पेइचिंग
अमेरिका और भारत के साथ चल रहे तनाव के बीच चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने सेना का आह्वान किया है कि दूसरे देशों के साथ अस्थिर सुरक्षा स्थिति के लिए उसे तैयार रहने की जरूरत है। मंगलवार को विधायी सत्र के दौरान चीनी राष्ट्रपति ने कहा कि हमारे देश की वर्तमान सुरक्षा स्थिति अस्थिर और अनिश्चित है। चीनी राष्ट्रपति का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब ताइवान को लेकर अमेरिका और लद्दाख को लेकर भारत के साथ चीनी ड्रैगन का तनाव बढ़ गया है। शी जिनपिंग ने सेना के प्रतिनिधियों के साथ चर्चा के दौरान कहा कि पूरी सेना को निश्चित रूप से युद्धक तैयारी बढ़ाने और क्षमता विस्तार के लिए समन्वय करना चाहिए। साथ ही किसी भी समय में विभिन्न तरह के जटिल और कठिन परिस्थितियों के लिए खुद को तैयार रखना चाहिए। देश की राष्ट्रीय संप्रभुता, सुरक्षा और विकास हितों की पुरजोर तरीके से रक्षा करनी चाहिए। इसके अलावा सेना को एक आधुनिक समाजवादी राज्य बनाने में मजबूती के साथ मदद करनी चाहिए।
'सेना अपनी युद्धक क्षमता का विस्तार करे'
इससे पहले चीन के रक्षा मंत्री जनरल वेई फेंघे ने शनिवार को कहा था कि सेना अपनी युद्धक क्षमता का विस्तार करे। उन्होंने यह भी कहा था कि चीन की राष्ट्रीय सुरक्षा अत्यधिक खतरे वाले चरण में प्रवेश कर गई है। वेई ने कहा, 'हम राष्ट्रीय सुरक्षा पहाड़ जैसी चुनौती का सामना कर रहे हैं। हमें व्यापक रूप से सैन्य प्रशिक्षण और युद्ध की तैयारी को बढ़ाना होगा ताकि हम अपने दुश्मनों का मुकाबल कर सकें।
इससे पहले पिछले सप्ताह चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने अमेरिकी विदेश मंत्री जो बाइडेन से आह्वान किया था कि वह ताइवान पर ट्रंप प्रशासन के नीतियों को पलट दें। उन्होंने कहा, 'हम अमेरिका के नए प्रशासन से अनुरोध करते हैं कि ताइवान मुद्दे की अत्यधिक संवेदनशीलता को समझें। उन्होंने कहा था कि बाइडेन प्रशासन आग से खेलने वाली नीतियों को बदल दे।
अमेरिका और भारत के साथ चल रहे तनाव के बीच चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने सेना का आह्वान किया है कि दूसरे देशों के साथ अस्थिर सुरक्षा स्थिति के लिए उसे तैयार रहने की जरूरत है। मंगलवार को विधायी सत्र के दौरान चीनी राष्ट्रपति ने कहा कि हमारे देश की वर्तमान सुरक्षा स्थिति अस्थिर और अनिश्चित है। चीनी राष्ट्रपति का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब ताइवान को लेकर अमेरिका और लद्दाख को लेकर भारत के साथ चीनी ड्रैगन का तनाव बढ़ गया है।
'सेना अपनी युद्धक क्षमता का विस्तार करे'
इससे पहले चीन के रक्षा मंत्री जनरल वेई फेंघे ने शनिवार को कहा था कि सेना अपनी युद्धक क्षमता का विस्तार करे। उन्होंने यह भी कहा था कि चीन की राष्ट्रीय सुरक्षा अत्यधिक खतरे वाले चरण में प्रवेश कर गई है। वेई ने कहा, 'हम राष्ट्रीय सुरक्षा पहाड़ जैसी चुनौती का सामना कर रहे हैं। हमें व्यापक रूप से सैन्य प्रशिक्षण और युद्ध की तैयारी को बढ़ाना होगा ताकि हम अपने दुश्मनों का मुकाबल कर सकें।
इससे पहले पिछले सप्ताह चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने अमेरिकी विदेश मंत्री जो बाइडेन से आह्वान किया था कि वह ताइवान पर ट्रंप प्रशासन के नीतियों को पलट दें। उन्होंने कहा, 'हम अमेरिका के नए प्रशासन से अनुरोध करते हैं कि ताइवान मुद्दे की अत्यधिक संवेदनशीलता को समझें। उन्होंने कहा था कि बाइडेन प्रशासन आग से खेलने वाली नीतियों को बदल दे।