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UNSC India: संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का फिर अध्यक्ष बना भारत, दिसंबर महीने के लिए मिली बड़ी जिम्मेदारी

भारत को एक साल में दूसरी बार संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता मिली है। दिसंबर महीने में दुनिया के इस सबसे शक्तिशाली निकाय का नेतृत्व भारत करेगा। सुरक्षा परिषद की स्थापना 1946 को की गई थी। इसके स्थायी सदस्यों में अमेरिका, रूस, ब्रिटेन, फ्रांस और चीन शामिल हैं। भारत इस परिषद का अस्थायी सदस्य है।

Edited byप्रियेश मिश्र | भाषा 1 Dec 2022, 11:29 pm
संयुक्त राष्ट्र: संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की एक-एक महीने के लिए क्रमवार मिलने वाले अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी भारत ने गुरुवार को संभाल ली। पंद्रह सदस्यीय इस निकाय की अध्यक्षता करने के दौरान भारत आतंकवाद को रोकने और बहुपक्षीय सुधार को लेकर कई प्रमुख कार्यक्रमों की मेजबानी करेगा। संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कम्बोज परिषद की बैठकों के लिए बनी मेज पर अध्यक्ष पद के लिए निर्धारित स्थान पर आसीन होंगी। भारत की अध्यक्षता से पहले उन्होंने संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस और महासभा के अध्यक्ष कसाबा कोरोसी से मुलाकात की और इस शक्तिशाली निकाय की प्राथमिकताओं पर चर्चा की।
नवभारतटाइम्स.कॉम UNSC India
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद


भारत ने जताई खुशी
कम्बोज ने मंगलवार को ट्वीट किया कि आज महासचिव एंतोनियो गुतारेस से मुलाकात कर प्रसन्न महसूस कर रही हूं। सुरक्षा परिषद की दिसंबर में भारत की अध्यक्षता से पहले प्राथमिकताओं और काम किए जाने वाले कार्यक्रमों पर चर्चा की। भारत की स्थायी प्रतिनिधि ने सोमवार को कोरोसी से मुलाकात की थी। कोरोसी ने ट्वीट किया, ‘‘भारत के स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कम्बोज से मुलाकात करना हमेशा खुशी देता है। आज की चर्चा भारत की संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता पर केंद्रित रही जो बृहस्पतिवार को शुरू हो रही है। मैं आने वाले महीने का इंतजार कर रहा हूं।

1946 में हुई थी सुरक्षा परिषद की स्थापना
संयुक्त राष्ट्र संघ की तरह इसका स्थापना भी द्वितीय विश्व युद्ध के बाद हुई। सुरक्षा परिषद की पहली बैठक 17 जनवरी 1946 को हुई थी। कोल्ड वार के कारण काफी समय तक सुरक्षा परिषद कमजोर रहा था। लेकिन कांगो वार और कोरियाई युद्ध के समय इसने अहम भूमिका निभाई थी। इसके अलावा कई देशों में जरूरत के मुताबिक शांति मिशन भी भेजे गए थे। सुरक्षा परिषद में 5 स्थायी और 10 अस्थायी सदस्य होते हैं। अस्थायी सदस्यों का चुनाव हर दो वर्ष के बाद होता है।

कई देशों में शांति अभियानों का किया नेतृत्व
रुस के बिखरने के बाद सुरक्षा परिषद की ताकत में एकदम से इजाफा देखने को मिला और इसने दुनिया के कई हिस्सों में शांति अभियानों को अंजाम दिया। सुरक्षा परिषद ने कुवैत, नामीबिया, कंबोडिया, बोस्निया, रवांडा, सोमालिया, सूडान और कांगो में अस्थिरता के समय कई शांति अभियान चलाए।
लेखक के बारे में
प्रियेश मिश्र
नवभारत टाइम्स डिजिटल में डिजिटल कंटेंट राइटर। पत्रकारिता में दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण, अमर उजाला जैसी संस्थाओं के बाद टाइम्स इंटरनेट तक 5 साल का सफर जो इंदौर से शुरू होकर एनसीआर तक पहुंचा है पर दिल गौतम बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली कुशीनगर और गोरक्षनाथ की धरती गोरखपुर में बसता है। देश-विदेश, अंतरराष्ट्रीय राजनीति/कूटनीति और रक्षा क्षेत्र में खास रुचि। डिजिटल माध्यम के नए प्रयोगों में दिलचस्पी के साथ सीखने की सतत इच्छा।... और पढ़ें

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