इस्लामाबाद
पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज ( PML-N) में चल रहे आंतरिक विवाद के कारण भविष्य के नेतृत्व को लेकर पैदा हुई भ्रम की स्थिति को खत्म करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने घोषणा की कि उनके भाई और पंजाब के मुख्यमंत्री शहबाज शरीफ अगले आम चुनाव में प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे। सत्ता से हटा गए नवाज ने अपने भाई पर भरोसा जताते हुए कहा कि शहबाज ने कभी भी उन्हें और पार्टी निराश नहीं किया है और उनकी कड़ी मेहनत तथा प्रदर्शन के कारण उनकी महत्ता बढ़ी है।
द एक्सप्रेस ट्रिब्यून के मुताबिक, नवाज ने अपने जती उमरा आवास पर पार्टी की बैठक के दौरान बुधवार को यह फैसला लिया। पाकिस्तान पीपल्स पार्टी (PPP) के सेनेटर नैयर बुखारी ने पूर्व प्रधानमंत्री के फैसले की निंदा करते हुए कहा कि वह वंशवाद को बढ़ा रहे हैं। नैयर ने कहा कि शहबाज पर हत्या के एक मामले में शामिल होने का भी आरोप है।
उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट ने NAB को 28 जुलाई को ऐवनफील्ड और अन्य संपत्तियों के मामले में शरीफ परिवार के खिलाफ आरोप तय करने को कहा था। साथ ही निचली अदालत को निर्देश दिया गया था कि वह इन आरोपों के आधार पर 6 महीने के भीतर अपना फैसला सुनाए। सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार NAB ने नवाज पर भ्रष्टाचार के तीन आरोप तय किए हैं।
पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज ( PML-N) में चल रहे आंतरिक विवाद के कारण भविष्य के नेतृत्व को लेकर पैदा हुई भ्रम की स्थिति को खत्म करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने घोषणा की कि उनके भाई और पंजाब के मुख्यमंत्री शहबाज शरीफ अगले आम चुनाव में प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे। सत्ता से हटा गए नवाज ने अपने भाई पर भरोसा जताते हुए कहा कि शहबाज ने कभी भी उन्हें और पार्टी निराश नहीं किया है और उनकी कड़ी मेहनत तथा प्रदर्शन के कारण उनकी महत्ता बढ़ी है।
द एक्सप्रेस ट्रिब्यून के मुताबिक, नवाज ने अपने जती उमरा आवास पर पार्टी की बैठक के दौरान बुधवार को यह फैसला लिया। पाकिस्तान पीपल्स पार्टी (PPP) के सेनेटर नैयर बुखारी ने पूर्व प्रधानमंत्री के फैसले की निंदा करते हुए कहा कि वह वंशवाद को बढ़ा रहे हैं। नैयर ने कहा कि शहबाज पर हत्या के एक मामले में शामिल होने का भी आरोप है।
उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट ने NAB को 28 जुलाई को ऐवनफील्ड और अन्य संपत्तियों के मामले में शरीफ परिवार के खिलाफ आरोप तय करने को कहा था। साथ ही निचली अदालत को निर्देश दिया गया था कि वह इन आरोपों के आधार पर 6 महीने के भीतर अपना फैसला सुनाए। सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार NAB ने नवाज पर भ्रष्टाचार के तीन आरोप तय किए हैं।