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नॉर्थ-ईस्ट में नया फ्रंट खोलने की तैयारी में चीन! अरुणाचल बॉर्डर से 130 किमी दूर बना रहा एयरबेस

India China Standoff Latest News: भारत से लद्दाख में उलझा चीन अब अरुणाचल प्रदेश में नया फ्रंट खोलने की तैयारियों में जुटा है। हाल में ली गई सैटेलाइट तस्वीर से खुलासा हुआ है कि चीन अरुणाचल बॉर्डर से 130 किलोमीटर की दूरी पर स्थित चामडो बंगडा एयरबेस का विस्तार कर रह है।

नवभारतटाइम्स.कॉम 26 Oct 2020, 8:17 pm

हाइलाइट्स

  • भारत से लद्दाख में मार खाया चीन अब पूर्वोत्तर में नया फ्रंट खोलने की कर रहा तैयारी
  • अरुणाचल प्रदेश बॉर्डर से 130 किमी दूर एयरबेस का कर रहा विस्तार
  • सैटेलाइट इमेज में खुली चीनी चाल की पोल, दिखा मिलिट्री ढांचे का निर्माण
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नवभारतटाइम्स.कॉम China Navy Jinping 01
चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग
पेइचिंग
भारत से लद्दाख में उलझा चीन अब अरुणाचल प्रदेश में नया फ्रंट खोलने की तैयारियों में जुटा है। हाल में ली गई सैटेलाइट तस्वीर से खुलासा हुआ है कि चीन अरुणाचल बॉर्डर से 130 किलोमीटर की दूरी पर स्थित चामडो बंगडा एयरबेस का विस्तार कर रह है। यहां पर विमानों के उड़ान भरने के लिए नया रनवे और उनकी मेंटिनेंस के लिए नए एप्रन का निर्माण किया जा रहा है।
सैटेलाइट इमेज से हुआ खुलासा
ओपन सोर्स इंटेलिजेंस @detresfa_ की सैटेलाइट इमेज में दिखाया गया है कि चीन 4400 मीटर की ऊंचाई पर कैसे यहां मिलिट्री के इस्तेमाल के लिए नया रनवे बना रहा है। यह रनवे याकू नदी के पश्चिमी किनारे पर स्थित है। चामडो बंगडा एयरबेस पर पहले से ही 5500 मीटर का एक रनवे मौजूद था। इसके अलावा चीन जो नया रनवे बना रहा है उसकी लंबाई 4500 मीटर के आसपास है।

कर सकता है सैन्य तैनाती
सैटेलाइट तस्वीर में रनवे के नजदीक मिलिट्री के इस्तेमाल के लिए बनाया गया एप्रन दिखाई दे रहा है। माना जा रहा है कि चीन ठंड के दिनों में अपने कुछ ट्रूप्स और हथियारों को इस सीमा पर तैनात करने की प्लानिंग कर रहा है। इस बेस पर यह निर्माण गतिविधियां जून 2020 में शुरू हुईं थीं जो अब तक जारी है।

आसान नहीं है यहां से उड़ान भरना
यह एयरपोर्ट इतनी ऊंचाई पर स्थित है कि यहां से उड़ान भरना सभी विमानों के लिए आसान नहीं होगा। यहां ठंड के दिनों में तापमान शून्य से काफी नीचे रहता है। जबकि, सामान्य दिनों में भी यहां तेज हवा, ऑक्सीजन की कमी और हवा का कम घनत्व विमानों के उड़ने में बाधक बनता है। ठंड के दिनों में तो यहां हवा की स्पीड 30 मीटर प्रति सेकेंड तक चली जाती है।


एलएसी के नजदीक चीन के 8 एयरफील्ड
ओपन सोर्स इंटेलिजेंस एनालिस्ट Detresfa ने एक तस्वीर जारी कर एलएसी के नजदीक चीनी एयरबेस की डिटेल्स शेयर की है। इसमें संबंधित एयरबेस पर तैनात एयरक्राफ्ट के बारे में भी जानकारी दी गई है। बता दें कि अत्याधिक ऊंचाई पर स्थित होने के कारण चीन इस इलाके में हवाई शक्ति के मामले में भारत से कमजोर है। जबकि भारतीय एयरबेस निचले क्षेत्र में हैं जहां से वे अपनी पूरी क्षमता के साथ चीन के खिलाफ कार्रवाई कर सकते हैं।

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इन एयरबेस को चीन ने किया एक्टिवेट
एयरबेससमुद्रतल से ऊंचाईतैनात विमान
कासी एयरबेस4529 फीटजे-11, जेएच-7, यूएवी
तास्कुरगन एयरबेस10633 फीटनिर्माणाधीन
होटान एयरबेस4672 फीटजे-11, जे-8, जे-7, अवाक्स, यूएवी
सेतुला हेलीपैड12017 फीटजानकारी नहीं
तेनसुहाई हेलीपैड14980 फीटनिर्माणाधीन
रुतांग काउंटी हेलीपैड14881 फीटनिर्माणाधीन
शिक्वान्हें हेलीपैड14064 फीटजानकारी नहीं
नगारी एयरबेस14022 फीटजे-11, यूएवी

अब भारत के पश्चिम में जंग की तैयारी कर रहा चीन, युद्धपोतों से दाग रहा गोले और बम
तो युद्ध के लिए तैयारी कर रहा चीन?
बीते दिनों चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कोरियाई युद्ध की सालगिरह पर राष्ट्रवादी संदेश दिया था। उन्होंने कहा था कि हम कभी राष्ट्रीय संप्रभुता, सुरक्षा और विकास हितों को नुकसान पहुंचाने की किसी को अनुमति नहीं देंगे। जिनपिंग ने कहा था कि हम किसी को अपने देश में घुसपैठ और हमारी पवित्र मातृभूमि के विभाजन की इजाजत नहीं देंगे। अगर ऐसी कोई गंभीर परिस्थिति आती है तो चीनी लोग निश्चित रूप से इसका प्रतिकार करेंगे। माना जा रहा है कि चीनी राष्ट्रपति का यह बयान भारत, अमेरिका या ताइवान के लिए हो सकता है।

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