ऐपशहर

दक्षिण कोरिया में कोरोना वायरस संक्रमण को छ‍िपाने वाला रहस्‍यमय चर्च का नेता अरेस्‍ट

दक्षिण कोरिया में रहस्‍यमय चर्च के नेता ली मैन-ही को अरेस्‍ट कर ल‍िया गया है। इस बुजुर्ग नेता पर कोरोना वायरस महामारी को छ‍िपाने का आरोप है। अभियोजकों ने आशंका जताई है कि ली सबूत से छेड़छाड़ कर सकते हैं।

भाषा 1 Aug 2020, 3:56 pm
सियोल
नवभारतटाइम्स.कॉम corona
दक्षिण कोरिया में कोरोना को लेकर बड़ी कार्रवाई

दक्षिण कोरियाई अधिकारियों ने फरवरी और मार्च में हजारों लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने के मामले में देश के रहस्‍यमय चर्च के एक बुजुर्ग नेता को अरेस्‍ट कर लिया है। चर्च के इस बुजुर्ग नेता को महामारी के खिलाफ दक्षिण कोरिया सरकार के प्रयासों को बाधित करने के आरोपों की जांच के बाद गिरफ्तार किया गया।

मध्य सुवाआन शहर में अभियोजक शिनचियोंजी चर्च ऑफ जीजस के अध्यक्ष 88 वर्षीय ली मैन-ही से पूछताछ कर रहे हैं। उन पर आरोप है कि गिरजाघर ने कुछ सदस्यों को छिपाया और पृथक-वास से बचाने के लिए लोगों की संख्या को कम करके बताया। सुवाआन जिला अदालत ने शनिवार तड़के अभियोजकों के ली को गिरफ्तार करने के अनुरोध को मंजूरी दी।

अभियोजकों ने आशंका जताई कि ली सबूत से छेड़छाड़ कर सकते हैं। ली और उनके गिरजाघर ने आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि वे स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ सहयोग कर रहे हैं। उसके प्रवक्ता किम यंग-उन ने कहा कि गिरजाघर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करेगा ताकि ‘अदालत में सच साफ तौर पर साबित हो जाए।’

दक्षिण कोरिया में कोविड-19 के 14,336 में से 5,200 से अधिक मामले गिरजाघर से जुड़े हैं। गिरजाघर की दक्षिण शहर दाएगू में स्थित शाखा फरवरी में संक्रमण के मामलों का मुख्य केंद्र बनकर सामने आयी थी। कोरियाई प्रशासन का कहना है कि देश के दक्षिणी शहर डाएगू में बेहद रहस्‍यमयी समझे जाने वाले शिन्चेऑन्जी चर्च के सदस्यों में एक-दूसरे के जरिए कोरोना वायरस फैलता गया। फिर धीरे-धीरे देश के दूसरे हिस्सों में भी इसका असर होने लगा।

इस तरह शिन्चेऑन्जी चर्च से होकर कोरोना वायरस पूरे देश में फैल गया। चर्च के प्रमुख ली मन ही खुद को 'जीसस का अवतार' बताते हैं। उन्होंने शिन्चेऑन्जी चर्च की स्थापना साल 1984 में की थी। कोरियाई भाषा में शिन्चेऑन्जी का मतलब 'नया स्वर्ग और धरती' है। ली के अनुनायियों का मानना है कि वे अपने साथ करीब एक लाख 44 हजार लोगों को लेकर स्वर्ग जाएंगे। चर्च का कहना है कि दक्षिण कोरिया से बाहर उसके करीब 20 हजार अनुयायी हैं। इन देशों में चीन, जापान और दक्षिण पूर्व एशिया के कुछ देश भी हैं।

अगला लेख

Worldकी ताजा खबरें, ब्रेकिंग न्यूज, अनकही और सच्ची कहानियां, सिर्फ खबरें नहीं उसका विश्लेषण भी। इन सब की जानकारी, सबसे पहले और सबसे सटीक हिंदी में देश के सबसे लोकप्रिय, सबसे भरोसेमंद Hindi Newsडिजिटल प्लेटफ़ॉर्म नवभारत टाइम्स पर
ट्रेंडिंग