लॉकडाउन में बिहार के एक गांव में फंसीं ऐक्ट्रेस रतन राजपूत भले ही अभावों के बीच अपने दिन काट रही हों, लेकिन ऐसी स्थिति में भी वह लोगों को कोरोनावायरस के प्रति जागरुक कर रही हैं। साथ ही वह लोगों को यह भी बता रही हैं कि कैसे किसी भी विपरीत माहौल को अपने अनुसार ढाला जा सकता है।
लेकिन लगता है कि रतन राजपूत का यह अंदाज भी कुछ लोगों को रास नहीं आ रहा है और उनकी आलोचना करने में लगे हैं। ऐसे लोगों के लिए रतन राजपूत ने सिलबट्टे पर चटनी पीसते-पीसते ऐसी बात कह दी है, जिसकी गूंज वे सालों तक नहीं भूल पाएंगे।
रतन राजपूत ने अपने इंस्टाग्राम पर वीडियो शेयर कर लिखा, 'ये वीडियो उन लोगों के लिए है जो बस दूसरों को डिस्करेज करने के अलावा और कुछ भी नही करते। इस समय भी अपना योगदान देने की बजाय बस लोगों को हताश करने में अपना समय निकाल रहे हैं। कृपया अपनी बुद्धि का नेक इस्तेमाल करें।'
इस वीडियो में रतन राजपूत ने जो बात कही है, वह वाकई गौर करने लायक है। क्या कहा है उन्होंने, यह आप यहां शेयर की जा रही उनकी पोस्ट में सुन सकते हैं:
पिछले कुछ दिनों से रतन राजपूत इंस्टाग्राम पर अपनी लॉकडाउन स्टोरी शेयर कर रही हैं। कुछ दिनों पहले उन्होंने उस कमरे और बाथरूम का वीडियो शेयर किया था, जहां वह रह रही हैं। बाथरूम में कोई खिड़की और दरवाजा भी नहीं था, जिसके बाद उन्होंने फटे-पुराने कपड़े को सिलकर पर्दा बनाया और टांगा। उसी बाथरूम में रतन राजपूत कपड़े धोने से लेकर बर्तन धोने, नहाने और ब्रश करने तक का काम कर रही हैं।
यहां तक कि टेबल भी रतन राजपूत ने एक साड़ी और पुराने स्टैंड से बनाया। और तो और खाने-पीने का इंतजाम भी वह जैसे-जैसे जुगाड़ से कर रही हैं।
इतनी सारी मुश्किलों के बावजूद रतन राजपूत के पास उस गांव में जितने भी पैसे बन पाए, वो पीएम केयर्स फंड में दान किए। ऐसे में भी लोग रतन राजपूत को ट्रोल करने से बाज नहीं आ रहे थे। इसलिए रतन राजपूत ने उन्हें जवाब देना ही जरूरी समझा। उम्मीद है कि फिर से वे ऐसी हरकत नहीं करेंगे।
मुश्किलों में रहते हुए भी रतन राजपूत जिस तरह अन्य लोगों को जागरुक कर रही हैं, उसकी सोशल मीडिया पर सभी लोग तारीफ कर रहे हैं।
लेकिन लगता है कि रतन राजपूत का यह अंदाज भी कुछ लोगों को रास नहीं आ रहा है और उनकी आलोचना करने में लगे हैं। ऐसे लोगों के लिए रतन राजपूत ने सिलबट्टे पर चटनी पीसते-पीसते ऐसी बात कह दी है, जिसकी गूंज वे सालों तक नहीं भूल पाएंगे।
रतन राजपूत ने अपने इंस्टाग्राम पर वीडियो शेयर कर लिखा, 'ये वीडियो उन लोगों के लिए है जो बस दूसरों को डिस्करेज करने के अलावा और कुछ भी नही करते। इस समय भी अपना योगदान देने की बजाय बस लोगों को हताश करने में अपना समय निकाल रहे हैं। कृपया अपनी बुद्धि का नेक इस्तेमाल करें।'
इस वीडियो में रतन राजपूत ने जो बात कही है, वह वाकई गौर करने लायक है। क्या कहा है उन्होंने, यह आप यहां शेयर की जा रही उनकी पोस्ट में सुन सकते हैं:
पिछले कुछ दिनों से रतन राजपूत इंस्टाग्राम पर अपनी लॉकडाउन स्टोरी शेयर कर रही हैं। कुछ दिनों पहले उन्होंने उस कमरे और बाथरूम का वीडियो शेयर किया था, जहां वह रह रही हैं। बाथरूम में कोई खिड़की और दरवाजा भी नहीं था, जिसके बाद उन्होंने फटे-पुराने कपड़े को सिलकर पर्दा बनाया और टांगा। उसी बाथरूम में रतन राजपूत कपड़े धोने से लेकर बर्तन धोने, नहाने और ब्रश करने तक का काम कर रही हैं।
यहां तक कि टेबल भी रतन राजपूत ने एक साड़ी और पुराने स्टैंड से बनाया। और तो और खाने-पीने का इंतजाम भी वह जैसे-जैसे जुगाड़ से कर रही हैं।
इतनी सारी मुश्किलों के बावजूद रतन राजपूत के पास उस गांव में जितने भी पैसे बन पाए, वो पीएम केयर्स फंड में दान किए। ऐसे में भी लोग रतन राजपूत को ट्रोल करने से बाज नहीं आ रहे थे। इसलिए रतन राजपूत ने उन्हें जवाब देना ही जरूरी समझा। उम्मीद है कि फिर से वे ऐसी हरकत नहीं करेंगे।
मुश्किलों में रहते हुए भी रतन राजपूत जिस तरह अन्य लोगों को जागरुक कर रही हैं, उसकी सोशल मीडिया पर सभी लोग तारीफ कर रहे हैं।