इस्लामाबाद
अमेरिका के पत्रकार डेनियल पर्ल की हत्या के दोषी अहमद उमर शेख की सजा मौत से घटाकर 7 साल की जेल कर दी गई। पाकिस्तान की अदालत इस फैसले पर कई तरह के सवाल उठने लगे। फिलहाल, सिंध सरकार ने आदेश जारी करके शेख की रिहाई पर रोक लगा दी है लेकिन इस बीच यह चर्चा चल निकली है कि कैस 18 साल से जेल में सड़ रहा यह आतंकी रहम की भीख मांग रहा था। उसका यहां तक कहना था कि या तो उसे छोड़ दिया जाए या मार दिया लेकिन कोई फैसला जरूर हो।
18 साल से जेल में कैद
शेख को भारत में कुछ विदेशियों का अपहरण करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। 1999 में हाइजैक किए गए एयर इंडिया के विमान को छोड़ने के बदले उसे रिहा करना पड़ा था। इसके बाद 2002 में उसने अमेरिका के पत्रकार डेनियल पर्ल की हत्या कर दी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक शेख ने पर्ल की हत्या से खुद को अनजान बताया था लेकिन वह दोषी पाया गया और उसे मौत की सजा दी गई। 18 साल से वह जेल में बंद था और मौत की सजा के खिलाफ उसकी याचिका पर सुनवाई भी लटकती जा रही थी।
कोरोना संकट में फंसा अमेरिका, ISI ने रची आतंकी अहमद उमर शेख सईद की रिहाई की साजिश?
'मुझे मार दो या छोड़ दो'
पाकिस्तान के एक सीनियर जर्नलिस्ट ने हैदराबाद की जेल के एक पूर्व जेलर से बातचीत के आधार पर पिछले साल बताया था कि कैसे जेल के अंदर शेख हताश होता जा रहा था। जेलर ने बताया कि शेख को डेथ सेल में रखा गया था। वह अजीब-अजीब सी बातें करने लगा था। कभी अपनी किस्मत के बारे में कुछ कहता तो कभी यह पूछता कि उसके केस का क्या हुआ है। वह इस बात से बहुत कुंठित हो गया था कि उसके केस पर कोर्ट में सुनवाई नहीं हो रही। वह कहता था, 'या तो मुझे मार दो या छोड़ दो।' जानकारी के मुताबिक शेख के वकील की बीच में ही मौत हो गई थी और उसके बाद कोई और वकील नहीं मिलने की वजह से उसके केस की सुनवाई अटक गई थी।
अमेरिका के पत्रकार डेनियल पर्ल की हत्या के दोषी अहमद उमर शेख की सजा मौत से घटाकर 7 साल की जेल कर दी गई। पाकिस्तान की अदालत इस फैसले पर कई तरह के सवाल उठने लगे। फिलहाल, सिंध सरकार ने आदेश जारी करके शेख की रिहाई पर रोक लगा दी है लेकिन इस बीच यह चर्चा चल निकली है कि कैस 18 साल से जेल में सड़ रहा यह आतंकी रहम की भीख मांग रहा था। उसका यहां तक कहना था कि या तो उसे छोड़ दिया जाए या मार दिया लेकिन कोई फैसला जरूर हो।
18 साल से जेल में कैद
शेख को भारत में कुछ विदेशियों का अपहरण करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। 1999 में हाइजैक किए गए एयर इंडिया के विमान को छोड़ने के बदले उसे रिहा करना पड़ा था। इसके बाद 2002 में उसने अमेरिका के पत्रकार डेनियल पर्ल की हत्या कर दी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक शेख ने पर्ल की हत्या से खुद को अनजान बताया था लेकिन वह दोषी पाया गया और उसे मौत की सजा दी गई। 18 साल से वह जेल में बंद था और मौत की सजा के खिलाफ उसकी याचिका पर सुनवाई भी लटकती जा रही थी।
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