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Uttarakhand Rescue Operation: तपोवन सुरंग में घुमावदार मोड़ से रेस्क्यू हुआ धीमा, NTPC के 93 मजदूर लापता

उत्तराखंड के चमोली में रविवार को आई बाढ़ के बाद से लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। तपोवन सुरंग में फंसे 35 लोगों को बचाने के लिए सेना, आईटीबीपी, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें डटी हैं। पढ़िए ताजा अपडेट्स-

नवभारतटाइम्स.कॉम 9 Feb 2021, 3:51 pm
उत्तराखंड में चमोली स्थित तपोवन सुरंग में फंसे मजदूरों को बचाने के लिए लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है। सुरंग में घुमावदार मोड़ होने के चलते अभियान धीमा हुआ है। हालांकि ड्रिल करके और रस्सी के सहारे आगे पहुंचने के प्रयास किए जा रहे हैं। यहां अभी भी 35 लोग फंसे बताए जा रहे हैं। अभी तक किसी से संपर्क नहीं हो पाया है। उत्तराखंड में ग्लेशियर आपदा में मरने वालों की संख्या पांच और शव बरामद होने के बाद बढ़कर 31 हो गई जबकि 171 लापता हैं। पढ़िए रेस्क्यू ऑपरेशन के बड़े अपडेट्स-
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Uttarakhand Rescue Operation: तपोवन सुरंग में घुमावदार मोड़ से रेस्क्यू हुआ धीमा, NTPC के 93 मजदूर लापता


सुरंग में जाने का वैकल्पिक रास्ता खोज रहे इंजीनियर

उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने बताया, '30 शव अब तक बरामद हो चुके हैं। सर्च ऑपरेशन जारी है। मलबा हटाने में ठीक कितना वक्त लगेगा, यह हम नहीं बता सकते क्योंकि सुरंग में 90 डिग्री का मोड़ है। हमने अपने प्रॉजेक्ट इंजीनियर से वैकल्पिक रास्ता खोजने को कहा है। हम इसकी कोशिश आज ही करेंगे। यह मत सोचिए कि सुरंग ढाई किमी लंबी है तो वहां ऑक्सिजन और पानी की कमी है।'

मृतकों के परिजनों को 20 लाख रुपये का मुआवजा

केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने बताया, 'एनटीपीसी के 93 मजदूर लापता हैं। 39 सुरंग में फंसे हैं। हम उन तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं। हम हिमस्खलन को लेकर एहतियातन तौर पर अर्ली वार्निंग सिस्टम लगाने की योजना बना रहे हैं। मृतकों के परिजनों के 20 लाख रुपये की आर्थिक मदद दी जाएगी।'

सुरंग में नापा जा रहा है पानी

आईटीबीपी, सेना, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की जॉइंट टीम तपोवन सुरंग में प्रवेश करक जलस्तर चेक कर रहे हैं। सुरंग में काफी मलबा साफ किया जा चुका है और फंसे मजदूरों को बाहर निकालने की हर कोशिश की जा रही है।

तपोवन और ग्लेशियर के रेकी के लिए रवाना हुए साइंटिस्ट

तीसरे दिन के ऑपरेशन की शुरुआत हो गई है। एनडीआरएफ जवानों को लेकर एमआई-17 हेलिकॉप्टर देहरादून से जोशीमठ के लिए उड़ान भर चुका है। वहीं डीआरडीओ के डीजीआरई साइंटिस्ट टीम भी तपोवन इलाके और ग्लेशियर की रेकी के लिए रवाना हो गई है।

सीएम त्रिवेंद्र रावत ने प्रभावित इलाके का लिया जायजा

जान बचाने के लिए 3-4 घंटे लोहे की छड़ से लटके रहे

उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने आपदा के दूसरे दिन प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया। इससे पहले उन्होंने जोशीमठ में आईटीबीपी अस्पताल में घायलों से मुलाकात की। सीएम रावत ने बताया कि छोटी सुरंग से बचाए गए 12 लोग यहां भर्ती हैं। घायलों को शरीर में दर्द की शिकायत है। मलबे और पानी से बचने के लिए ये 3 से 4 घंटे तक लोहे की छड़ी के सहारे लटके रहे। डॉक्टर ने कहा है कि ये जल्द ही ठीक हो जाएंगे।

मौत के अंधेरे में जिंदगी बचाने की कोशिश

12 बजे तक रास्ता साफ होने की उम्मीद

तपोवन में रात भर रेस्क्यू ऑपरेशन जारी रहा NDRF, SDRF और ITBP की टीम लगातार सुरंग से मलबा निकालने की कोशिश कर रही है। डीजीपी ने बताया कि सुरंग में रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। उम्मीद है कि मंगलवार को 12 बजे तक रास्ता पूरी तरह साफ हो जाएगा।

Video-Chamoli Glacier Burst Update: उत्तराखंड DGP ने बताया, लापता लोग कौन, कहां के रहने वाले

'सुरंग से अभी तक कोई संपर्क नहीं'

आईटीबीपी देहरादून की डीआईजी सेक्टर हेडक्वार्टर अपर्णा कुमार ने बताया, 'रेस्क्यू ऑपरेशन रातभर चलाया गया और अभी भी जारी है। काफी मलबा हटा दिया गया है लेकिन अभी तक किसी से संपर्क नहीं हो सका है।'

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