मुख्यमंत्री रावत ने मां गंगा से प्रदेशवासियों की खुशहाली और सुख-समृद्धि की कामना भी की। इस अवसर पर श्री गंगा सभा के पदाधिकारियों ने भी मुख्यमंत्री का गंगाजली, प्रसाद और चुनरी भेंट कर स्वागत किया।
रावत ने कहा कि आज कुंभ का प्रथम शाही स्नान है जिसे विशेष बनाने के लिए सभी साधु-संतों का पुष्पवर्षा कर स्वागत किया गया।
उन्होंने कहा कि महाशिवरात्रि पर गंगा स्नान करने के लिए श्रद्धालु रात से ही जुटने लगे थे और सुबह तक आम श्रद्धालुओं के स्नान करने के बाद अखाड़े के साधु-संतों का शाही स्नान हुआ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कुंभ में जनता के लिए कोई भी रोक-टोक नहीं है और किसी से भी सख्ती नहीं की जाएगी लेकिन उन्होंने जनता से इस दौरान कोविड—19 से बचाव के लिए मास्क पहनने तथा दो गज की दूरी रखने जैसे सभी दिशा निर्देशों का पालन करने की अपील की।
उन्होंने कहा, ‘‘दिव्य, भव्य और सुरक्षित कुंभ के आयोजन के लिए हमारी सरकार प्रतिबद्ध है।’’