साउथ एशिया और भारत में स्थानीय नेतृत्व तैयार कर रहा अल-कायदा: अमेरिका
वैश्विक आतंकी संगठन अल-कायदा भारत समेत दक्षिण एशिया में एक बार अपनी आतंकी गतिविधियों को तेज करने में जुट गया है। अल-कायदा यहां अपनी टेरर यूनिट्स को ताकत देने के लिए स्थानीय नेतृत्व तैयार कर रहा है। अमेरिका के एक वरिष्ठ रक्षा अधिकारी ने ऐसा दावा किया है।
पीटीआई 27 Mar 2017, 9:38 pm
वॉशिंगटन
वैश्विक आतंकी संगठन अल-कायदा भारत समेत दक्षिण एशिया में अपनी आतंकी गतिविधियों को तेज करने में जुट गया है। अल-कायदा यहां अपनी टेरर यूनिट्स को ताकत देने के लिए स्थानीय नेतृत्व तैयार कर रहा है। अमेरिका के एक वरिष्ठ रक्षा अधिकारी ने ऐसा दावा किया है।
अमेरिकी रक्षा अधिकारी ने बताया, 'हमारा मानना है कि आतंकी संगठन अल-कायदा के वरिष्ठ नेतृत्व को इस बात का अहसास हो चुका है कि अफगानिस्तान और पाकिस्तान में उनकी मौजदूगी कुछ समय से दबाव में है। ऐसे में वह ऐसा संगठन बनाना चाहते हैं जिसमें स्थानीय चेहरे ज्यादा हों।' अमेरिकी अधिकारी ने अपनी पहचान गुप्त रखने की शर्त पर भारतीय उपमहाद्वीप में अल-कायदा की गतिविधियों और अरब में मौजूद अल-कायदा से इसके संबंधों से जुड़े सवालों पर बात की।
अधिकारी के मुताबिक, 'भारतीय उपमहाद्वीप में अल-कायदा का गठन इसके नेतृत्व के लंबे समय की योजना का नतीजा है। इसकी मदद से आतंकी संगठन इस इलाके में स्थानीय नेतृत्व विकसित करना चाहता है। हमारा मानना है कि दक्षिण एशिया में अल-कायदा की स्थाई उपस्थिति को ध्यान में रखते हुए इसका गठन किया गया।' अधिकारी ने आगे कहा, 'साउथ एशिया का मतलब केवल अफगानिस्तान नहीं बल्कि पाकिस्तान, बांग्लादेश समेत पूरे क्षेत्र से है।'
अधिकारी के मुताबिक, अफगानिस्तान में अमेरिकी सुरक्षाबलों के रेड में ऐसी जानकारी मिली है जिनसे साफ पता चलता है कि सीरिया में ऐक्टिव अल-कायदा के लड़ाकों का अफगानिस्तान और बांग्लादेश समेत दक्षिण एशिया क्षेत्र के लोगों के साथ संबंध है। उन्होंने इस बात की ओर भी इशारा किया कि अल-कायदा का कोर नेतृत्व अभी भी अफगानिस्तान और पाकिस्तान में ही मौजूद है।
अल-कायदा नेता अल-जवाहिरी भी भारत समेत दक्षिण एशिया में इसके गठन की घोषणा कर चुका है। अल-जवाहिरी ने कहा था कि यह बर्मा, बांग्लादेश और भारत के असम, गुजरात और जम्मू-कश्मीर में रहने वाले मुसलमानों के लिए अच्छी खबर है कि अब अन्याय और उत्पीड़न से उनकी रक्षा होगी।
वैश्विक आतंकी संगठन अल-कायदा भारत समेत दक्षिण एशिया में अपनी आतंकी गतिविधियों को तेज करने में जुट गया है। अल-कायदा यहां अपनी टेरर यूनिट्स को ताकत देने के लिए स्थानीय नेतृत्व तैयार कर रहा है। अमेरिका के एक वरिष्ठ रक्षा अधिकारी ने ऐसा दावा किया है।
अमेरिकी रक्षा अधिकारी ने बताया, 'हमारा मानना है कि आतंकी संगठन अल-कायदा के वरिष्ठ नेतृत्व को इस बात का अहसास हो चुका है कि अफगानिस्तान और पाकिस्तान में उनकी मौजदूगी कुछ समय से दबाव में है। ऐसे में वह ऐसा संगठन बनाना चाहते हैं जिसमें स्थानीय चेहरे ज्यादा हों।' अमेरिकी अधिकारी ने अपनी पहचान गुप्त रखने की शर्त पर भारतीय उपमहाद्वीप में अल-कायदा की गतिविधियों और अरब में मौजूद अल-कायदा से इसके संबंधों से जुड़े सवालों पर बात की।
अधिकारी के मुताबिक, 'भारतीय उपमहाद्वीप में अल-कायदा का गठन इसके नेतृत्व के लंबे समय की योजना का नतीजा है। इसकी मदद से आतंकी संगठन इस इलाके में स्थानीय नेतृत्व विकसित करना चाहता है। हमारा मानना है कि दक्षिण एशिया में अल-कायदा की स्थाई उपस्थिति को ध्यान में रखते हुए इसका गठन किया गया।' अधिकारी ने आगे कहा, 'साउथ एशिया का मतलब केवल अफगानिस्तान नहीं बल्कि पाकिस्तान, बांग्लादेश समेत पूरे क्षेत्र से है।'
अधिकारी के मुताबिक, अफगानिस्तान में अमेरिकी सुरक्षाबलों के रेड में ऐसी जानकारी मिली है जिनसे साफ पता चलता है कि सीरिया में ऐक्टिव अल-कायदा के लड़ाकों का अफगानिस्तान और बांग्लादेश समेत दक्षिण एशिया क्षेत्र के लोगों के साथ संबंध है। उन्होंने इस बात की ओर भी इशारा किया कि अल-कायदा का कोर नेतृत्व अभी भी अफगानिस्तान और पाकिस्तान में ही मौजूद है।
अल-कायदा नेता अल-जवाहिरी भी भारत समेत दक्षिण एशिया में इसके गठन की घोषणा कर चुका है। अल-जवाहिरी ने कहा था कि यह बर्मा, बांग्लादेश और भारत के असम, गुजरात और जम्मू-कश्मीर में रहने वाले मुसलमानों के लिए अच्छी खबर है कि अब अन्याय और उत्पीड़न से उनकी रक्षा होगी।