नई दिल्ली
भारत में यूनीक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (UIDAI) की ओर से नागरिकों को दी जाने वाली 12 अंको वाली बायोमेट्रिक आईडी आधार जरूरी डॉक्यूमेंट्स में से एक बन चुका है। कई सरकारी योजनाओं के लिए आधार वेरिफिकेशन जहां जरूरी है तो वहीं पहचान के तौर पर भी आधार कार्ड को स्वीकार किया जा रहा है। इसकी मदद से मोबाइल सिम कार्ड से लेकर नागरिक कई सरकारी सेवाएं तक ले सकते हैं। आधार में बायोमेट्रिक डेटा फीड रहता है और इसी तरह आधार e-KYC एक सुरक्षित और शेयरेबल डॉक्यूमेंट है, जिसे पहचान की ऑफलाइन वेरिफिकेशन के दौरान आधार कार्ड होल्डर अपने पास रख सकता है।
जो भी लोग आधार e-KYC सुविधा का फायदा उठाना चाहते हैं, उन्हें अपने आधार डीटेल्स की मदद से UIDAI रेजिडेंट पोर्टल की ओर से डिजिटली साइन्ड डॉक्यूमेंट जेनरेट करना होता है। आधार e-KYC कार्ड होल्डर के नाम, अड्रेस, फोटो, जेंडर, जन्मतिथि, रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर और रजिस्टर्ड ईमेल आईडी जैसी पर्सनल इन्फॉर्मेशन वाली एक रेफरेंस आईडी होती है, जिसमें आधार कार्ड नंबर की आखिरी की चार डिजिट ही दिखाई देती हैं। साथ ही इस आईडी पर टाइम स्टैम्प और XML लैंग्वेज में किया गया डिजिटल साइन होता है।
यूआईडीएआई की ओर से कहा गया है कि डिजिटली साइन आधार कार्ड का XML सभी ऑफलाइन आधार वेरिफिकेशन वाली सुविधाओं में मान्य है। इसकी मदद से बिना पूरा आधार नंबर मांगे या स्टोर किए ही सर्विस प्रोवाइडर्स की सेवाएं ली जा सकेंगी। इसके लिए नागरिक अपना डिजिटली साइन्ड आधार XML जिप फाइल, शेयर कोड के साथ सर्विस प्रोवाइडर को अपनी सहमति से दे सकतें हैं और बदले में बिना ऑफलाइन आधार कार्ड के सेवाएं ली जा सकती हैं। कानूनी रूप से सर्विस प्रोवाइडर यह XML फाइल या शेयर कोड किसी के साथ शेयर नहीं कर सकते।
ऐसे जेनरेट करें ऑफलाइन आधार
ऑफलाइन आधार पाने के लिए आपको सबसे पहले UIDAI की वेबसाइट https://resident.uidai.gov.in/offlineaadhaar पर जाना होगा। इसके बाद आपको आधार कार्ड नंबर और स्क्रीन पर दिख रहा सिक्यॉरिटी कोड डालना होगा। इन डीटेल्स के बाद आपको 'Send OTP' बटन पर क्लिक करना होगा, जिसके बाद आधार के साथ रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी आएगा। अब आपको यह ओटीपी डालना होगा और शेयर कोड बनाना होगा जो आपकी Zip फाइल के लिए पासवर्ड की तरह काम करेगा। इसके बाद 'download' बटन पर क्लिक करना होगा और आधार XML वाली आपकी फाइल डाउनलोड हो जाएगी।
भारत में यूनीक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (UIDAI) की ओर से नागरिकों को दी जाने वाली 12 अंको वाली बायोमेट्रिक आईडी आधार जरूरी डॉक्यूमेंट्स में से एक बन चुका है। कई सरकारी योजनाओं के लिए आधार वेरिफिकेशन जहां जरूरी है तो वहीं पहचान के तौर पर भी आधार कार्ड को स्वीकार किया जा रहा है। इसकी मदद से मोबाइल सिम कार्ड से लेकर नागरिक कई सरकारी सेवाएं तक ले सकते हैं। आधार में बायोमेट्रिक डेटा फीड रहता है और इसी तरह आधार e-KYC एक सुरक्षित और शेयरेबल डॉक्यूमेंट है, जिसे पहचान की ऑफलाइन वेरिफिकेशन के दौरान आधार कार्ड होल्डर अपने पास रख सकता है।
जो भी लोग आधार e-KYC सुविधा का फायदा उठाना चाहते हैं, उन्हें अपने आधार डीटेल्स की मदद से UIDAI रेजिडेंट पोर्टल की ओर से डिजिटली साइन्ड डॉक्यूमेंट जेनरेट करना होता है। आधार e-KYC कार्ड होल्डर के नाम, अड्रेस, फोटो, जेंडर, जन्मतिथि, रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर और रजिस्टर्ड ईमेल आईडी जैसी पर्सनल इन्फॉर्मेशन वाली एक रेफरेंस आईडी होती है, जिसमें आधार कार्ड नंबर की आखिरी की चार डिजिट ही दिखाई देती हैं। साथ ही इस आईडी पर टाइम स्टैम्प और XML लैंग्वेज में किया गया डिजिटल साइन होता है।
यूआईडीएआई की ओर से कहा गया है कि डिजिटली साइन आधार कार्ड का XML सभी ऑफलाइन आधार वेरिफिकेशन वाली सुविधाओं में मान्य है। इसकी मदद से बिना पूरा आधार नंबर मांगे या स्टोर किए ही सर्विस प्रोवाइडर्स की सेवाएं ली जा सकेंगी। इसके लिए नागरिक अपना डिजिटली साइन्ड आधार XML जिप फाइल, शेयर कोड के साथ सर्विस प्रोवाइडर को अपनी सहमति से दे सकतें हैं और बदले में बिना ऑफलाइन आधार कार्ड के सेवाएं ली जा सकती हैं। कानूनी रूप से सर्विस प्रोवाइडर यह XML फाइल या शेयर कोड किसी के साथ शेयर नहीं कर सकते।
ऐसे जेनरेट करें ऑफलाइन आधार
ऑफलाइन आधार पाने के लिए आपको सबसे पहले UIDAI की वेबसाइट https://resident.uidai.gov.in/offlineaadhaar पर जाना होगा। इसके बाद आपको आधार कार्ड नंबर और स्क्रीन पर दिख रहा सिक्यॉरिटी कोड डालना होगा। इन डीटेल्स के बाद आपको 'Send OTP' बटन पर क्लिक करना होगा, जिसके बाद आधार के साथ रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी आएगा। अब आपको यह ओटीपी डालना होगा और शेयर कोड बनाना होगा जो आपकी Zip फाइल के लिए पासवर्ड की तरह काम करेगा। इसके बाद 'download' बटन पर क्लिक करना होगा और आधार XML वाली आपकी फाइल डाउनलोड हो जाएगी।