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जॉर्ज डब्ल्यू बुश को मारना चाहता था इराकी, आईएस से थे संपर्क, एफबीआई ने फेल की साजिश

George W Bush: पूर्व अमेरिकी राष्‍ट्रपति जार्ज डब्‍ल्‍यू बुश को एक इराकी नागरिक मारना चाहता था। इस इराकी के आतंकी संगठन आईएस के साथ संबंध थे। आरोप की पहचान शिहा अहमद के रूप में हुई है। अमेरिकी खुफिया एजेंसी एफबीआई ने जॉर्ज डब्‍ल्‍यू बुश की इस हत्‍याकांड की साजिश को विफल कर दिया है।

Edited byशैलेश कुमार शुक्ला | भाषा 25 May 2022, 2:46 pm
कोलंबिया (अमेरिका): अमेरिका में एक इराकी व्यक्ति ने इराक युद्ध के दौरान अपने हमवतन लोगों के मारे जाने का बदला लेने के लिए पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश की हत्या की साजिश रची थी। सरकार ने मंगलवार को यह जानकारी दी। कोलंबस में संघीय अदालत में दायर एक आपराधिक शिकायत के अनुसार, 52 वर्षीय शिहाब अहमद शिहाब शिहाब ने साजिश को अंजाम देने में मदद के लिए अन्य इराकियों को भी मेक्सिको के रास्ते अमेरिका बुलाया था और उसी रास्ते वापस भेजा गया।
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पूर्व अमेरिकी राष्‍ट्रपति जॉर्ज डब्‍ल्‍यू बुश को मारना चाहता था इराकी


शिकायत में कहा गया है कि शिहाब ने यह संकेत दिया कि उसके इस्लामिक स्टेट संगठन के साथ संपर्क थे, लेकिन ऐसा प्रतीत नहीं होता कि साजिश को अमल में लाया जा सका। अदालत में मंगलवार को सुनवाई के दौरान संघीय मजिस्ट्रेट न्यायाधीश एलिजाबेथ प्रिस्टन डीवर्स ने शिहाब पर कोई मुचलका नहीं लगाया। मामले में अब अगली सुनवाई शुक्रवार को होगी। शिहाब को याचिका दायर करने की जरूरत नहीं है।

इराक युद्ध के दौरान अमेरिकी सैनिकों की हत्या में सहायता की
सुनवाई में शिहाब की ओर से पेश हुए संघीय सरकारी वकील सौम्यजीत दत्ता ने इस बारे में टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। दोषी पाए जाने पर शिहाब को 30 साल तक की जेल और 500,000 डॉलर के जुर्माने का सामना करना पड़ सकता है। जॉर्ज डब्ल्यू बुश प्रेसिडेंशियल लाइब्रेरी एवं म्यूजियम में टिप्पणी के लिए एक संदेश भेजा गया है। सरकार ने कहा कि शिहाब कोलंबस और उसके आसपास के रेस्तरां में काम करता था और उसने इंडियानापोलिस के एक बाजार में भी काम किया, जहां उसका एक अपार्टमेंट था।

शिकायत में गया है कि शिहाब ने एक विश्वसनीय मुखबिर को बताया कि उसने इराक युद्ध के दौरान अमेरिकी सैनिकों की हत्या में सहायता की और कहा कि वह और अन्य ‘पूर्व राष्ट्रपति बुश को मारना चाहते थे क्योंकि उन्हें लगता था कि वह (बुश) कई इराकियों को मारने और पूरे इराक को तोड़ने के लिए जिम्मेदार थे।’ सरकार ने कहा कि शिहाब ने फरवरी में डलास की यात्रा की, जहां उन्होंने उस जगह के प्रवेश द्वार का वीडियो बनाया जहां बुश रहते थे और नवंबर में अमेरिका में इराकी नागरिकों की तस्करी की पड़ताल के लिए डेट्रॉइट भी गया।
लेखक के बारे में
शैलेश कुमार शुक्ला
शैलेश कुमार शुक्‍ला, पूर्वी उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले से ताल्‍लुक रखते हैं। उन्‍होंने इलाहाबाद विश्‍वविद्यालय और माखन लाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्‍वविद्यालय से पढ़ाई की। अमर उजाला से पत्रकारिता की शुरुआत की। वार्ता, पीटीआई भाषा, अमर उजाला, नवभारत टाइम्‍स ऑनलाइन में करीब 14 साल काम का अनुभव है। इंटरनैशनल डेस्‍क पर कार्यरत हैं। राष्‍ट्रीय और अंतरराष्‍ट्रीय राजनीति, विज्ञान, रक्षा, पर्यावरण जैसे विषयों के बारे में जानने और लिखने की हमेशा ललक रही है।... और पढ़ें

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