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सिंध CJ के बेटे का सुराग देने पर एक करोड़

पाकिस्तान की सिंध सरकार ने प्रदेश के हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस के अगवा बेटे को सुरक्षित बरामद करने में मददगार साबित होने वाली जानकारी देने वाले को एक करोड़ रुपये का नगद इनाम देने का ऐलान किया है।

भाषा 23 Jun 2016, 1:13 pm
कराची
नवभारतटाइम्स.कॉम pak announces 10 million cash reward for info on sindh cjs abducted son
सिंध CJ के बेटे का सुराग देने पर एक करोड़

पाकिस्तान की सिंध सरकार ने प्रदेश के हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस के अगवा बेटे को सुरक्षित बरामद करने में मददगार साबित होने वाली जानकारी देने वाले को एक करोड़ रुपये का नगद इनाम देने का ऐलान किया है। दक्षिणी सिंध प्रांत के मुख्यमंत्री सैयद कैम अली शाह ने बुधवार को पुलिस, पैरामिलिटरी रेंजरों और सरकार के अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक करने के बाद इनाम का ऐलान किया।

शाह ने कहा, ‘मैं उस व्यक्ति को एक करोड़ रुपये का नगद इनाम देने का ऐलान करता हूं जो यह जानकारी देगा कि ओवैस सज्जाद शाह सिंध के चीफ जस्टिस के बेटे को कहां रखा गया है, या उसकी बरामदगी अथवा दोषियों की गिरफ्तारी में मददगार साबित होने वाला सुराग देगा।’ चीफ जस्टिस के बेटे के अपहरणकर्ताओं के बारे में सुराग देने वाले को इनाम देने के इस ऐलान से कुछ घंटे पहले पाकिस्तान के प्रख्यात सूफी कव्वाल अमजद साबरी को तालिबान के उग्रवादियों ने मार डाला।

उग्रवादियों ने यहां लक्षित आतंकी हमले के तहत साबरी के सिर में गोली मार कर उनकी हत्या की। शाह ने कहा कि लगता है कि कराची में ऐसे समय पर अशांति और असुरक्षा उत्पन्न करने की सुनियोजित साजिश की जा रही है जब बाजारों और खरीददारी वाले इलाकों में आगामी ईद पर्व की वजह से देर रात तक भीड़ रहती है। एक बयान में उन्होंने कहा, ‘मैं इस साजिश को सफल नहीं होने दूंगा और षड्यंत्रकारियों आतंकवादियों को सख्ती से कुचल दिया जाएगा।’

ओवैस वकील हैं और सिंध हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस के बेटे हैं। उनका 20 जून को पॉश क्लिफ्टन इलाके में स्थित एक लोकप्रिय शॉपिंग मार्ट के बाहर से सशस्त्र व्यक्तियों ने अपहरण कर लिया था। वह करीब 90 मामलों में मुकदमा लड़ रहे हैं। इनमें से एक मामले में वह कराची बंदरगाह ट्रस्ट के बर्खास्त 700 कर्मचारियों की ओर से पैरवी कर रहे हैं।

ओवैस के अपहरण से पहले दो बड़े राजनीतिक नेताओं के पुत्र कई साल तक बंधक बने रहने के बाद लौट कर आए हैं। पैरामिलिटरी रेंजरों ने भी ओवैस के अपहरण में शामिल लोगों के बारे में सूचना देने वाले को इनाम देने का ऐलान किया है। साबरी की हत्या के बाद विपक्षी नेताओं, नागरिक अधिकार समूहों और मीडिया ने सिंध की सरकार, रेंजरों और पुलिस की कड़ी आलोचना की और अक्तूबर 2013 से कराची में शुरू किए गए उग्रवाद निरोधक अभियान पर सवाल उठाने शुरु कर दिए।

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