भारतीय उच्चायुक्त ने सिंहली में सद्भावना संदेश दिया
कोलंबो, 14 जून (भाषा) श्रीलंका में भारत के उच्चायुक्त गोपाल बागले ने मंगलवार को पोसोन पोया दिवस के अवसर पर सिंहली में एक प्रतीकात्मक व सद्भावना संदेश देने के लिए बौद्ध भिक्षु अरहत महिंदा का उल्लेख किया।पोसोन पोया दिवस श्रीलंकाई बौद्धों के लिए काफी महत्व रखता है, क्योंकि यह भगवान बुद्ध के संदेश के साथ देश में अरहत महिंदा तेरा के ऐतिहासिक आगमन का प्रतीक है।बागले ने अपने वीडियो संदेश में कहा, ‘‘अरहत महिंदा ने आज की तरह पोसोन पूर्णिमा के दिन भारत से बौद्ध धर्म का संदेश पहुंचाया था और श्रीलंका उन कई देशों में से पहला था जहां भारत
पोसोन पोया दिवस श्रीलंकाई बौद्धों के लिए काफी महत्व रखता है, क्योंकि यह भगवान बुद्ध के संदेश के साथ देश में अरहत महिंदा तेरा के ऐतिहासिक आगमन का प्रतीक है।
बागले ने अपने वीडियो संदेश में कहा, ‘‘अरहत महिंदा ने आज की तरह पोसोन पूर्णिमा के दिन भारत से बौद्ध धर्म का संदेश पहुंचाया था और श्रीलंका उन कई देशों में से पहला था जहां भारत ने बौद्ध धर्म का संदेश दिया था।’’
बागले ने याद किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में भारत सरकार ने दोनों देशों के बीच बौद्ध कूटनीति को बढ़ावा देने के लिए श्रीलंका को 1.5 करोड़ अमेरिकी डॉलर की सहायता की।
बागले ने अक्टूबर 2021 में कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरने वाली पहली अंतरराष्ट्रीय उड़ान के बारे में भी बात की, जो श्रीलंका से थी। उत्तर प्रदेश में स्थित प्राचीन शहर कुशीनगर को बौद्ध तीर्थयात्रियों के लिए एक पवित्र स्थान माना जाता है।