काबुल
पिछले साल अफगान अधिकारियों के सामने इस्लामिक स्टेट आतंकी ग्रुप के कई सारे सदस्यों ने आत्मसमर्पण किया था। ब्लैकलिस्टेड IS टेरर ग्रुप में शामिल 1,400 आतंकियों में से कुछ की पहचान भारतीय नागिरक के तौर पर हुई थी। जनवरी 2020 में आई संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के मुताबिक, 'इनमें अधिकतर आतंकी अफगान नागरिक थे लेकिन अज़रबेजान, कनाडा, फ्रांस, भारत, मालदीव्स, पाकिस्तान, तजाकिस्तान, तुर्की और उज्बेकिस्तान जैसे देशों के नागरिक भी IS में शामिल थे।' हालांकि इस रिपोर्ट में नागरिकों की संख्या के बारे में नहीं बताया गया है। ऐसा बताया गया है कि ये सभी आतंकी ISIL-K टेररिस्ट ग्रुप में शामिल हैं और यह इस्लामिस्ट ग्रुप इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक ऐंड लेवंट (ISIL) की ही एक ब्रांच है। ISIL अफगानिस्तान और पाकिस्तान में ऐक्टिव आतंकी ग्रुप है। यूएन की रिपोर्ट के मुताबिक, ISIL-K में इंटरनेट के जरिए लगातार भर्तियां हो रही हैं। इसके अलावा यह ग्रुप मद्रसास और अफगानिस्तान की यूनिवर्सिटीज में भी साजिश व दुष्प्रचार गतिविधियों को अंजाम देता है।
इससे पहले भी इस तरह की रिपोर्ट्स आ चुकी हैं और उनमें भी कहा गया था कि अफगानिस्तान में आत्मसमर्पण करने वाले 600 से ज्यादा इस्लामिक स्टेट आतंकियों में 13 भारतीयों को प्रत्यर्पति कर सकता है। पिछले साल के आखिर में इन आतंकियों ने अफगान नैशनल आर्मी के समक्ष आत्मसमर्पण किया था। भारत और अफगानिस्तान के बीच द्विपक्षीय प्रत्यर्पण संधि के बाद अफगानिस्तान का यह फैसला आया था।
पिछले साल अफगान अधिकारियों के सामने इस्लामिक स्टेट आतंकी ग्रुप के कई सारे सदस्यों ने आत्मसमर्पण किया था। ब्लैकलिस्टेड IS टेरर ग्रुप में शामिल 1,400 आतंकियों में से कुछ की पहचान भारतीय नागिरक के तौर पर हुई थी। जनवरी 2020 में आई संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के मुताबिक, 'इनमें अधिकतर आतंकी अफगान नागरिक थे लेकिन अज़रबेजान, कनाडा, फ्रांस, भारत, मालदीव्स, पाकिस्तान, तजाकिस्तान, तुर्की और उज्बेकिस्तान जैसे देशों के नागरिक भी IS में शामिल थे।' हालांकि इस रिपोर्ट में नागरिकों की संख्या के बारे में नहीं बताया गया है।
इससे पहले भी इस तरह की रिपोर्ट्स आ चुकी हैं और उनमें भी कहा गया था कि अफगानिस्तान में आत्मसमर्पण करने वाले 600 से ज्यादा इस्लामिक स्टेट आतंकियों में 13 भारतीयों को प्रत्यर्पति कर सकता है। पिछले साल के आखिर में इन आतंकियों ने अफगान नैशनल आर्मी के समक्ष आत्मसमर्पण किया था। भारत और अफगानिस्तान के बीच द्विपक्षीय प्रत्यर्पण संधि के बाद अफगानिस्तान का यह फैसला आया था।