टीवी एक्ट्रेस वैशाली ठक्कर सुसाइड केस में 5 हजार का इनामी आरोपी राहुल नवलानी अब पुलिस की गिरफ्त में है। वैशाली ठक्कर के सुसाइड के 4 दिन बाद राहुल नवलानी पुलिस के हत्थे चढ़ा। हालांकि उसने पुलिस को गच्चा देने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी। वह लगातार अपनी लोकेशन बदलता रहा और एक जगह पर ज्यादा देर नहीं ठहरा। ऐसे में पुलिस को राहुल को अरेस्ट करने से पहले तगड़ी प्लानिंग करनी पड़ी थी। लेकिन पुलिस की नजरों से बचकर राहुल कहां छुपा बैठा था? उसकी भनक पुलिस को कैसे लगी? इसका पता चल गया है। Vaishali Takkar ने 15 अक्टूबर की देर रात इंदौर स्थित अपने घर पर सुसाइड कर लिया था। घटनास्थल से सुसाइड नोट भी मिला था, जिसमें वैशाली ठक्कर ने Rahul Navlani का नाम लेकर उसके द्वारा किए गए टॉर्चर की कहानी बताई थी। वैशाली के सुसाइड के बाद से ही राहुल अपनी पत्नी के साथ फरार हो गया था। पुलिस के मुताबिक, जब टीम राहुल को पकड़ने उसके घर गई थी तो ताला लटका मिला था। वह पहले ही पत्नी के साथ फरार हो चुका था।
इंदौर से देवास के बीच ढाबों में छुपा था राहुल
लेकिन बुधवार यानी 19 अक्टूबर को पुलिस ने राहुल को धर दबोचा। गिरफ्तार किए जाने के बाद राहुल एकदम मासूम नजर आ रहा था। उसके चेहरे को देखकर कोई कह ही नहीं सकता कि यह वही आदमी है, जिसने वैशाली को इस हद तक परेशान किया कि उन्हें सुसाइड के अलावा कोई और रास्ता नजर नहीं आया। सुसाइड नोट में वैशाली ने राहुल को ही अपनी मौत को जिम्मेदार बताया था। वैशाली ठक्कर की मां लगातार पुलिस से इंसाफ की गुहार लगा रही थी। पुलिस की तुरंत ही एक्शन मोड में आ गई और फरार राहुल और उसकी पत्नी को पकड़ने के लिए लगातार टेक्निकल सर्विलांस करने लगी।
पुलिस ने दबोचा तो बना मासूम
इंदौर पुलिस के मुताबिक, 19 अक्टूबर की शाम सूचना मिली की राहुल देवास से इंदौर की ओर जा रहा है। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और रास्ते में चेक पॉइंट लगाकर राहुल को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने बताया कि फरार चल रहा आरोपी राहुल इंदौर और देवास के बीच कहीं ढाबों में छुपा हुआ था। वह लगातार अपनी लोकेशन बदल रहा था, ताकि कोई उसे ट्रेस न कर सके। यही नहीं, वह एक जगह पर ज्यादा देर भी नहीं रुक रहा था। राहुल और उसकी पत्नी को दबोचने के लिए पुलिस ने उनके खिलाफ सर्कुलर नोटिस जारी किया और 5 हजार का इनाम भी रखा। साथ ही पुलिस ने यह भी कहा कि सूचना देने वाले की पहचान गुप्त रखी जाएगी।
इंदौर से देवास के बीच ढाबों में छुपा था राहुल
लेकिन बुधवार यानी 19 अक्टूबर को पुलिस ने राहुल को धर दबोचा। गिरफ्तार किए जाने के बाद राहुल एकदम मासूम नजर आ रहा था। उसके चेहरे को देखकर कोई कह ही नहीं सकता कि यह वही आदमी है, जिसने वैशाली को इस हद तक परेशान किया कि उन्हें सुसाइड के अलावा कोई और रास्ता नजर नहीं आया। सुसाइड नोट में वैशाली ने राहुल को ही अपनी मौत को जिम्मेदार बताया था। वैशाली ठक्कर की मां लगातार पुलिस से इंसाफ की गुहार लगा रही थी। पुलिस की तुरंत ही एक्शन मोड में आ गई और फरार राहुल और उसकी पत्नी को पकड़ने के लिए लगातार टेक्निकल सर्विलांस करने लगी।
पुलिस ने दबोचा तो बना मासूम
इंदौर पुलिस के मुताबिक, 19 अक्टूबर की शाम सूचना मिली की राहुल देवास से इंदौर की ओर जा रहा है। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और रास्ते में चेक पॉइंट लगाकर राहुल को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने बताया कि फरार चल रहा आरोपी राहुल इंदौर और देवास के बीच कहीं ढाबों में छुपा हुआ था। वह लगातार अपनी लोकेशन बदल रहा था, ताकि कोई उसे ट्रेस न कर सके। यही नहीं, वह एक जगह पर ज्यादा देर भी नहीं रुक रहा था। राहुल और उसकी पत्नी को दबोचने के लिए पुलिस ने उनके खिलाफ सर्कुलर नोटिस जारी किया और 5 हजार का इनाम भी रखा। साथ ही पुलिस ने यह भी कहा कि सूचना देने वाले की पहचान गुप्त रखी जाएगी।