काबुल
अफगानिस्तान में तालिबान का आंदोलन बेहतर, स्थिर और ईमानदार सरकार देने के वादे के साथ शुरू हुआ था और उस वक्त देश के लोगों को उम्मीद थी कि शायद वह अपने वादे को पूरा करेगा। हालांकि, जल्द ही इस इस्लामिक कट्टरपंथी संगठन ने कड़े नियम लागू करने शुरू कर दिए। करीब 27 साल बाद भी उसके तौर-तरीके उसी तरह जारी हैं। एक बार फिर अफगानिस्तान पर कब्जा बढ़ाते जा रहे तालिबान ने चोरी के आरोपियों का मुंह काला करके सड़कों पर घुमाना शुरू कर दिया है।
हेरात शहर पर काबिज तालिबान के लड़ाकों ने हेरात की गलियों में चोरी के आरोपियों को घुमाया है। इनके चेहरों को रंग दिया गया और फिर यह सजा दी गई। तालिबानी शासन में इस तरह की सजाएं दी जाती रही हैं। पहले भी हत्या के दोषियों को सरेआम मौत के घाट उतार दिया जाता था। वहीं, महिलाओं को बुर्का पहनना जरूरी था और बच्चियां स्कूल नहीं जा सकती थीं।
इससे पहले सोशल मीडिया पर कई ऐसे वीडियो सामने आए थे जिनमें तालिबानी लड़ाके नाचते-कूदते, संपत्ति तहस-नहस करते दिखते हैं। ऐसे ही एक वीडियो में दिख रहा है कि निमरोज के गवर्नर के महल में घुसे तालिबानी लड़ाके कैसे सोफे पर बैठे आराम फरमा रहे हैं। लोगों को तड़पा-तड़पाकर मारने के आरोपी ये आतंकी फल, बिस्किट उड़ा रहे हैं।
काबुल तक पहुंचा
तालिबान ने शनिवार तड़के काबुल के दक्षिण में स्थित एक प्रांत पर कब्जा कर लिया और देश के उत्तर में स्थित अहम शहर मजार-ए-शरीफ पर चौतरफा हमला शुरू कर दिया। अफगान अधिकारियों ने यह जानकारी दी। लोगार से सांसद होमा अहमदी ने बताया कि तालिबान ने पूरे प्रांत पर कब्जा कर लिया है, जिसमें उनकी राजधानी भी शामिल है और तालिबान शनिवार को पड़ोसी काबुल प्रांत के एक जिले में पहुंच गया।
तालिबान राजधानी काबुल के दक्षिण में 80 किलोमीटर से भी कम दूरी पर पहुंच चुका है। अफगानिस्तान से अमेरिका की पूर्णतय: वापसी में तीन सप्ताह से भी कम समय शेष बचा है और ऐसे में तालिबान ने उत्तर, पश्चिम और दक्षिण अफगानिस्तान के अधिकतर हिस्सों पर कब्जा कर लिया है।
अफगानिस्तान में तालिबान का आंदोलन बेहतर, स्थिर और ईमानदार सरकार देने के वादे के साथ शुरू हुआ था और उस वक्त देश के लोगों को उम्मीद थी कि शायद वह अपने वादे को पूरा करेगा। हालांकि, जल्द ही इस इस्लामिक कट्टरपंथी संगठन ने कड़े नियम लागू करने शुरू कर दिए। करीब 27 साल बाद भी उसके तौर-तरीके उसी तरह जारी हैं। एक बार फिर अफगानिस्तान पर कब्जा बढ़ाते जा रहे तालिबान ने चोरी के आरोपियों का मुंह काला करके सड़कों पर घुमाना शुरू कर दिया है।
हेरात शहर पर काबिज तालिबान के लड़ाकों ने हेरात की गलियों में चोरी के आरोपियों को घुमाया है। इनके चेहरों को रंग दिया गया और फिर यह सजा दी गई। तालिबानी शासन में इस तरह की सजाएं दी जाती रही हैं। पहले भी हत्या के दोषियों को सरेआम मौत के घाट उतार दिया जाता था। वहीं, महिलाओं को बुर्का पहनना जरूरी था और बच्चियां स्कूल नहीं जा सकती थीं।
इससे पहले सोशल मीडिया पर कई ऐसे वीडियो सामने आए थे जिनमें तालिबानी लड़ाके नाचते-कूदते, संपत्ति तहस-नहस करते दिखते हैं। ऐसे ही एक वीडियो में दिख रहा है कि निमरोज के गवर्नर के महल में घुसे तालिबानी लड़ाके कैसे सोफे पर बैठे आराम फरमा रहे हैं। लोगों को तड़पा-तड़पाकर मारने के आरोपी ये आतंकी फल, बिस्किट उड़ा रहे हैं।
काबुल तक पहुंचा
तालिबान ने शनिवार तड़के काबुल के दक्षिण में स्थित एक प्रांत पर कब्जा कर लिया और देश के उत्तर में स्थित अहम शहर मजार-ए-शरीफ पर चौतरफा हमला शुरू कर दिया। अफगान अधिकारियों ने यह जानकारी दी। लोगार से सांसद होमा अहमदी ने बताया कि तालिबान ने पूरे प्रांत पर कब्जा कर लिया है, जिसमें उनकी राजधानी भी शामिल है और तालिबान शनिवार को पड़ोसी काबुल प्रांत के एक जिले में पहुंच गया।
तालिबान राजधानी काबुल के दक्षिण में 80 किलोमीटर से भी कम दूरी पर पहुंच चुका है। अफगानिस्तान से अमेरिका की पूर्णतय: वापसी में तीन सप्ताह से भी कम समय शेष बचा है और ऐसे में तालिबान ने उत्तर, पश्चिम और दक्षिण अफगानिस्तान के अधिकतर हिस्सों पर कब्जा कर लिया है।