प्योंगयांग
उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन की बहन ने कहा कि दक्षिण कोरिया अगर शत्रुतापूर्ण नीतियों और दोहरे मानदंडों के साथ उसे (उत्तर कोरिया को) उकसाना छोड़ देता है तो उनका देश उससे फिर बातचीत शुरू करने को तैयार है। दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति मून जेइ-इन ने इस सप्ताह 1950-53 के कोरियाई टकराव के समाप्त करने की घोषणा के लिए नए सिरे से आह्वान किया था, जिसके जवाब में किम यो जोंग ने शुक्रवार को ये टिप्पणियां की। वहीं, इससे उलट, तानाशाह के उपविदेशमंत्री का कहना है कि मून का प्रस्ताव ठोस नहीं है।
'सैकड़ों बार हुई जंग खत्म करने की बात'
किम के मंत्री री थे सॉन्ग का कहना है कि टकराव खत्म करने का मून का प्रस्ताव असामयिक है और इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि इससे उत्तर कोरिया के प्रति अमेरिका की कड़ी नीति खत्म हो जाएगी। उन्होंने कहा कि जब तक DPRK के इर्द-गिर्द राजनीतिक परिस्थितियां नहीं बदलती हैं और अमेरिकी नीति नहीं बदलती है, भले ही सैकड़ों बार जंग खत्म करने की बात कही जा चुकी हो।
'सार्थक बातचीत को तैयार'
दूसरी ओर, आमतौर पर आक्रामक रहने वाली किम यो जोंग का कहना है कि टकराव खत्म करने की घोषणा की जा सकती है अगर कोरियाई देश एक-दूसरे के प्रति शत्रुतापूर्ण नीतियां और अनुचित दोहरे मानदंड और पक्षपातपूर्ण विचार छोड़ दें। उन्होंने कहा कि उत्तर कोरिया संबंधों में सुधार लाने पर दक्षिण कोरिया के साथ 'सार्थक बातचीत' करने को तैयार है।
उनका यह बयान तब आया है जब कुछ दिनों पहले उत्तर कोरिया ने अमेरिका के साथ परमाणु वार्ता में गतिरोध के बीच छह महीने बाद पहला मिसाइल परीक्षण किया। उत्तर कोरिया ने पहले कहा है कि अमेरिका और दक्षिण कोरिया के बीच सैन्य अभ्यास और अमेरिका द्वारा लगाए प्रतिबंध प्योंगयांग के खिलाफ शत्रुतापूर्ण नीतियों के उदाहरण हैं।
उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन की बहन ने कहा कि दक्षिण कोरिया अगर शत्रुतापूर्ण नीतियों और दोहरे मानदंडों के साथ उसे (उत्तर कोरिया को) उकसाना छोड़ देता है तो उनका देश उससे फिर बातचीत शुरू करने को तैयार है। दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति मून जेइ-इन ने इस सप्ताह 1950-53 के कोरियाई टकराव के समाप्त करने की घोषणा के लिए नए सिरे से आह्वान किया था, जिसके जवाब में किम यो जोंग ने शुक्रवार को ये टिप्पणियां की। वहीं, इससे उलट, तानाशाह के उपविदेशमंत्री का कहना है कि मून का प्रस्ताव ठोस नहीं है।
'सैकड़ों बार हुई जंग खत्म करने की बात'
किम के मंत्री री थे सॉन्ग का कहना है कि टकराव खत्म करने का मून का प्रस्ताव असामयिक है और इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि इससे उत्तर कोरिया के प्रति अमेरिका की कड़ी नीति खत्म हो जाएगी। उन्होंने कहा कि जब तक DPRK के इर्द-गिर्द राजनीतिक परिस्थितियां नहीं बदलती हैं और अमेरिकी नीति नहीं बदलती है, भले ही सैकड़ों बार जंग खत्म करने की बात कही जा चुकी हो।
'सार्थक बातचीत को तैयार'
दूसरी ओर, आमतौर पर आक्रामक रहने वाली किम यो जोंग का कहना है कि टकराव खत्म करने की घोषणा की जा सकती है अगर कोरियाई देश एक-दूसरे के प्रति शत्रुतापूर्ण नीतियां और अनुचित दोहरे मानदंड और पक्षपातपूर्ण विचार छोड़ दें। उन्होंने कहा कि उत्तर कोरिया संबंधों में सुधार लाने पर दक्षिण कोरिया के साथ 'सार्थक बातचीत' करने को तैयार है।
उनका यह बयान तब आया है जब कुछ दिनों पहले उत्तर कोरिया ने अमेरिका के साथ परमाणु वार्ता में गतिरोध के बीच छह महीने बाद पहला मिसाइल परीक्षण किया। उत्तर कोरिया ने पहले कहा है कि अमेरिका और दक्षिण कोरिया के बीच सैन्य अभ्यास और अमेरिका द्वारा लगाए प्रतिबंध प्योंगयांग के खिलाफ शत्रुतापूर्ण नीतियों के उदाहरण हैं।