वॉशिंगटन
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अपनी पहली बैठक के दौरान मजेदार तरीके से संभावित इंडिया कनेक्शन के बारे में बताया। उन्होंने बाइडन सरनेम वाले एक व्यक्ति के बारे में एक घटना याद करते हुए यह कहा, जिसने 1972 में उनके पहली बार सीनेटर चुने जाने पर उन्हें एक पत्र लिखा था। बाइडन ने 2013 में अमेरिकी उपराष्ट्रपति रहने के दौरान खुद के मुंबई में होने को याद करते हुए कहा कि उनसे पूछा गया था कि क्या भारत में उनका कोई रिश्तेदार है।
1972 में बाइडन सरनेम वाले व्यक्ति का मिला था पत्र
अमेरिकी राष्ट्रपति ने बताया कि मैंने कहा था कि मैं इस बारे में निश्चित नहीं हूं, लेकिन जब मैं 1972 में 29 साल की उम्र में पहली बार निर्वाचित हुआ था, तब मुझे मुंबई से बाइडन सरनेम वाले एक व्यक्ति का पत्र मिला था। उन्होंने बताया कि अगली सुबह प्रेस ने उन्हें बताया कि भारत में पांच बाइडन रहते थे।
बाइडन ने किया मजाक
इस बारे में और विस्तार से बताते हुए बाइडन ने मजाकिया लहजे में कहा कि ईस्ट इंडिया टी (चाय) कंपनी में एक कैप्टन जॉर्ज बाइडन थे। जो एक आयरिश व्यक्ति के लिए स्वीकार करना मुश्किल था। मैं आशा करता हूं कि आप मजाक समझ रहे हैं। वह संभवत: वहीं रहे और एक भारतीय महिला से शादी कर ली।
पीएम मोदी से मांगी बाइडन सरनेम वाले लोगों को ढूंढने में मदद!
बाइडन ने कहा कि मैं कभी उसका पता नहीं लगा सका, इसलिए इस बैठक का पूरा मकसद इसका हल करने में मेरी मदद करना है। इस पर, प्रधानमंत्री मोदी सहित बैठक कक्ष में मौजूद सभी लोगों के ठहाकों से हॉल गूंज उठा।
बाइडन ने क्या कहा?
बाइडन ने अपने मुंबई दौरे का जिक्र करते हुए अनुभवों को साझा किया। बाइडन ने कहा कि वे भारतीय मूल की एक महिला के साथ शादी करना चाहते थे। उनके इस बयान पर वाइट हाउस के ओवल ऑफिस में मौजूद सभी लोग हंसने लगे। बाइडन ने कहा कि मैं देख रहा हूं कि आपके नेतृत्व में भारत-अमेरिका संबंधों के विस्तार के बीज बोए गए हैं। मुझे लंबे समय से विश्वास है कि अमेरिका-भारत संबंध हमें कई वैश्विक चुनौतियों का समाधान करने में मदद कर सकते हैं। वास्तव में 2006 में जब मैं उपराष्ट्रपति था, मैंने कहा था कि 2020 तक भारत और अमेरिका दुनिया के सबसे करीबी देशों में होंगे।
भारत के साथ मजबूत साझेदारी की बात कही
उन्होंने यह भी कहा कि हम अपनी मजबूत साझेदारी का निर्माण जारी रखेंगे। बाइडन ने अपने संबोधन के दौरान उपराष्ट्रपति कमला हैरिस की भारतीय विरासत का भी संदर्भ दिया। उन्होंने कहा कि 40 लाख भारतीय-अमेरिकी हर दिन अमेरिका को मजबूत बनाते हैं। मेरा मानना है कि अमेरिका-भारत कई चुनौतियों का समाधान करने में हमारी मदद कर सकते हैं। हम भारत-अमेरिका संबंधों में एक नया अध्याय देख रहे हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अपनी पहली बैठक के दौरान मजेदार तरीके से संभावित इंडिया कनेक्शन के बारे में बताया। उन्होंने बाइडन सरनेम वाले एक व्यक्ति के बारे में एक घटना याद करते हुए यह कहा, जिसने 1972 में उनके पहली बार सीनेटर चुने जाने पर उन्हें एक पत्र लिखा था। बाइडन ने 2013 में अमेरिकी उपराष्ट्रपति रहने के दौरान खुद के मुंबई में होने को याद करते हुए कहा कि उनसे पूछा गया था कि क्या भारत में उनका कोई रिश्तेदार है।
1972 में बाइडन सरनेम वाले व्यक्ति का मिला था पत्र
अमेरिकी राष्ट्रपति ने बताया कि मैंने कहा था कि मैं इस बारे में निश्चित नहीं हूं, लेकिन जब मैं 1972 में 29 साल की उम्र में पहली बार निर्वाचित हुआ था, तब मुझे मुंबई से बाइडन सरनेम वाले एक व्यक्ति का पत्र मिला था। उन्होंने बताया कि अगली सुबह प्रेस ने उन्हें बताया कि भारत में पांच बाइडन रहते थे।
बाइडन ने किया मजाक
इस बारे में और विस्तार से बताते हुए बाइडन ने मजाकिया लहजे में कहा कि ईस्ट इंडिया टी (चाय) कंपनी में एक कैप्टन जॉर्ज बाइडन थे। जो एक आयरिश व्यक्ति के लिए स्वीकार करना मुश्किल था। मैं आशा करता हूं कि आप मजाक समझ रहे हैं। वह संभवत: वहीं रहे और एक भारतीय महिला से शादी कर ली।
पीएम मोदी से मांगी बाइडन सरनेम वाले लोगों को ढूंढने में मदद!
बाइडन ने कहा कि मैं कभी उसका पता नहीं लगा सका, इसलिए इस बैठक का पूरा मकसद इसका हल करने में मेरी मदद करना है। इस पर, प्रधानमंत्री मोदी सहित बैठक कक्ष में मौजूद सभी लोगों के ठहाकों से हॉल गूंज उठा।
बाइडन ने क्या कहा?
बाइडन ने अपने मुंबई दौरे का जिक्र करते हुए अनुभवों को साझा किया। बाइडन ने कहा कि वे भारतीय मूल की एक महिला के साथ शादी करना चाहते थे। उनके इस बयान पर वाइट हाउस के ओवल ऑफिस में मौजूद सभी लोग हंसने लगे। बाइडन ने कहा कि मैं देख रहा हूं कि आपके नेतृत्व में भारत-अमेरिका संबंधों के विस्तार के बीज बोए गए हैं। मुझे लंबे समय से विश्वास है कि अमेरिका-भारत संबंध हमें कई वैश्विक चुनौतियों का समाधान करने में मदद कर सकते हैं। वास्तव में 2006 में जब मैं उपराष्ट्रपति था, मैंने कहा था कि 2020 तक भारत और अमेरिका दुनिया के सबसे करीबी देशों में होंगे।
भारत के साथ मजबूत साझेदारी की बात कही
उन्होंने यह भी कहा कि हम अपनी मजबूत साझेदारी का निर्माण जारी रखेंगे। बाइडन ने अपने संबोधन के दौरान उपराष्ट्रपति कमला हैरिस की भारतीय विरासत का भी संदर्भ दिया। उन्होंने कहा कि 40 लाख भारतीय-अमेरिकी हर दिन अमेरिका को मजबूत बनाते हैं। मेरा मानना है कि अमेरिका-भारत कई चुनौतियों का समाधान करने में हमारी मदद कर सकते हैं। हम भारत-अमेरिका संबंधों में एक नया अध्याय देख रहे हैं।