बौद्ध धर्म की शिक्षा देता है चीन में बना यह रोबॉट भिक्षु
नवभारतटाइम्स.कॉम6 May 2016, 3:10 pm
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बौद्ध धर्म की शिक्षा देने के लिए चीन में बना 'बुद्धू' रोबॉट
चीन में एक रोबॉट भिक्षु बनाया गया है। इसका नाम शानएर (Xian'er) रखा गया है, जिसका शाब्दिक अर्थ हुआ, 'काम का बुद्धू रोबॉट भिक्षु।' पेइचिंग की स्थानीय बोली में 'er' का अर्थ बुद्धू 'होता' है और किसी को प्यार से पुकारने में इसे इस्तेाल किया जाता है।
आगे जानें, आखिर यह भिक्षु करता क्या है...
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यह बुद्धू भिक्षु आखिर है क्या
यह बुद्धू भिक्षु आखिर है क्या?
शानएर दुनिया का पहला रोबॉट भिक्षु है, जिसे लॉन्गकुआन मंदिर ने आर्टिफिशल इंटेलिजेंस (AI) एक्सपर्ट्स के साथ मिलकर डिवेलप किया है।यह आसपास के माहौल का पता लगा सकता है और वॉइस कमांड के जरिए बातचीत कर सकता है।
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धर्म की शिक्षा देने में सक्षम है
धर्म की शिक्षा देने में सक्षम है
शानएर ने भगवे रंग का चोला पहना हुआ है और सिर मुंडा हुआ है। यह बौद्ध मंत्रों का जाप कर सकता है और धर्म की बुनियादी बातों को समझा सकता है।
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ऐसा रोबॉट क्यों बनाया गया?
ऐसा रोबॉट क्यों बनाया गया?
डिवेलपर्स का कहना है कि बुद्धा बॉट को तैयार करने का मकसद उन लोगों तक पहुंच बनाने का है, जो अपनी अंतर आत्मा के बजाय स्मार्टफोन से ज्यादा जुड़े हैं।
शानएर बौद्ध धर्म और 500 साल पुराने मंदिर में रोज होने वाली गतिविधियों से जुड़े 20 आसान सवालों के जवाब दे सकता है। ये जवाब इसके शरीर पर लगे टच स्क्रीन डिस्प्ले पर भी दिखते हैं।
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शियान का मास्टर कौन है?
शानेर का मास्टर कौन है?
अगर शानएर से पूछा जाए कि तुम्हारा मालिक कौन है, वह कहता है- मेरा मालिक ही मेरा मालिक है। दरअसल शियानफियान नाम के एक भिक्षु इसके मालिक कहे जा सकते हैं।
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नया दौर
नए दौर की शुरुआत!
वक्त के साथ चलने में यह रोबॉट बौद्ध धर्म के लिए एक नए दौर के शुरुआत का संकेत है। भिक्षु शियानफियान का कहना है, 'शानएर बौद्ध दर्शन की झलक दिखाता है और यह पारंपरिक बौद्ध धर्म को ज्यादा लोगों तक आसानी से पहुंचाने में मदद कर सकता है।'