नई दिल्ली। अगर आप भी हर रोज कई तरह के गैजेट्स का इस्तेमाल करते हैं तो आपको इनके बारे में पूरी तरह से जानना बेहद जरूरी होता है क्योंकि हमने ऐसा देखा है कि कई ऐसे गैजेट्स हैं जिन्हें लेकर कुछ अफवाहें मार्केट में फैली हुई हैं जिनपर लोग आंख बंद करके विश्वास करते हैं। गैजेट्स से जुड़ी हुई इन अफवाहों के बारे में जानना हर किसी के लिए बेहद जरूरी है। आज हम आपको इन गैजेट्स की असलियत के बारे में बताने जा रहे हैं। सावधान WhatsApp यूजर्स: मैसेज ओपन करने से पहले ही सीन हो रहा है तो खतरे में है आपकी निजी जानकारियां
सिग्नल बार
हर स्मार्टफोन में आपको स्क्रीन में ऊपर की तरफ कुछ बार नजर आते हैं जिन्हें ज्यादातर लोग बेहतरीन नेटवर्क से जोड़कर देखते हैं जबकि असीसा नहीं है। दरअसल इन बार्स का नेट्वर्क से कुछ भी लेना देना नहीं होता है बल्कि ये बार्स नेटवर्क की प्रॉक्सिमिटी बताते हैं। टावर से आप कितनी दूर हैं या कितने पास हैं ये बात आपको इन बार्स से पता चलती है।
Apple कंप्यूटर्स
Apple कंप्यूटर्स को लेकर ये कहा जाता है कि ये वायरस फ्री होते हैं लेकिन सच में ऐसा नहीं होता है। दरअसल ये भी वायरस की चपेट में आते हैं लेकिन अन्य कंपनियों की तुलना में इनमें ऐसा कम होता है।
नॉन स्टॉप चार्जिंग
कहा जाता है कि आप अगर अपने स्मार्टफोन को फुल चार्ज होने के बाद भी चार्जर से अलग नहीं करते हैं तो इससे बैटरी डैमेज हो सकती है तो ऐसा नहीं है क्योंकि हर स्मार्टफोन में एक सिस्टम होता है जो फोन चार्ज होने के बाद इसका कनेक्शन चार्जर से काट देता है।
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किसी भी चार्जर से चार्जिंग
अगर आपको लगता है कि किसी भी फोन के चार्जर से अपने फोन को चार्ज करने से किसी तरह का नुकसान नहीं होता है तो ये गलत है क्योंकि इससे आपके स्मार्टफोन की बैटरी में दिक्कत आ सकती है साथ ही स्मार्टफोन काफी ज्यादा गर्म भी हो सकता है।
सिग्नल बार
हर स्मार्टफोन में आपको स्क्रीन में ऊपर की तरफ कुछ बार नजर आते हैं जिन्हें ज्यादातर लोग बेहतरीन नेटवर्क से जोड़कर देखते हैं जबकि असीसा नहीं है। दरअसल इन बार्स का नेट्वर्क से कुछ भी लेना देना नहीं होता है बल्कि ये बार्स नेटवर्क की प्रॉक्सिमिटी बताते हैं। टावर से आप कितनी दूर हैं या कितने पास हैं ये बात आपको इन बार्स से पता चलती है।
Apple कंप्यूटर्स
Apple कंप्यूटर्स को लेकर ये कहा जाता है कि ये वायरस फ्री होते हैं लेकिन सच में ऐसा नहीं होता है। दरअसल ये भी वायरस की चपेट में आते हैं लेकिन अन्य कंपनियों की तुलना में इनमें ऐसा कम होता है।
नॉन स्टॉप चार्जिंग
कहा जाता है कि आप अगर अपने स्मार्टफोन को फुल चार्ज होने के बाद भी चार्जर से अलग नहीं करते हैं तो इससे बैटरी डैमेज हो सकती है तो ऐसा नहीं है क्योंकि हर स्मार्टफोन में एक सिस्टम होता है जो फोन चार्ज होने के बाद इसका कनेक्शन चार्जर से काट देता है।
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किसी भी चार्जर से चार्जिंग
अगर आपको लगता है कि किसी भी फोन के चार्जर से अपने फोन को चार्ज करने से किसी तरह का नुकसान नहीं होता है तो ये गलत है क्योंकि इससे आपके स्मार्टफोन की बैटरी में दिक्कत आ सकती है साथ ही स्मार्टफोन काफी ज्यादा गर्म भी हो सकता है।