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नीलाकुरिंजी खिलने से और खूबसूरत हुईं कोडइकनाल की पहाड़ियां

केरल और तमिलनाडु में 12 साल में एक बार खिलने वाला फूल नीलाकुरिंजी अपने पूरे शबाब पर है और इसने नीलगिरी की पहाड़ियों के साथ ही कई दूसरी पहाड़ियों को भी अपनी खूबसूरती से ढक लिया है।

नवभारतटाइम्स.कॉम 1 Aug 2018, 12:06 pm
जरा सोचिए आप अपनी नजरें उठाकर जहां भी देखें वहां आपको दूर-दूर तक सिर्फ नीले फूल नजर आएं और ऐसा लगे मानों चारों तरफ बेहद खूबसूरत कार्पेट बिछा हो तो आपको कैसा लगेगा? जाहिर सी बात है प्रकृति की ये खूबसूरती देखकर आपका मन खुशी से झूम उठेगा। कुछ ऐसा ही नजारा इन दिनों केरल और तमिलनाडु में देखने को मिल रहा है। यहां 12 साल में एक बार खिलने वाला फूल नीलाकुरिंजी अपने पूरे शबाब पर है और इसने नीलगिरी की पहाड़ियों के साथ ही कई दूसरी पहाड़ियों को भी अपनी खूबसूरती से ढक लिया है।
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12 साल में एक बार खिलता है नीलाकुरिंजी


12 साल में एक बार खिलता है नीलाकुरिंजी
वैसे तो यह फूल केरल के मुन्नार में खिलने के लिए विश्व प्रसिद्ध है लेकिन तमिलनाडु के फेमस हिल स्टेशन कोडइकनाल की पहाड़ियों पर भी नीलाकुरिंजी फूल खिला हुआ है। नीलाकुरिंजी की खासियत ही यही है कि यह 12 साल में एक बार खिलता है। पिछली बार यह साल 2006 में खिला था। लिहाजा इस फूल को खिलते हुए देखने के लिए बड़ी संख्या में टूरिस्ट्स केरल और तमिलनाडु के हिल स्टेशन्स पर पहुंच रहे हैं।

अब 2030 में मिलेगा इस फूल को देखने का मौका
इस फूल के खिलने का सिलसिला जुलाई महीने में शुरू होता है जो अक्टूबर महीने तक जारी रहता है। पर्पल कलर के इस फूल को इतनी बड़ी तादाद में एक साथ खिलते हुए देखना आंखों के लिए विजुअल ट्रीट जैसा है जो हर किसी को अपनी ओर आकर्षित करता है। अगर इस बार आप नीलाकुरिंजी को देखने से चूक गए तो अगली बार आपको यह मौका 12 साल बाद यानी साल 2030 में ही मिलेगा।

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