ऐपशहर

कैसे पार होगी Indo-Pacific में चीन की चुनौती? चर्चा के लिए अगले हफ्ते भारत आएंगे अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पॉम्पियो

Mike Pompeo in India: अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पॉम्पियो अगले हफ्ते भारत आने वाले हैं। 2+2 मीटिंग में इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में चीन की चुनौती पर चर्चा की जाएगी।

एएनआई 21 Oct 2020, 6:08 am

हाइलाइट्स

  • अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पॉम्पियो अगले हफ्ते भारत आएंगे
  • इंडो-पैसिफिक में चीन की चुनौती पार करने पर की जाएगी चर्चा
  • अमेरिका के रक्षा सचिव मार्क एस्पर ने दी 2+2 बैठक की जानकारी
सारी खबरें हाइलाइट्स में पढ़ने के लिए ऐप डाउनलोड करें
नवभारतटाइम्स.कॉम माइक पॉम्पिओ (फाइल फोटो)
माइक पॉम्पिओ (फाइल फोटो)
वॉशिंगटन
भारत से सटी सीमा से लेकर दक्षिण चीन सागर में अमेरिका को तेवर दिखाने वाले चीन को काबू में कैसे करना है, इस पर चर्चा के लिए अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पॉम्पियो भारत आने वाले हैं। अगले हफ्ते अमेरिका और भारत के बीच 2+2 वार्ता में इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में खड़ीं चुनौतियों और उनसे निपटने के समाधान पर चर्चा की जाएगी। यह जानकारी अमेरिका के रक्षा सचिव मार्क एस्पर ने दी है।
'सदी की सबसे अहम पार्टनरशिप'
अटलांटिक काउंसिल के अध्यक्ष फ्रेडरिक केम्पी से बातचीत के दौरान एस्पर ने कहा है कि अगले हफ्ते वह पॉम्पियो के साथ भारत में होंगे। भारत के साथ यह दूसरी 2+2 वार्ता होगी। एस्पर ने इस मुलाकात को और इंडो-पैसिफिक में भारत के साथ पार्टनरशिप को इस सदी में सबसे अहम बताया है। उन्होंने कहा है कि इस क्षेत्र के देश देख रहे हैं कि चीन क्या कर रहा है।

भारत में योग्य लोग, कर रहे चीन का सामना
एस्पर ने कहा कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है जहां बहुत योग्य और गुणी लोग हैं और वे हर दिन हिमलय पर चीन की आक्रामकता का सामना करते हैं, खासकर वास्तविक नियंत्रण रेखा पर। उन्होंने कहा है कि इस क्षेत्र के कई देशों से बात की है और वहां गए हैं, जैसे मंगोलिया, न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया थाइलैंड, पलाऊ और पैसिफिक के टापू देशों में। सभी देश देख रहे हैं कि चीन क्या कर रहा है। कुछ जगहों पर वह एकदम साफ है और कई जगहों पर वे छिपकर कर रहे हैं।

'कैसे हो रहा है चीन का उदय, यह चिंता की बात'
एस्पर ने कहा कि चीन राजनीति और कूटनतिक दबाव बना रहा है और भारत की तरह कुछ देशों पर सैन्य दबाव भी बना रहा है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि सभी देशों को अंतरराष्ट्रीय नियमों का सामना करना है जिनसे सबको फायदा होता है। एस्पर ने कहा कि यह मुद्दा चीन के उदय का नहीं है, इस बात का है कि उनका उदय कैसे हो रहा है। इसी पर इन बैठकों में चर्चा होती है।

अगले हफ्ते दिल्ली में है बैठक
पिछले हफ्ते हुई Five Eyes Forum के बारे में एस्पर ने बताया कि इसमें इंडो-पैसिफिक की चुनौतियों, आपसी सहयोग, संप्रभुता को मिलने वाली चुनौती, अंतरराष्ट्रीय नियमों की व्यवस्था औक नैविगेशन की आजादी पर चर्चा की गई। इससे और ज्यादा नजदीकी सहयोग बनता है और अगले हफ्ते दिल्ली में होने वाली बैठक में भी यह दिखेगा। भारत नौसेना की जानकारी साझा करने के समझौते पर एस्पर ने कहा कि भारत के साथ कई मुद्दों पर चर्चा हो रही है लेकिन इसके बारे में जानकारी सही समय पर दी जाएगी।

अगला लेख

Worldकी ताजा खबरें, ब्रेकिंग न्यूज, अनकही और सच्ची कहानियां, सिर्फ खबरें नहीं उसका विश्लेषण भी। इन सब की जानकारी, सबसे पहले और सबसे सटीक हिंदी में देश के सबसे लोकप्रिय, सबसे भरोसेमंद Hindi Newsडिजिटल प्लेटफ़ॉर्म नवभारत टाइम्स पर
ट्रेंडिंग