वॉशिंगटन: व्हेल मछली समुद्र की सबसे बड़ी मछली है। इसका मुंह इतना बड़ा है कि ये हजारों मछलियों को एक साथ खा ले। लेकिन क्या ये मछली इंसानों को निगल सकती है। इसका जवाब माइकल पैकर्ड से बेहतर और कोई नहीं दे सकता है। माइकल एक प्रोफेशनल गोताखोर हैं और केकड़ों की तलाश करते हैं। माइकल एक ऐसे व्यक्ति हैं जो व्हेल मछली के मुंह में जा कर भी जिंदा बचे रह गए हैं। माइकल पैकार्ड मैसाचुसेट्स में केप कॉड तट पर लॉब्टर की तलाश के लिए पानी में उतरे थे। इस दौरान उन्हें एक बड़ा झटका लगा। उन्हें लगा जैसे किसी ट्रक ने उन्हें ठोकर मारी है।
वह तल से 45 फीट नीचे की गहराई में थे। उन्हें कोई ठोकर नहीं लगी थी, बल्कि दुनिया के सबसे बड़े जीवों में से एक हंपबैक व्हेल ने उन्हें अपने मुंह में भर लिया था। हंपबैक व्हेल को 1.4 मीट्रिक टन छोटी मछलियों को खाने के लिए जाना जाता है। व्हेल के मुंह में पहुंच गए माइकल ने मछली के किनारों को छुआ। उन्हें लगा कि एक बड़ी शार्क ने उन्हें निगल लिया है। लेकिन थोड़ी देर में उन्हें एहसास हुआ कि ये जीव बिना दांतों वाला है, जिससे उन्हें अहसास हुआ कि ये जीव खतरनाक नहीं है।
ऑक्सीजन सिलेंडर खो गया
माइकल ने बताया कि उनके चारों ओर अंधेरा था। उनका ऑक्सीजन सिलेंडर खो गया था। माइकल ने कहा, 'इस दौरान मुझे लग रहा था कि मैं मर जाउंगा। मैं अपने बच्चों और परिवार को याद कर रहा था। लेकिन तभी मेरी तरफ का अंधेरा प्रकाश में बदल गया। व्हेल ने अपने जबड़ा खोला और मुझे समुद्री सतह पर फेंक दिया।' इस हादसे में उनकी एक टांग टूट गई। वैज्ञानिकों का तभी से दावा है कि एक हंपव्हेल के लिए एक पूरे वयस्क को निगल पाना लगभग असंभव है।
व्हेल का गला होता है छोटायूके के एक गैर लाभकारी समूह व्हेल एंड डॉल्फनि कंजर्वेशन के मुताबिक एक हंपव्हेल का गला सिर्फ 15 इंच के व्यास का होता है, जो एक इंसान को निगलने के लिए बहुत छोटा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक इतिहास में एक बार ही व्हेल के इंसान को निगलने की घटना देखी गई है। 1980 के दशक में जेम्स बार्टले को एक स्पर्म व्हेल ने निगल लिया था। हालांकि वह चमत्कारिक तरीके से बच गए थे।
वह तल से 45 फीट नीचे की गहराई में थे। उन्हें कोई ठोकर नहीं लगी थी, बल्कि दुनिया के सबसे बड़े जीवों में से एक हंपबैक व्हेल ने उन्हें अपने मुंह में भर लिया था। हंपबैक व्हेल को 1.4 मीट्रिक टन छोटी मछलियों को खाने के लिए जाना जाता है। व्हेल के मुंह में पहुंच गए माइकल ने मछली के किनारों को छुआ। उन्हें लगा कि एक बड़ी शार्क ने उन्हें निगल लिया है। लेकिन थोड़ी देर में उन्हें एहसास हुआ कि ये जीव बिना दांतों वाला है, जिससे उन्हें अहसास हुआ कि ये जीव खतरनाक नहीं है।
ऑक्सीजन सिलेंडर खो गया
माइकल ने बताया कि उनके चारों ओर अंधेरा था। उनका ऑक्सीजन सिलेंडर खो गया था। माइकल ने कहा, 'इस दौरान मुझे लग रहा था कि मैं मर जाउंगा। मैं अपने बच्चों और परिवार को याद कर रहा था। लेकिन तभी मेरी तरफ का अंधेरा प्रकाश में बदल गया। व्हेल ने अपने जबड़ा खोला और मुझे समुद्री सतह पर फेंक दिया।' इस हादसे में उनकी एक टांग टूट गई। वैज्ञानिकों का तभी से दावा है कि एक हंपव्हेल के लिए एक पूरे वयस्क को निगल पाना लगभग असंभव है।
व्हेल का गला होता है छोटायूके के एक गैर लाभकारी समूह व्हेल एंड डॉल्फनि कंजर्वेशन के मुताबिक एक हंपव्हेल का गला सिर्फ 15 इंच के व्यास का होता है, जो एक इंसान को निगलने के लिए बहुत छोटा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक इतिहास में एक बार ही व्हेल के इंसान को निगलने की घटना देखी गई है। 1980 के दशक में जेम्स बार्टले को एक स्पर्म व्हेल ने निगल लिया था। हालांकि वह चमत्कारिक तरीके से बच गए थे।