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केदारनाथ के आसपास की ये जगह भी हैं बेहद मशहूर, मंदिर के दर्शन करने के बाद इन स्थानों में भी घूमने जरूर जाएं

केदारनाथ मंदिर चार धाम यात्रा में से एक है, जो उत्तराखंड के हिमालय पर्वत की गोद में बसा हुआ है। केदारनाथ हिमालय श्रृंखला के बीच एक प्रमुख तीर्थस्थल है, जिसके आसपास ऐसी कई और बेहतरीन जगह हैं, जो अपनी खूबसूरती के लिए जानी जाती हैं।

नवभारतटाइम्स.कॉम 12 Jul 2021, 6:26 pm
केदारनाथ मंदिर चार धाम यात्रा में से एक है, जो उत्तराखंड के हिमालय पर्वत की गोद में बसा हुआ है। केदारनाथ हिमालय श्रृंखला के बीच एक प्रमुख तीर्थस्थल है, जहां भगवान शिव की ज्योर्तिलिंग स्थापित है। केदारनाथ मंदिर का ये ज्योर्तिलिंग सभी 12 ज्योर्तिलिंगों सबसे महत्वपूर्ण है, जो 3584 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। ऐसा कहा जाता है कि जो श्रद्धालु बद्रीनाथ गया है, अगर वो केदारनाथ मंदिर नहीं जाता है, तो उसकी यात्रा अधूरी मानी जाती है। वैसे जितना खूबसूरत केदारनाथ मंदिर है, उतनी ही खूसबूरत इसके आसपास की जगह भी हैं। अगर आप केदारनाथ मंदिर दर्शन करने के लिए जा रहे हैं, तो हमारी सलाह है कि इसके बाद इन जगहों का भी एक भ्रमण जरूर करें।
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केदारनाथ के आसपास की ये जगह भी हैं बेहद मशहूर, मंदिर के दर्शन करने के बाद इन स्थानों में भी घूमने जरूर जाएं

(फोटो साभार : TOI)

सोनप्रयाग - Sonprayag in Hindi

1829 मीटर की ऊंचाई पर स्थित सोनप्रयाग एक प्रसिद्ध स्थल है जहां भगवान शिव और देवी पार्वती का विवाह हुआ था। प्रकृति की प्रचुरता और शानदार बर्फ से ढकी चोटियों से घिरा, यह एक ऐसा स्थान भी है जहाँ मंदाकिनी नदी बासुकी नदी से मिलती है। ऐसी मान्यता है कि भक्त जल के स्पर्श से ही बैकुंठ धाम प्राप्त कर सकते हैं। केदारनाथ से ये जगह 20.4 किलोमीटर दूर स्थित है।

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वासुकी ताल झील - Vasuki Tal Lake in Hindi

हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, ऐसा माना जाता है कि भगवान विष्णु ने रक्षा बंधन के शुभ अवसर पर इस झील में स्नान किया था। इसलिए इसका नाम वासुकी ताल पड़ा। यात्री वासुकी ताल से चौखम्बा चोटियों के राजसी दृश्य का भी आनंद ले सकते हैं। हिमालय पर्वतमाला और शांत झील के आसपास का प्राकृतिक दृश्य पर्यटकों को यहां आने के लिए मजबूर करता है। इसके अलावा, वासुकी ताल के आसपास के इलाके ट्रैकिंग के लिए बेस्ट हैं। केदारनाथ से 8 किलोमीटर के ट्रैक से आप वासुकी ताल झील पहुंच सकते हैं।

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त्रियुगी नारायण मंदिर - Triyuginarayan Temple in Hindi

त्रियुगी नारायण वो गांव है जहां भगवान शिव और देवी पार्वती का विवाह हुआ था। इन दोनों का विवाह भगवान विष्णु के सामने हुआ था, इसलिए उनके सम्मान में त्रियुगीनारायण मंदिर बनवाया गया था। ऐसा माना जाता है कि भगवान विष्णु ने पार्वती के भाई के रूप में इस विवाह की सभी व्यवस्थाएं की थी, जबकि भगवान ब्रह्मा ने एक पुजारी के रूप में भूमिका निभाई थी। ये मंदिर सोनप्रयाग से 12 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।

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(फोटो साभार : Wikimedia Commons)

भैरवनाथ मंदिर - Bhairavnath Temple in Hindi

दक्षिण की ओर केदारनाथ मंदिर से 500 मीटर की दूरी पर स्थित, भैरवनाथ मंदिर हिंदू भगवान भैरव द्वारा प्रतिष्ठित है। ये मंदिर एक पहाड़ी की चोटी पर स्थित है, जहां से आप आसपास के हिमालय और नीचे की पूरी केदारनाथ घाटी के शानदार दृश्य देख सकते हैं। भगवान भैरव को भगवान शिव का मुख्य गण माना जाता है और यही वजह है कि ये मंदिर सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है। मंदिर के प्रतिष्ठित देवता को क्षेत्रपाल या क्षेत्र के संरक्षक के रूप में भी जाना जाता है, उनके पास हथियार के रूप में त्रिशूल और वाहन के रूप में एक कुत्ता है। ये मंदिर केदारनाथ से 0.8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।

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(फोटो साभार : Wikimedia Commons)

गौरीकुंड - Gaurikund in Hindi

गौरीकुंड मंदाकिनी नदी के तट पर स्थित है और इसे आध्यात्मिकता और मोक्ष का प्रवेश द्वार माना जाता है। समुद्र तल से लगभग 2,000 मीटर की ऊंचाई पर स्थित, गौरीकुंड मंदिर और गौरी झील महत्वपूर्ण स्थल हैं जिनके लिए यह स्थान प्रसिद्ध है। नीचे बहती वासुकी गंगा की वजह से आसपास का नजारा बेहद हरियाली से भरा रहता है। इस विचित्र छोटे से गांव का नाम एक थर्मल स्प्रिंग के नाम पर रखा गया है, जो कि 2013 की बाढ़ के बाद अब नहीं रहा, लेकिन गर्म पानी की एक छोटी सी धारा अभी भी उस स्थान पर बहती है, जहां कुंड हुआ करता था। गौरीकुंड सोनप्रयाग से 6 किलोमीटर दूर है।

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(फोटो साभार : Wikimedia Commons)

रुद्र गुफा केदारनाथ - Rudra Cave Kedarnath in Hindi

रुद्र गुफा उत्तराखंड में केदारनाथ मंदिर से 1 किमी दूर स्थित एक अंडरग्राउंड पत्थर की मेडिटेशन गुफा है। 2019 के आम चुनाव से पहले प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के यहां ध्यान करने के बाद यह सबसे ज्यादा लोकप्रिय हुआ था। गुफा का रखरखाव गढ़वाल मंडल विकास निगम (GMVN) द्वारा किया जाता है और इसमें एक व्यक्ति के रहने के लिए आवास भी मौजूद है। इस गुफा में एक सिंगल बेड, एक बाथरूम जिसमें गीजर की सुविधा मौजूद है, पानी, हीटर, सीलिंग बेल, आदि कई सुविधाएँ मौजूद हैं। गुफा से आप काफी अच्छे से केदारनाथ मंदिर और भैरवनाथ मंदिर को देख सकते हैं।

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(फोटो साभार : TOI)

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