रपति को गंगाजली व रूद्राक्ष की माला भेंट कर विधान सभा अध्यक्ष प्रेम चन्द्र अग्रवाल ने उनका स्वागत किया। इस मौके पर आचार्य बालकृष्ण एवं आशीष गौतम ने महामहिम व उनकी धर्मपत्नी को गंगाजली, रूद्राक्ष माला एवं शॉल भेंट किया।

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