देहरादून
उत्तराखंड में गौ तस्करी की बढ़ती शिकायतों को देखते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने डीजीपी अनिल कुमार रतूड़ी को स्पेशल स्क्वॉड बनाने का निर्देश दिया है। यह स्क्वॉड हरिद्वार और आसपास के इलाकों में मवेशी तस्करी की शिकायतों की जांच करेगा।
गौ तस्करी की सबसे अधिक शिकायतें हरिद्वार से ही मिली हैं। कथित रूप से इन इलाकों में गायों और सांडों की गैरकानूनी रूप से खरीद-बिक्री हो रही है। यह स्पेशल स्क्वॉड यूपी-उत्तराखंड बॉर्डर की भी गिगरानी करेगा, जहां गैरकानूनी रूप से मवेशियों की तस्करी की जाती है।
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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद गढ़वाल और कुमाऊं में दो स्क्वॉड का गठन कर दिया गया है। इस स्क्वॉड में दो इंस्पेक्टर, चार सब-इंस्पेक्टर, दो हेड कॉन्स्टेबल, दो पुलिस जवान, दो बोलेरो, एक वायरलेस सेट के अलावा कुछ और पुलिसकर्मी होंगे।
यह गौ तस्करी से जुड़ी हर गतिविधियों पर पैनी नजर रखेगा। इसका मुख्यालय कुमाऊं इलाके में ऊधमसिंहनगर और गढ़वाल में हरिद्वार को बनाया गया है।
उत्तराखंड में गौ तस्करी की बढ़ती शिकायतों को देखते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने डीजीपी अनिल कुमार रतूड़ी को स्पेशल स्क्वॉड बनाने का निर्देश दिया है। यह स्क्वॉड हरिद्वार और आसपास के इलाकों में मवेशी तस्करी की शिकायतों की जांच करेगा।
गौ तस्करी की सबसे अधिक शिकायतें हरिद्वार से ही मिली हैं। कथित रूप से इन इलाकों में गायों और सांडों की गैरकानूनी रूप से खरीद-बिक्री हो रही है। यह स्पेशल स्क्वॉड यूपी-उत्तराखंड बॉर्डर की भी गिगरानी करेगा, जहां गैरकानूनी रूप से मवेशियों की तस्करी की जाती है।
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यह गौ तस्करी से जुड़ी हर गतिविधियों पर पैनी नजर रखेगा। इसका मुख्यालय कुमाऊं इलाके में ऊधमसिंहनगर और गढ़वाल में हरिद्वार को बनाया गया है।