कोलकाता
पश्चिम बंगाल की भवानीपुर सीट पर ममता बनर्जी से मुकाबले के लिए बीजेपी ने प्रियंका टिबरीवाल पर दांव लगाया है। नाम घोषित किए जाते ही प्रियंका ने ममता पर निशाना साधना शुरू कर दिया है। शुक्रवार को प्रियंका ने दावा किया कि वह भवानीपुर में पैदा हुई हैं न कि ममता बनर्जी। इस सीट पर 30 सितंबर को उपचुनाव होने हैं। ममता बनर्जी के 'बांग्ला नाइजेर मेयेकेई छाये' (बंगाल अपनी बेटी चाहता है) कैंपेन पर प्रहार करते हुए प्रियंका ने भबानीपुर नाइजेर मेयेकेई छाये का नारा देना शुरू किया है। प्रियंका टिबरीवाल से जब पूछा गया कि उपचुनाव में उनका स्लोगन क्या रहेगा, तो उन्होंने कहा, 'मैं भवानीपुर में पैदा हुई हूं, ममता वहां पैदा नहीं हुई हैं।'
ममता ने नामांकन दाखिल किया
ममता बनर्जी ने शुक्रवार को भवानीपुर क्षेत्र से नामांकन दाखिल किया। भवानीपुर को ममता का गढ़ कहा जाता है क्योंकि वह यहां से दो बार विधायक रह चुकी हैं। नंदीग्राम में सुवेंदु अधिकारी से चुनाव हारने के बाद ममता भवानीपुर से उपचुनाव में खड़ी हुई हैं। यह चुनाव ममता के लिए बेहद अहम है क्योंकि मुख्यमंत्री पद पर बने रहने के लिए उनका विधानसभा का सदस्य होना जरूरी है।
प्रियंका टिबरीवाल ने कहा, 'मेरे सामने जो उम्मीदवार (ममता बनर्जी) है, वह चुनाव हार चुका है, इसलिए भवानीपुर में उपचुनाव हो रहे हैं। वे (टीएमसी) भवानीपुर पहले ही जीत चुके हैं लेकिन लोकतंत्र या लोगों की चिंता नहीं है उन्हें।'
'टीएमसी को जनादेश की चिंता नहीं'
पश्चिम बंगाल के कृषि मंत्री सोवनदेव चट्टोपाध्याय ने ममता बनर्जी के लिए भवानीपुर सीट छोड़ दी थी। टिबरीवाल ने कहा, 'लोगों ने टीएमसी के उम्मीदवार को जनादेश दिया था लेकिन ममता बनर्जी ने इसके आगे जाकर विजयी उम्मीदवार को हटा दिया क्योंकि वह खुद चुनाव लड़ना चाहती थीं। ये यहां के लोकतंत्र की स्थिति है। उन्हें लोगों के विचार और वोटों का सम्मान नहीं है।'
30 सितंबर को वोटिंग, 3 अक्टूबर को आएंगे नतीजे
30 सितंबर को भवानीपुर के साथ-साथ समसेरगंज और जंगीपुर निर्वाचन क्षेत्र में उपचुनाव होंगे। मतगणना 3 अक्टूबर को होगी। इस सीट पर कांग्रेस ने वॉकओवर किया है। वहीं बीजेपी और टीएमसी के बीच यह चुनाव नाक की लड़ाई बन गया है।
पश्चिम बंगाल की भवानीपुर सीट पर ममता बनर्जी से मुकाबले के लिए बीजेपी ने प्रियंका टिबरीवाल पर दांव लगाया है। नाम घोषित किए जाते ही प्रियंका ने ममता पर निशाना साधना शुरू कर दिया है। शुक्रवार को प्रियंका ने दावा किया कि वह भवानीपुर में पैदा हुई हैं न कि ममता बनर्जी। इस सीट पर 30 सितंबर को उपचुनाव होने हैं।
ममता ने नामांकन दाखिल किया
ममता बनर्जी ने शुक्रवार को भवानीपुर क्षेत्र से नामांकन दाखिल किया। भवानीपुर को ममता का गढ़ कहा जाता है क्योंकि वह यहां से दो बार विधायक रह चुकी हैं। नंदीग्राम में सुवेंदु अधिकारी से चुनाव हारने के बाद ममता भवानीपुर से उपचुनाव में खड़ी हुई हैं। यह चुनाव ममता के लिए बेहद अहम है क्योंकि मुख्यमंत्री पद पर बने रहने के लिए उनका विधानसभा का सदस्य होना जरूरी है।
प्रियंका टिबरीवाल ने कहा, 'मेरे सामने जो उम्मीदवार (ममता बनर्जी) है, वह चुनाव हार चुका है, इसलिए भवानीपुर में उपचुनाव हो रहे हैं। वे (टीएमसी) भवानीपुर पहले ही जीत चुके हैं लेकिन लोकतंत्र या लोगों की चिंता नहीं है उन्हें।'
'टीएमसी को जनादेश की चिंता नहीं'
पश्चिम बंगाल के कृषि मंत्री सोवनदेव चट्टोपाध्याय ने ममता बनर्जी के लिए भवानीपुर सीट छोड़ दी थी। टिबरीवाल ने कहा, 'लोगों ने टीएमसी के उम्मीदवार को जनादेश दिया था लेकिन ममता बनर्जी ने इसके आगे जाकर विजयी उम्मीदवार को हटा दिया क्योंकि वह खुद चुनाव लड़ना चाहती थीं। ये यहां के लोकतंत्र की स्थिति है। उन्हें लोगों के विचार और वोटों का सम्मान नहीं है।'
30 सितंबर को वोटिंग, 3 अक्टूबर को आएंगे नतीजे
30 सितंबर को भवानीपुर के साथ-साथ समसेरगंज और जंगीपुर निर्वाचन क्षेत्र में उपचुनाव होंगे। मतगणना 3 अक्टूबर को होगी। इस सीट पर कांग्रेस ने वॉकओवर किया है। वहीं बीजेपी और टीएमसी के बीच यह चुनाव नाक की लड़ाई बन गया है।