ढाका
बांग्लादेश के एक मछुआरे ने पद्मा नदी से दैत्याकार कतला मछली पकड़कर रेकॉर्ड कायम किया है। इस मछली का कुल वजन 18.2 किलोग्राम बताया जा रहा है। इस विशालकाय कतला मछली को पबना के एक बाजार में लगभग 25,000 टका (21,597 रुपये) में बेचा गया। एक कतला मछली से 21,597 रुपये की कमाई कर मछुआरे ने रेकॉर्ड कायम किया है।
गोलंदा के फेरी घाट पर पकड़ी गई मछली
ढाका टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, मछुआरे गुरुदेव हलदर ने शनिवार तड़के गोलंदा उपजा के दौलतदिया फेरी घाट पर पद्मा नदी से 18.2 किलोग्राम कतला मछली पकड़ी। यह पद्मा नदी से पकड़ी गई अब तक की सबसे विशालकाय कतला मछली है। मछुआरे ने बताया कि वह रोज की तरह अपने साथियों के साथ तड़के मछली पकड़ने के लिए नाव लेकर निकला था।
1400 टका प्रति किलो की दर से बिकी
गुरुदेव हलदर ने बताया कि इतनी बड़ी मछली को पकड़ने के बाद उसे अपने भाग्य पर विश्वास नहीं हो रहा था। मछुआरे और उसके साथी आनन-फानन में इतनी बड़ी मछली को नीलामी के लिए दौलतदिया घाट से सटे स्थानीय मछली बाजार में लेकर गए। जहां स्थानीय मछली व्यापारी मोहम्मद चंदू मोल्ला ने 1,400 टका प्रति किलो की दर से कुल 25,480 टका में इस मछली को खरीद लिया।
मानसून कमजोर होने से मछुआरों की हुई चांदी
इस मछली को खरीदने के बाद चंदू मोल्ला ने कहा कि वह इस मछली को 1500 टका के भाव से खुदरा ग्राहकों को बेचेगा। पद्मा नदी की स्थिति और मछलियों की उपलब्धता के बारे में चंदू ने कहा कि मानसून के कमजोर होने से नदी का पानी कम होने लगा है, और कतला, रुई, बोआल, पंगा जैसी कई मछलियां अब काफी बड़ी संख्या में पकड़ी जा रही हैं।
मछलियों की आवक और बढ़ने के आसार
चंदू ने बताया कि माणिकगंज और पबना जिलों के मछुआरे आए-दिन बड़ी संख्या में मछलियों को पकड़ रहे हैं। इससे उन्हें अच्छी कमाई भी हो रही है। गोआलैंडा के एक मछली अधिकारी मोहम्मद रेजौल शरीफ ने कहा कि पद्मा का पानी कम होने के कारण अब बड़ी मछलियों के जाल में फंसने की उम्मीद है।
बांग्लादेश के एक मछुआरे ने पद्मा नदी से दैत्याकार कतला मछली पकड़कर रेकॉर्ड कायम किया है। इस मछली का कुल वजन 18.2 किलोग्राम बताया जा रहा है। इस विशालकाय कतला मछली को पबना के एक बाजार में लगभग 25,000 टका (21,597 रुपये) में बेचा गया। एक कतला मछली से 21,597 रुपये की कमाई कर मछुआरे ने रेकॉर्ड कायम किया है।
गोलंदा के फेरी घाट पर पकड़ी गई मछली
ढाका टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, मछुआरे गुरुदेव हलदर ने शनिवार तड़के गोलंदा उपजा के दौलतदिया फेरी घाट पर पद्मा नदी से 18.2 किलोग्राम कतला मछली पकड़ी। यह पद्मा नदी से पकड़ी गई अब तक की सबसे विशालकाय कतला मछली है। मछुआरे ने बताया कि वह रोज की तरह अपने साथियों के साथ तड़के मछली पकड़ने के लिए नाव लेकर निकला था।
1400 टका प्रति किलो की दर से बिकी
गुरुदेव हलदर ने बताया कि इतनी बड़ी मछली को पकड़ने के बाद उसे अपने भाग्य पर विश्वास नहीं हो रहा था। मछुआरे और उसके साथी आनन-फानन में इतनी बड़ी मछली को नीलामी के लिए दौलतदिया घाट से सटे स्थानीय मछली बाजार में लेकर गए। जहां स्थानीय मछली व्यापारी मोहम्मद चंदू मोल्ला ने 1,400 टका प्रति किलो की दर से कुल 25,480 टका में इस मछली को खरीद लिया।
मानसून कमजोर होने से मछुआरों की हुई चांदी
इस मछली को खरीदने के बाद चंदू मोल्ला ने कहा कि वह इस मछली को 1500 टका के भाव से खुदरा ग्राहकों को बेचेगा। पद्मा नदी की स्थिति और मछलियों की उपलब्धता के बारे में चंदू ने कहा कि मानसून के कमजोर होने से नदी का पानी कम होने लगा है, और कतला, रुई, बोआल, पंगा जैसी कई मछलियां अब काफी बड़ी संख्या में पकड़ी जा रही हैं।
मछलियों की आवक और बढ़ने के आसार
चंदू ने बताया कि माणिकगंज और पबना जिलों के मछुआरे आए-दिन बड़ी संख्या में मछलियों को पकड़ रहे हैं। इससे उन्हें अच्छी कमाई भी हो रही है। गोआलैंडा के एक मछली अधिकारी मोहम्मद रेजौल शरीफ ने कहा कि पद्मा का पानी कम होने के कारण अब बड़ी मछलियों के जाल में फंसने की उम्मीद है।