कीव
यूक्रेन की राजधानी में जिस रूसी पत्रकार की हत्या की खबरों ने सुर्खियां बनाई थीं, वह जिंदा हैं और बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में नजर आए। दरअसल, मंगलवार को ऐसी खबरें आई थीं कि विपक्षी मीडिया के लिए काम करने वाले एक रूसी पत्रकार अरकाडी बाबचेंको की कीव में गोली मारकर हत्या कर दी गई।
बाबचेंको इन खबरों के बीच बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में नजर आए और उन्होंने रूसी सुरक्षा सेवा का आभार जताया। हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि मौत की झूठी खबर फैलाने के पीछे क्या वजह है। इधर, रूसी विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि वह बाबचेंको के जिंदा होने की खबर से खुश है। विदेश मंत्रालय ने साथ ही कहा कि मौत की खबर कुप्रचार के लिए फैलाई गई थी।
बता दें कि मंगलवार को यूक्रेन पुलिस ने बताया था कि अरकाडी बाबचेंको को यूक्रेन की राजधानी कीव स्थित उनके अपार्टमेंट परिसर में गोली मारी गई। पुलिस प्रवक्ता यारोस्लाव त्राकालो ने यहां तक दावा किया था कि गोली की आवाज सुनने के बाद अरकाडी की पत्नी जब वहां पहुंचीं , तो उन्होंने अपने पति को खून से लथपथ देखा और पत्रकार की अस्पताल ले जाते हुए एम्बुलेंस में मौत हो गई। वहीं, अरकाडी के साथ काम करने वाले एक अन्य पत्रकार उस्मान पाश्येव ने भी उनकी मौत की पुष्टि करते हुए फेसबुक पर लिखा था।
उन्होंने लिखा कि अरकाडी बाबचेंको दुकान से घर आ रहे थे। उसी दौरान अपार्टमेंट की सीढ़ियों पर उनकी पीठ पर तीन गोलियां मारी गईं। बताया जा रहा है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के मुखर आलोचक रहे 41 वर्षीय अरकाडी जान से मारने की धमकी मिलने के बाद पराग्वे चले गए थे। फिलहाल वह कीव में रह रहे हैं।
यूक्रेन की राजधानी में जिस रूसी पत्रकार की हत्या की खबरों ने सुर्खियां बनाई थीं, वह जिंदा हैं और बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में नजर आए। दरअसल, मंगलवार को ऐसी खबरें आई थीं कि विपक्षी मीडिया के लिए काम करने वाले एक रूसी पत्रकार अरकाडी बाबचेंको की कीव में गोली मारकर हत्या कर दी गई।
बाबचेंको इन खबरों के बीच बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में नजर आए और उन्होंने रूसी सुरक्षा सेवा का आभार जताया। हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि मौत की झूठी खबर फैलाने के पीछे क्या वजह है। इधर, रूसी विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि वह बाबचेंको के जिंदा होने की खबर से खुश है। विदेश मंत्रालय ने साथ ही कहा कि मौत की खबर कुप्रचार के लिए फैलाई गई थी।
बता दें कि मंगलवार को यूक्रेन पुलिस ने बताया था कि अरकाडी बाबचेंको को यूक्रेन की राजधानी कीव स्थित उनके अपार्टमेंट परिसर में गोली मारी गई। पुलिस प्रवक्ता यारोस्लाव त्राकालो ने यहां तक दावा किया था कि गोली की आवाज सुनने के बाद अरकाडी की पत्नी जब वहां पहुंचीं , तो उन्होंने अपने पति को खून से लथपथ देखा और पत्रकार की अस्पताल ले जाते हुए एम्बुलेंस में मौत हो गई। वहीं, अरकाडी के साथ काम करने वाले एक अन्य पत्रकार उस्मान पाश्येव ने भी उनकी मौत की पुष्टि करते हुए फेसबुक पर लिखा था।
उन्होंने लिखा कि अरकाडी बाबचेंको दुकान से घर आ रहे थे। उसी दौरान अपार्टमेंट की सीढ़ियों पर उनकी पीठ पर तीन गोलियां मारी गईं। बताया जा रहा है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के मुखर आलोचक रहे 41 वर्षीय अरकाडी जान से मारने की धमकी मिलने के बाद पराग्वे चले गए थे। फिलहाल वह कीव में रह रहे हैं।