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आईओसी ने अमेरिकी दूतावास को यरुशलम ले जाने की निंदा की

अमेरिका ने अपना दूतावास यरुशलम ले जाने और इस विवादित शहर को इजरायल की राजधानी के तौर पर मान्यता दे दी है। अमेरिका के इस फैसले की इस्लामी सहयोग संगठन ने आलोचना की है।

भाषा 1 Jun 2019, 12:01 pm
मक्का
नवभारतटाइम्स.कॉम यरुशलम धार्मिक मान्यताओं के लिहाज से महत्वपूर्ण शहर
यरुशलम धार्मिक मान्यताओं के लिहाज से महत्वपूर्ण शहर

इस्लामी सहयोग संगठन (ओआईसी) ने अमेरिका द्वारा अपना दूतावास यरुशलम ले जाने और विवादित शहर को इजरायल की राजधानी के तौर पर मान्यता देने के फैसले की शनिवार को आलोचना की। सत्तावन देशों के संगठन ने एक बयान में कहा कि संगठन अमेरिका और ग्वाटेमाला के दूतावासों को यरुशलम स्थानांतरित करने की निंदा करता है ।

आईओसी सभी सदस्यों से उन देशों का बहिष्कार करने का अनुरोध करता है जिन्होंने यरूशलम में अपने राजनयिक मिशन खोले हैं। आईओसी के सम्मेलन की मेजबानी सऊदी अरब इस्लाम के सबसे पवित्र शहर मक्का में कर रहा है। बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के दामाद जेरेड कुशनर को इस महीने के अंत में बहरीन में एक सम्मेलन में अपनी लंबे समय से प्रतीक्षित पश्चिम एशिया शांति योजना के आर्थिक पहलुओं को जारी करना है।

ट्रंप ने इस योजना को ‘सदी का समझौता’ बताया है, लेकिन फलस्तीनियों ने इसे खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि उन्हें ट्रंप प्रशासन की नीतियां इजरायल के पक्ष में झुकी दिखती है। इजरायल का दावा है कि यरुशलम उसकी अभिन्न और अविभाजित राजधानी है, जबकि फलस्तीन शहर के पूर्वी हिस्से पर अपना दावा करता है। इजरायल और फलस्तीन दोनों के लिए ही आस्था के लिहाज से यरुशलम महत्वपूर्ण शहर है।

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