Kasauti zindagi Kay 2, 3 Jan 2019 written update शिवानी अस्पताल से वापस घर आती है। वह प्रेरणा से पूछती है कि क्या उसने अनुराग से यह बताया कि वह उससे प्यार करती है, यह सुनते ही प्रेरणा रोने लगती है। वह बताती है कि अनुराग का पुराना प्यार वापस आ गया है। शिवानी उसे संभालती है और कहती है कि अनुराग उसी के लिए बना है। वह उसे भरोसा दिलाती है कि अनुराग रौनित जैसा नहीं है, वह उसके लिए पूरी दुनिया से लड़ लेगा। प्रेरणा कहती है कि वे दोनों बहने हैं और दोनों की जिंदगी में बहुत कुछ समान है। दोनों बात कर रही होती हैं कि अचानक वहां उनकी मां आ जाती है और प्रेरणा को बताती है कि कोमोलिका उससे मिलने आई है।
इधर अनुराग घर आता है और अपनी मां को खुश देखकर कहता है कि वह ऐसे बहुत अच्छी लगती है। मां अनुराग से कहती है कि वह हमेशा उसके सामने रहा करे क्योंकि जब वह दूर रहता है तो उसे बहुत डर लगता है। अनुराग कमरे में जाता है तो वहां उसकी मां उसके लिए एक सरप्राइज तैयार रखती है। यह सरप्राइज है मिष्ठा, वह उसे कमरे में देखकर घबरा सा जाता है। मिष्ठा जैसे-जैसे उसके करीब आती है, अनुराग उससे दूर जाता है।
उधर कोमोलिका प्रेरणा से बताती है कि वह रौनित की बहन है। वह प्रेरणा से अपनी बहन को लेकर पुलिस स्टेशन चलने और एफआईआर वापस लेने के लिए कहती है। वह उसे धमकी देती है कि शायद वह नहीं जानती है कि उसकी टक्कर कोमोलिका से हुई है जो परिवार के दुश्मन को कभी नहीं छोड़ती है।
प्रेरणा कोमोलिका से बताती है कि वह भी अपने परिवार से बहुत प्यार करती है और समय आने पर उनके लिए भगवान से भी लड़ जाएगी। वह कोमोलिका से कहती है कि उसके भाई ने मेरी बहन के साथ जो भी किया है उसके लिए जिंदगीभर पछताएगा। कोमोलिका प्रेरणा की बातों को हंसी में उड़ाकर उसे डराने की कोशिश करती है, लेकिन प्रेरणा पर इसका फर्क नहीं पड़ता है।
इधर अनुराग के कमरे में मिष्ठा उसके नहाने के बाद कमरे में ही उसका इंतजार करती है। वह अनुराग के करीब जाने की पूरी कोशिश करती है, लेकिन अनुराग उसे अपने से दूर करता है। वह समझ नहीं पाता है कि वह मिष्ठा के करीब क्यों नहीं जा पा रहा है। मिष्ठा के करीब आने पर अनुराग को प्रेरणा की याद आती है कि कैसे कभी वह गलती से भी उसके करीब आ जाती थी तो शर्मा जाती थी। उसे याद आता है कि कैसे प्रेरणा उसके कुर्ते का बटन लगाया करती थी। वह बार-बार सोचता है कि दोनों में कितना फर्क है।
इस बार मिष्ठा जैसे ही अनुराग के करीब आती है, वह उसे झिड़क देता है। तभी अनुराग की बहन वहां आ जाती है वह कहती है कि उसे दरवाजा खटखटा कर आना चाहिए था आखिर उन दोनों की शादी होने वाली है, इन सब बातों को सुनकर अनुराग सोचता है कि वह मिष्ठा के साथ होकर भी प्रेरणा के बारे में क्यों सोच रहा है।
इधर अनुराग घर आता है और अपनी मां को खुश देखकर कहता है कि वह ऐसे बहुत अच्छी लगती है। मां अनुराग से कहती है कि वह हमेशा उसके सामने रहा करे क्योंकि जब वह दूर रहता है तो उसे बहुत डर लगता है। अनुराग कमरे में जाता है तो वहां उसकी मां उसके लिए एक सरप्राइज तैयार रखती है। यह सरप्राइज है मिष्ठा, वह उसे कमरे में देखकर घबरा सा जाता है। मिष्ठा जैसे-जैसे उसके करीब आती है, अनुराग उससे दूर जाता है।
उधर कोमोलिका प्रेरणा से बताती है कि वह रौनित की बहन है। वह प्रेरणा से अपनी बहन को लेकर पुलिस स्टेशन चलने और एफआईआर वापस लेने के लिए कहती है। वह उसे धमकी देती है कि शायद वह नहीं जानती है कि उसकी टक्कर कोमोलिका से हुई है जो परिवार के दुश्मन को कभी नहीं छोड़ती है।
प्रेरणा कोमोलिका से बताती है कि वह भी अपने परिवार से बहुत प्यार करती है और समय आने पर उनके लिए भगवान से भी लड़ जाएगी। वह कोमोलिका से कहती है कि उसके भाई ने मेरी बहन के साथ जो भी किया है उसके लिए जिंदगीभर पछताएगा। कोमोलिका प्रेरणा की बातों को हंसी में उड़ाकर उसे डराने की कोशिश करती है, लेकिन प्रेरणा पर इसका फर्क नहीं पड़ता है।
इधर अनुराग के कमरे में मिष्ठा उसके नहाने के बाद कमरे में ही उसका इंतजार करती है। वह अनुराग के करीब जाने की पूरी कोशिश करती है, लेकिन अनुराग उसे अपने से दूर करता है। वह समझ नहीं पाता है कि वह मिष्ठा के करीब क्यों नहीं जा पा रहा है। मिष्ठा के करीब आने पर अनुराग को प्रेरणा की याद आती है कि कैसे कभी वह गलती से भी उसके करीब आ जाती थी तो शर्मा जाती थी। उसे याद आता है कि कैसे प्रेरणा उसके कुर्ते का बटन लगाया करती थी। वह बार-बार सोचता है कि दोनों में कितना फर्क है।
इस बार मिष्ठा जैसे ही अनुराग के करीब आती है, वह उसे झिड़क देता है। तभी अनुराग की बहन वहां आ जाती है वह कहती है कि उसे दरवाजा खटखटा कर आना चाहिए था आखिर उन दोनों की शादी होने वाली है, इन सब बातों को सुनकर अनुराग सोचता है कि वह मिष्ठा के साथ होकर भी प्रेरणा के बारे में क्यों सोच रहा है।