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Fastag Scam: Smartwatch से Scan करके Paytm से निकल जाते हैं पैसे? यहां जानें पूरी सच्चाई

Fastag Scan को लेकर एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें दावा किया जा रहा है कि Paytm से पैसे निकल जाते हैं। आइये जानते हैं इसकी सच्चाई-

Edited byपुनीत सैनी | नवभारतटाइम्स.कॉम 26 Jun 2022, 10:51 am
नई दिल्ली। इंटरनेट पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रही है। ये वीडियो अपने कंटेंट की वजह से सबका ध्यान खींच रही है। वीडियो में दो युवक गाड़ी में बैठे होते हैं और एक बच्चा उनकी गाड़ी का शीशा साफ करता है। गाड़ी पर लगा Fastag का स्टीकर बच्चे की Smartwatch के पास आता है। इसके बाद बच्चा भागना शुरू कर देता है। गाड़ी में बैठे दोनों युवक दावा करते हैं कि बच्चे ने Smartwatch से Fastag स्कैन कर लिया है और अब Paytm Account से वह खुद पैसे काट लेगा।
नवभारतटाइम्स.कॉम Fastag Scan


अब ये वीडियो फेसबुक, व्हाट्सऐप और ट्विटर पर तेजी से वायरल हो रही है। ये वीडियो देखने के बाद इंटरनेट यूजर्स को काफी चिंता हो गई है। क्योंकि वीडियो में दावा किया जा रहा है कि बच्चे के Smartwatch में Inbuilt Scanner लगा हुआ है जो Fastag Sticker को स्कैन कर लेता है। बाद में लोगों के E-Wallet, Fastag और Paytm से खुद ही पैसे कट जाएंगे। अब इस पर Paytm की सफाई आई है। कंपनी इसे Fake Video करार दिया है।

Paytm ने दी सफाई-

Paytm ने सफाई देते हुए कहा कि ये वीडियो पूरी तरह फेक है और Fastag तकनीक में किसी प्रकार की छेड़छाड़ नहीं हुई है। ट्विटर पर कंपनी ने अपना बयान जारी किया है। इसमें कहा, 'एक वीडियो पेटीएम फास्टैग के बारे में गलत सूचना फैला रहा है जो गलत तरीके से स्मार्टवॉच स्कैनिंग फास्टैग दिखाता है। NETC (नेशनल इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन) के दिशानिर्देशों के अनुसार, FASTag भुगतान कई दौर के परीक्षण के बाद केवल अधिकृत व्यापारियों द्वारा किया जा सकता है। ये पूरी तरह सुरक्षित है।'

क्या होता है Fastag?

Electronic Toll Collection के लिए हर गाड़ी पर Fastag अनिवार्य कर दिया गया है। NPCI और NHAI (नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया) के 23 बैंकों के अधीन Fastag का टैग ईशू किया जाता है। Fastag का मुख्य उद्देश्य Toll Plaza पर मानव हस्तक्षेप को कम करना है। टोल प्लाजा पर गाड़ी पहुंचने के बाद खुद ही भुगतान हो जाता है, लेकिन इसके लिए पहले Fastag रिचार्ज करना अनिवार्य होता है। सरकार ने सभी कमर्शियल और पर्सनल चार पहिया वाहनों के लिए Fastag अनिवार्य कर दिया था। ये नियम फरवरी 2021 से लागू हुआ था।
लेखक के बारे में
पुनीत सैनी
नवभारत टाइम्स में सीनियर डिजिटल कंटेंट प्रोड्यूसर। अभी टेक बीट कवर कर रहे हैं। इससे पहले इंडिया टीवी, जनसत्ता, आजतक और नेटवर्क 18 संस्थानों में बतौर डिजिटल जर्नलिस्ट सेवाएं दे चुके हैं। नई चीजें सीखने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं।... और पढ़ें

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