ऋषिकेश: अंकिता भंडारी (ankita bhandari) हत्याकांड में पटवारी वैभव प्रताप (vaibhav pratap) को एसआईआईटी ने अरेस्ट कर लिया है। उसकी भूमिका संदिग्ध मिलने पर उसे गिरफ्तार किया गया है। इससे पहले उसे इस कांड में लापरवाही बरतने पर सस्पेंड कर दिया गया था। सीएम पुष्कर सिंह धामी इस मामले की जांच के लिए आईपीएस पी रेणुका देवी की अगुआई में एसआईटी टीम गठित कर चुके हैं। बताया जा रहा है कि जल्द ही कुछ और लोग अरेस्ट हो सकते हैं। अभी तक की जांच में यह बात सामने आई कि अंकिता के पिता जब सबसे पहले राजस्व पुलिस व्यवस्था के स्थानीय पटवारी और रेवेन्यू इंस्पेक्टर वैभव प्रताप सिंह के पास गुमशुदगदी की रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंचे तो उनकी सुनवाई नहीं हुई है। शिकायत पर रिपोर्ट तक दर्ज नहीं की गई।
छुट्टी ले गया था पटवारी
इस मामले में पटवारी वैभव ने बताया था कि बीते 19 सितंबर की रात को दो बजे पुलकित आर्य (pulkit arya) उसके पास आया था और अंकिता के गायब होने की खबर दी थी। इस पर उसने यह कहकर एफआईआर दर्ज नहीं की कि लापता होने के 24 घंटे बाद ही रिपोर्ट दर्ज की जा सकती है। वैभव ने बताया कि उन्होंने पुलकित को सलाह दी कि वह इस बारे में अंकिता के पिता को सूचित करे। हालांकि, उसने पहचान के लिए अंकिता का फोटो या फिर आधार कार्ड मांगा। इसके बाद वह तहसीलदार से अप्रूवल मिलने के बाद छुट्टी पर चला गया।
आज ही मिला है एक मोबाइल शुक्रवार को ही जांच टीम को चीला नहर के पास से एक मोबाइल मिला है। इसे जांच के लिए फरेंसिक लैब में भेजा गया है। अभी तक जांच कर रही एसआईटी को अंकिता का मोबाइल नहीं मिला है। अगर यह मोबाइल अंकिता का हुआ तो एसआईटी को कई अहम सुराग मिल सकते हैं। हालांकि, इस मामले के मुख्य आरोपी पुलकित आर्य का भी एक मोबाइल गायब बताया जा रहा है। यह जांच के बाद ही पता चलेगा कि मिला मोबाइल किसका है। अगर यह घटना से जुडे़ किसी व्यक्ति का होगा तो बड़ा खुलासा हो सकता है।
छुट्टी ले गया था पटवारी
इस मामले में पटवारी वैभव ने बताया था कि बीते 19 सितंबर की रात को दो बजे पुलकित आर्य (pulkit arya) उसके पास आया था और अंकिता के गायब होने की खबर दी थी। इस पर उसने यह कहकर एफआईआर दर्ज नहीं की कि लापता होने के 24 घंटे बाद ही रिपोर्ट दर्ज की जा सकती है। वैभव ने बताया कि उन्होंने पुलकित को सलाह दी कि वह इस बारे में अंकिता के पिता को सूचित करे। हालांकि, उसने पहचान के लिए अंकिता का फोटो या फिर आधार कार्ड मांगा। इसके बाद वह तहसीलदार से अप्रूवल मिलने के बाद छुट्टी पर चला गया।
आज ही मिला है एक मोबाइल शुक्रवार को ही जांच टीम को चीला नहर के पास से एक मोबाइल मिला है। इसे जांच के लिए फरेंसिक लैब में भेजा गया है। अभी तक जांच कर रही एसआईटी को अंकिता का मोबाइल नहीं मिला है। अगर यह मोबाइल अंकिता का हुआ तो एसआईटी को कई अहम सुराग मिल सकते हैं। हालांकि, इस मामले के मुख्य आरोपी पुलकित आर्य का भी एक मोबाइल गायब बताया जा रहा है। यह जांच के बाद ही पता चलेगा कि मिला मोबाइल किसका है। अगर यह घटना से जुडे़ किसी व्यक्ति का होगा तो बड़ा खुलासा हो सकता है।