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Pakistan Taliban News: 30 कमांडरों को करो रिहा... टीटीपी ने पाकिस्तान के साथ बातचीत में की मांग, मध्यस्थ बना तालिबान

पाकिस्तान और खूंखार आतंकी संगठन तहरीक ए तालिबान पाकिस्तान के बीच काबुल में बातचीत जारी है। इस बीच टीटीपी ने पाकिस्तानी सरकार को 30 कमांडरों की फेहरिस्त दी है जिसपर इस्लामाबाद ने सकारात्मक जवाब दिया है और भरोसा दिया है कि वे नामों पर गंभीरता से विचार करेगा। इस बातचीत की मध्यस्थता तालिबान कर रहा है।

भाषा 19 May 2022, 7:58 pm

हाइलाइट्स

  • पाकिस्तान और टीटीपी के बीच काबुल में बातचीत जारी
  • तालिबान कर रहा इस बातचीत की मध्यस्थता
  • अस्थायी संघर्ष विराम पर सहमत हुए दोनों पक्ष
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नवभारतटाइम्स.कॉम Taliban TTP 011
पाकिस्तान टीटीपी बातचीत
पेशावर: अफगानिस्तान की तालिबान सरकार ने पुष्टि की है कि वह पाकिस्तानी सरकार और तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के बीच जारी बातचीत में मध्यस्थ की भूमिका निभा रहा है। इस दौरान खूंखार आतंकवादी समूह ने अपने 30 अहम कमांडरों को रिहा करने की मांग रखी है जिन्हें पाकिस्तानी सरकार ने पकड़ा हुआ है। इस्लामिक अमीरात ऑफ अफगानिस्तान के प्रवक्ता ज़बीहुल्ला मुजाहिद ने ट्विटर पर कहा कि इस्लामिक अमीरात ऑफ अफगानिस्तान की मध्यस्थता में पाकिस्तानी सरकार और तहरीक-ए- तालिबान पाकिस्तान के बीच काबुल में बातचीत हुई है।
तालिबान बोला- अस्थायी संघर्ष विराम पर सहमति बनी
मुजाहिद ने कहा कि अस्थायी संघर्ष विराम पर सहमति बनी है। दोनों पक्षों ने वार्ता के दौरान संबंधित मुद्दों पर अहम प्रगति की है। इससे पहले टीटीपी के प्रवक्ता मोहम्मद खुरासनी ने एक बयान में कहा था कि दोनों पक्ष 30 मई तक संघर्षविराम पर सहमत हुए हैं। टीटीपी के प्रतिनिधियों ने पाकिस्तानी सरकार को 30 कमांडरों की फेहरिस्त दी है जिसपर इस्लामाबाद ने सकारात्मक जवाब दिया है और भरोसा दिया है कि वे नामों पर गंभीरता से विचार करेगा।

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तालिबान कर रहा बातचीत की मध्यस्थता
टीटीपी के प्रवक्ता ने कहा कि तालिबान नीत अफगानिस्तान की सरकार बातचीत में मध्यस्थ की भूमिका निभा रही है। आतंकवादी समूह के प्रवक्ता ने यह भी कहा कि टीटीपी ने मेहसूद जिरगा भी बुलाई थी जिससें 32 लोग शामिल थे और फिर मलकंद जिरगा बुलाई थी जिसमें 16 लोग थे। टीटीपी ने ईद उल फित्र के मौके पर 10 दिन के संघर्षविराम का ऐलान किया था जिसके बाद बातचीत की नई प्रक्रिया शुरू हुई। संघर्षविराम को पांच और दिनों के लिए बढ़ा दिया गया था।

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पाकिस्तान में शरिया लागू करना चाहता है टीटीपी
समूचे पाकिस्तान में शरिया कानून लागू करने की चाहत रखने वाले आतंकवादी समूह ने कहा कि संघर्ष विराम महीने भर के लिए लागू रहेगा। गौरतलब है कि वार्ता प्रक्रिया पिछले साल नवंबर में शुरू की गई थी लेकिन विभिन्न कारणों से दोनों पक्षों को कामयाबी नहीं मिल सकी थी।

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फैज़ हामिद कर रहे पाकिस्तानी दल का नेतृत्व
बहरहाल, इस बार दोनों पक्ष गंभीर कदम उठा रहे हैं और ऐसा लगता है कि टीटीपी और देश की खुफिया एजेंसी आईएसआई के पूर्व प्रमुख और पेशावर कोर के मौजूदा कमांडर लेफ्टिनेट जनरल फैज़ हामिद की अगुवाई वाले प्रतिनिधिमंडल के बीच बातचीत कामयाब रहेगी। टीटीपी के आतंकवादी 2008 में अपने गठन के बाद से ही सुरक्षा बलों के खिलाफ लड़ रहे हैं।

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