ढाका
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आश्वासन दिया कि उनकी सरकार किसी भी आतंकवादी संगठन को अपने देश की भूमि का इस्तेमाल नहीं करने देगी। हसीना ने विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रधानमंत्री मोदी के साथ बांग्लादेश में चार परियोजनाओं का संयुक्त रूप से उद्घाटन करने के बाद कहा कि बांग्लादेश द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और बहुपक्षीय सहयोग के जरिए दक्षिण एशियाई क्षेत्र से आतंकवाद का नामोनिशान मिटाने के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा कि कट्टरपंथ का प्रसार न केवल दोनों देशों के लिए बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए एक गंभीर खतरा है और भारत तथा बांग्लादेश ने पिछले साल आतंकवाद विरोधी सहयोग बढ़ाने का संकल्प लिया था। हसीना ने कहा, 'हम द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और बहुपक्षीय सहयोग के जरिए हमारे क्षेत्र से आतंकवाद की समस्या को जड़ से खत्म करने के अपने संकल्प पर कायम हैं।'
बांग्लादेशी प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार कतई नहीं बर्दाश्त करने वाली अपनी नीति के तहत किसी भी आतंकवादी संगठन को बांग्लादेश की धरती का इस्तेमाल नहीं करने देगी। उन्होंने कश्मीर के पुलवामा में पिछले महीने आतंकवादी हमले में शहीद हुए भारतीय अर्द्धसैनिक बल के जवानों के परिवारों के प्रति गहरी सहानुभूति भी जाहिर की।
उन्होंने कहा, 'हम इस नृशंस कृत्य की कड़ी निंदा करते हैं।' गौरतलब है कि गत 14 फरवरी को कश्मीर के पुलवामा जिले में पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के एक आत्मघाती हमलावर के हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। इस घटना से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया। हसीना ने कहा कि बांग्लादेश और भारत के बीच संबंध दुनिया के लिए अच्छे पड़ोसी होने का एक रोल मॉडल है और इसी कारण दोनों देशों के बीच बहुआयामी सहयोग है। उन्होंने कहा, 'मुझे पूरा विश्वास है कि यह सहयोग जारी रहेगा।'
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आश्वासन दिया कि उनकी सरकार किसी भी आतंकवादी संगठन को अपने देश की भूमि का इस्तेमाल नहीं करने देगी। हसीना ने विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रधानमंत्री मोदी के साथ बांग्लादेश में चार परियोजनाओं का संयुक्त रूप से उद्घाटन करने के बाद कहा कि बांग्लादेश द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और बहुपक्षीय सहयोग के जरिए दक्षिण एशियाई क्षेत्र से आतंकवाद का नामोनिशान मिटाने के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा कि कट्टरपंथ का प्रसार न केवल दोनों देशों के लिए बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए एक गंभीर खतरा है और भारत तथा बांग्लादेश ने पिछले साल आतंकवाद विरोधी सहयोग बढ़ाने का संकल्प लिया था। हसीना ने कहा, 'हम द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और बहुपक्षीय सहयोग के जरिए हमारे क्षेत्र से आतंकवाद की समस्या को जड़ से खत्म करने के अपने संकल्प पर कायम हैं।'
बांग्लादेशी प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार कतई नहीं बर्दाश्त करने वाली अपनी नीति के तहत किसी भी आतंकवादी संगठन को बांग्लादेश की धरती का इस्तेमाल नहीं करने देगी। उन्होंने कश्मीर के पुलवामा में पिछले महीने आतंकवादी हमले में शहीद हुए भारतीय अर्द्धसैनिक बल के जवानों के परिवारों के प्रति गहरी सहानुभूति भी जाहिर की।
उन्होंने कहा, 'हम इस नृशंस कृत्य की कड़ी निंदा करते हैं।' गौरतलब है कि गत 14 फरवरी को कश्मीर के पुलवामा जिले में पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के एक आत्मघाती हमलावर के हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। इस घटना से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया। हसीना ने कहा कि बांग्लादेश और भारत के बीच संबंध दुनिया के लिए अच्छे पड़ोसी होने का एक रोल मॉडल है और इसी कारण दोनों देशों के बीच बहुआयामी सहयोग है। उन्होंने कहा, 'मुझे पूरा विश्वास है कि यह सहयोग जारी रहेगा।'