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किसानों को कर्ज माफी का लालच देकर UP में जीती बीजेपी: शिवसेना

उत्तर प्रदेश में बीजेपी की ऐतिहासित जीत पर शिवसेना ने कहा कि किसानों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनाव से पहले उनका कर्ज माफ करने का जो लालच दिया था उसी के कारण पार्टी को इतनी बड़ी जीत हासिल हुई है। शिवसेना ने साथ ही कहा कि इस जीत को नोटबंदी के पक्ष में हुए मतदान के संबंध में नहीं देखा जाना चाहिए।

पीटीआई 12 Mar 2017, 6:47 pm
मुंबई
नवभारतटाइम्स.कॉम up win due to carrot of loan waiver not because of note ban shiv sena
किसानों को कर्ज माफी का लालच देकर UP में जीती बीजेपी: शिवसेना

उत्तर प्रदेश में बीजेपी की ऐतिहासित जीत पर शिवसेना ने कहा कि किसानों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनाव से पहले उनका कर्ज माफ करने का जो लालच दिया था उसी के कारण पार्टी को इतनी बड़ी जीत हासिल हुई है। शिवसेना ने साथ ही कहा कि इस जीत को नोटबंदी के पक्ष में हुए मतदान के संबंध में नहीं देखा जाना चाहिए।

शिवसेना और बीजेपी केंद्र और महाराष्ट्र की सरकार में गठबंधन में हैं। हालांकि महाराष्ट्र में हाल ही में हुए निकाय चुनाव में दोनों पार्टियां अकेले चुनाव लड़ी थीं। दोनों पार्टियों के बीच में रिश्ते तनावपूर्ण हैं और शिवसेना अक्सर मोदी और बीजेपी पर ताने मारती है।

अपने मुखपत्र सामना के एक संपादकीय में शिवसेना ने लिखा, 'उत्तर प्रदेश में प्रचार का फायदा बीजेपी को उसके पड़ोसी राज्य उत्तराखंड में भी मिला। हालांकि पंजाब में बीजेपी और अकाली दल को करारी शिकस्त मिली है। यहां तक कि पार्टी मनोहर पर्रिकर जैसा नेता होने के बावजूद गोवा में 15 सीट नहीं जीत सकी।'

संपादकीय में कहा गया है, 'मणिपुर ने भी बीजेपी को स्पष्ट बहुमत नहीं दिया है। इसीलिए उत्तर प्रदेश चुनाव के साथ-साथ इन राज्यों में बीजेपी को लोगों का वोट न मिलने की भी चर्चा होनी चाहिए।'

सामना के इस संपादकीय में पार्टी ने राम मंदिर का मुद्दा भी उठाया और कहा कि क्या अयोध्या में बीजेपी मंदिर का निर्माण शुरू कराएगी। इसमें यह भी कहा गया है कि पीएम मोदी यूपी में चुनाव प्रचार के दौरान 'श्मशान-कब्रिस्तान' का बयान देकर और हिंदुत्व का कार्ड खेलकर ध्रुवीकरण में सफल रहे।

संपादकीय के मुताबिक,'क्या उन्होंने (मोदी) प्रचार के दौरान यूनिफॉर्म सिविल कोड और राम मंदिर की बात कही। अगर वह ऐसा करते हो अच्छा होता।'

इसके साथ ही शिवसेना से संपादकीय में अखिलेश यादव और राहुल गांधी के नेतृत्व की तुलना बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से करते हुए इसे बचकाना नेतृत्व करार दिया और कहा कि लोगों ने इसे नकार दिया।

इसमें लिखा है, 'यादव और दलितों ने अखिलेश यादव को सबक सिखाने के लिए बीजेपी को वोट दिया। मोदी और अमित शाह ने सोशल इंजिनियरिंग के गणित का बेहतरीन इस्तेमाल किया और पार्टी को यूपी में जीत दिलाई।'

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