ऐपशहर

कबाड़ी से ₹500 में खरीदी थी लकड़ी की कुर्सी, नीलामी में उसके लाखों रुपये मिल गए

ब्रिटेन में एक महिला ने कबाड़ की दुकान से 5 पाउंड (करीब 500 रुपये) में लकड़ी की एक कुर्सी खरीदी थी, और जब कुर्सी को नीलामी में रखा गया तो महिला को उसके 16,250 पाउंड (करीब 16 लाख रुपये से ज्यादा) मिल गए।

नवभारतटाइम्स.कॉम 28 Jan 2022, 11:37 am
जब किस्मत का सितारा चमकता है, तो कबाड़ भी 'सोना' बन जाता है! यकीन नहीं होता... तो आपको ब्रिटेन का यह वाकया जानना चाहिए। दरअसल, यहां एक महिला ने कबाड़ की दुकान से 5 पाउंड (करीब 500 रुपये) में लकड़ी की एक कुर्सी खरीदी थी, और जब कुर्सी को नीलामी में रखा गया तो महिला को उसके 16,250 पाउंड (करीब 16 लाख रुपये से ज्यादा) मिल गए। चीजों की कीमत निर्धारित करने वाले शख्स ने महिला को बताया था कि कुर्सी ऑस्ट्रिया के 20वीं शताब्दी के आर्ट स्कूल की है, जिसे ऑस्ट्रियाई पेंटर कोलोमन मोजर (Koloman Moser) ने 1902 में डिजाइन किया था।
नवभारतटाइम्स.कॉम woman bought wooden chair for just rs 500 in junk shop sells for 16 lakh at auction in uk
कबाड़ी से ₹500 में खरीदी थी लकड़ी की कुर्सी, नीलामी में उसके लाखों रुपये मिल गए



20वीं शताब्दी की है यह कुर्सी

Image: worders/BNPS

पुरानी चीजों के एक्सपर्ट ने बताया कि कुर्सी 20वीं शताब्दी की शुरुआत में ऑस्ट्रिया के विएना (Vienna) में अवंत-गार्डे आर्ट स्कूल (avant-garde art school) में तैयार की गई थी। इसे डिजाइन करने वाले कोलोमन मोजर, विएना सेकेशन आंदोलन के एक आर्टिस्ट थे, जिन्होंने पारंपरिक कलात्मक शैलियों को खारिज कर दिया था।

एक ऑस्ट्रियाई डीलर ने खरीदा

Image: worders/BNPS

'मिरर' की रिपोर्ट के अनुसार, लकड़ी की इस ऐतिहासिक कुर्सी को एक ऑस्ट्रियाई डीलर ने फोन पर 16,250 (16.4 लाख रुपए) पाउंड में खरीदा। जॉन ब्लैक, स्वॉर्डर्स विशेषज्ञ हैं। उन्होंने कहा- हम कुर्सी के सेल प्राइस के काफी खुश हैं। साथ ही, इस बात से भी प्रसन्न है कि यह वापस ऑस्ट्रिया जा रही है। बता दें, इस कुर्सी को बेचने के लिए स्टैनस्टेड माउंटफिटचेट के स्वॉर्डर्स ऑक्शनर्स में पेश किया गया था।

लेडर बैक चेयर का मॉर्डन रूप!

Image: worders/BNPS

इस चेयर को डिजाइन करने वाले कोलोमन मोजर विएना स्कूल ऑफ एप्लाइड आर्ट्स के एक शिक्षक थे। यह कुर्सी 18 वीं शताब्दी की पारंपरिक लेडर-बैक चेयर (कुर्सी) का मॉर्डन अवतार है। कुर्सी दिखने में बेहद आम है। हालांकि, इसकी बैक आम कुर्सियों के मुकाबले लंबी है। साथ ही, प्लास्टिक की जगह इसे लकड़ी और जूट के बाध से आरामदायक बनाया गया है!

अगला लेख

Viralकी ताजा खबरें, ब्रेकिंग न्यूज, अनकही और सच्ची कहानियां, सिर्फ खबरें नहीं उसका विश्लेषण भी। इन सब की जानकारी, सबसे पहले और सबसे सटीक हिंदी में देश के सबसे लोकप्रिय, सबसे भरोसेमंद Hindi Newsडिजिटल प्लेटफ़ॉर्म नवभारत टाइम्स पर