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अमेरिका का 'ब्रह्मास्त्र' खरीदेगा जापान, उत्तर कोरिया से बचायेगी 500 टॉमहॉक मिसाइल

Japan Tomahawk cruise missile: उत्तर कोरिया लगातार मिसाइल लॉन्च के जरिए अपने पड़ोसियों को डरा रहा है। इसे देखते हुए जापान अब अमेरिका से टॉमहॉक मिसाइल खरीदने का विचार बना रहा है। 2027 तक जापान 500 टॉमहॉक मिसाइल खरीद सकता है। इसे लेकर जपान के प्रधानमंत्री ने अमेरिकी राष्ट्रपति से भी मीटिंग की थी।

Curated byयोगेंद्र मिश्रा | नवभारतटाइम्स.कॉम 30 Nov 2022, 11:09 pm

हाइलाइट्स

  • टॉमहॉक मिसाइल अमेरिका का ब्रह्मास्त्र कहा जाता है
  • जापान उत्तर कोरिया से निपटने के लिए 500 मिसाइल खरीदेगा
  • टॉमहॉक मिसाइल कई मौकों पर अपनी क्षमता साबित कर चुका है
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नवभारतटाइम्स.कॉम अमेरिका का ब्रह्मास्त्र खरीदेगा जापान, उत्तर कोरिया से बचाएंगे 500 टॉमहॉक मिसाइल
वॉशिंगटन: अमेरिका का ब्रह्मास्त्र कहे जाने वाले टॉमहॉक क्रूज मिसाइलों को जापान खरीदने की तैयारी में है। जापान का रक्षा मंत्रालय 2027 तक 500 मिसाइल खरीदने का विचार बना रहा है। जवाबी हमले में तेजी लाने के लिए जापान तैयारी कर रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक 13 नवंबर को प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ मुलाकात में इस योजना को आगे बढ़ाने की पुष्टि की थी। लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी और उसकी सहयोगी कोमिटो ने जवाबी हमले की क्षमता बढ़ाने पर सहमति जताई है, जो दुश्मन के मिसाइल लॉन्च साइट को टार्गेट कर सकता है।
इस साल के अंत तक सुरक्षा रणनीति को अंतिम रूप दिया जाएगा। इसमें मिसाइलों को खरीदने की बात स्पष्ट रूप से कही जा सकती है। उत्तर कोरिया लगातार अपनी मिसाइल लॉन्च टेक्नोलॉजी को बढ़ा है। हाल के दिनों में उसने कई मिसाइल लॉन्च किए हैं, जिसने कोरियाई प्रायद्वीप में तनाव की स्थिति पैदा कर दी है। जापान को अनुमान है कि उसे 500 टॉमहॉक मिसाइलों की जरूरत होगी। मिसाइलों को बनाने की क्षमता के आधार पर नंबरों में उतार चढ़ाव हो सकता है।

अपनी काबिलियत दिखा चुका है मिसाइल
रिपोर्ट्स के मुताबिक नोम पेन्ह में जापान-अमेरिका शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री किशिदा ने टॉमहॉक मुद्दे को एजेंडे में रखा था। जिसमें उन्होंने बाइडेन से रक्षा क्षमताओं को मजबूत करने के अपने दृढ़ संकल्प को व्यक्त किया था। बाइडेन ने इस दौरान कहा था कि जापान रक्षा उपकरणों का एक बड़ा खरीदार है और अमेरिका हर तरह से मदद करना चाहता है। अमेरिका ने टॉमहॉक मिसाइलों की बिक्री को सख्ती के साथ सीमित कर रखा है। इन मिसाइलों ने 1991 में खाड़ी युद्ध समेत कई जंग में अपनी क्षमता साबित की है।

1,250 किमी दूर से दागी जा सकती है मिसाइलअमेरिकी रक्षा विभाग के मुताबिक यूनाइटेड किंगडम ने 2014 में 140 मिलियन डॉलर में 65 टॉमहॉक मिसाइल खरीदी थीं। पिछले साल AUKUS के बनने के बाद अमेरिका ने ऑस्ट्रेलिया को भी इन मिसाइलों को बेचने का वादा किया है। टॉमहॉक मिसाइल अमेरिका सेना की सटीक-निर्देश वाली मिसाइल है। ये मिसाइल 1,250 किमी दूर से अपने टार्गेट को खत्म करने में सक्षम है।
लेखक के बारे में
योगेंद्र मिश्रा
नवभारत टाइम्स में डिजिटल कंटेंट प्रोड्यूसर योगेंद्र मिश्र ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन किया है। इन्हें डिजिटल पत्रकारिता में लगभग 5 साल का अनुभव है। न्यूज नेशन, टीवी 9 भारतवर्ष से होते हुए वह अब नवभारत टाइम्स में अपना सफर जारी रखे हुए हैं। देश विदेश और साइंस से जुड़ी खबरों में इन्हें खास रुचि है।... और पढ़ें

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