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तानाशाह किम जोंग उन की दूसरी घातक मिसाइल से सहमी दुनिया, 1900 किमी तक कर सकती है मार

North Korea New SLBM Pukguksong-4: उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ने 10 अक्टूबर को एक नहीं, बल्कि दो-दो घातक मिसाइलें दुनिया को दिखाई थी। इंटरकांटिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल हावसांग 15 की झलक तो पूरी दुनिया ने देखा, लेकिन उत्तर कोरिया की सबमरीन लॉन्च बैलिस्टिक मिसाइल पुकगुकसॉन्ग -4 (Pukguksong-4) के बारे में बाद में पता चला।

नवभारतटाइम्स.कॉम 12 Oct 2020, 8:10 pm
प्योंगयांग
नवभारतटाइम्स.कॉम Pukguksong-4
पुकगुकसॉन्ग- 4 मिसाइल

उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ने 10 अक्टूबर को एक नहीं, बल्कि दो-दो घातक मिसाइलें दुनिया को दिखाई थी। इंटरकांटिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल हावसांग 15 की झलक तो पूरी दुनिया ने देखा, लेकिन उत्तर कोरिया की सबमरीन लॉन्च बैलिस्टिक मिसाइल पुकगुकसॉन्ग- 4 (Pukguksong-4) के बारे में बाद में पता चला। दरअसल, किम जोंग उन ने अपने देश की मिलिट्री परेड को सीक्रेट रखा था। उत्तर कोरिया ने सीमित संख्या में ही इस समारोह की जानकारी दुनिया को दी है। यहां तक कि प्योंगयांग में मौजूद दूसरे देशों के राजनयिकों को भी नहीं बुलाया गया था।

एक नहीं, दो मिसाइलों को किया था प्रदर्शित
अब खुलासा हुआ है कि उत्तर कोरिया की पनडुब्बी से लॉन्च की जा सकने वाली पुकगुकसॉन्ग -4 मिसाइल को भी प्रदर्शित किया गया था। इसकी एक तस्वीर भी वहां की मीडिया ने जारी किया है। इस मिसाइल की विशेषता के बारे में उत्तर कोरिया ने कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी है। फिर भी रक्षा विशेषज्ञों ने अनुमान लगाया है कि यह मिसाइल भी पुकगुकसॉन्ग -3 की तरह ताकतवर हो सकती है।

पनडुब्बी से लॉन्च करने वाली है मिसाइल
यह मिसाइल लंबाई में छोटी, लेकिन चौड़ाई में ज्यादा है। पनडुब्बी से लॉन्च किए जाने वाली अधिकतर मिसाइलों की बनावट ऐसी ही होती है। विशेषज्ञों ने बताया कि इस मिसाइल का मोटर भी देखने में आधुनिक लगता है। अगर इस फोटो से उत्तर कोरिया की सेना ने कोई छेड़छाड़ न की हो तो ऐसे ठोस ईंधन वाले मोटरों से कई ताकतवर मिसाइलों को लॉन्च किया जा सकता है। जिससे वे अधिक पेलोड के साथ हमला कर सकती हैं।


1900 किमी से ज्यादा हो सकती है रेंज
रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर कोरिया की इस नई सबमरीन लॉन्च बैलिस्टिक मिसाइल (एसएलबीएम) की रेंज 1900 किलोमीटर से ज्यादा हो सकती है। जो आसानी से दक्षिण कोरिया, जापान और प्रशांत महासागर में स्थित अमेरिकी नेवल बेस गुआम को निशाना बना सकती है। हालांकि उत्तर कोरिया के पास मौजूदा पनडुब्बियां पुरानी सोवियत तकनीकी पर ही आधारित हैं। ऐसे में वे अधिक संख्या में मिसाइलों को नहीं लेकर जा सकती हैं।

2019 में ही किया था इसे बनाने का ऐलान
उत्तर कोरिया ने इस मिसाइल को बनाने का ऐलान 2019 में ही कर दिया था। लेकिन, तब से यह सीक्रेट ही था। पहली बार किम जोंग उन ने इन हथियारों को सार्वजनिक रूप से प्रदर्शित किया है। माना जा रहा है कि इसके पीछे सीधे अमेरिका को संदेश देने की कोशिश की गई है। अमेरिका में आगामी चुनावों के बाद जो भी राष्ट्रपति बनता है उसके सामने सबसे बड़ी समस्या उत्तर कोरिया ही होगा।


Hwasong-15 को भी दुनिया को दिखाया
उत्‍तर कोरिया ने परमाणु हथियारों से लैस 22 पहिए वाली गाड़ी पर सवार दैत्‍याकार मिसाइल Hwasong-15 को दुनिया के सामने पेश किया। विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि यह मिसाइल अमेरिका के किसी भी कोने में हमला करने में सक्षम है। उत्‍तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ने इस मिसाइल को पिछले दिनों अपनी सैन्‍य परेड में दिखाया था। विशेषज्ञों ने कहा कि यह मिसाइल दुनिया की सबसे लंबी मिसाइलों में से एक है।


उत्तर कोरिया ने क्यों आयोजित की सैन्य परेड
10 अक्टूबर को कोरियाई वर्कर्स पार्टी की 75वीं स्थापना दिवस को यादगार बनाने के लिए किम जोंग उन ने इस परेड का आयोजन किया। प्योंगयांग के किम इल संग स्क्वायर पर सैन्य परेड के दौरान टैंक, बख्तरबंद वाहन, रॉकेट लांचर और बैलिस्टिक मिसाइलों की एक विस्तृत श्रृंखला पेश की गई। उत्तर कोरिया में शायद यह पहली ऐसी सैन्य परेड थी जिसे रात में आयोजित किया गया है।

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