लाहौर
पाकिस्तान ने अपने 70वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर अटारी-वाघा बॉर्डर पर अपने इतिहास का सबसे बड़ा झंडा फहराया है। पाकिस्तानी आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा ने यह झंडा रविवार रात 12 बजे फहराया। यह झंडा पूरे दक्षिण एशिया में सबसे ऊंचा बताया जा रहा है और दुनिया भर में इसे 8वां सबसे ऊंचा झंडा बताया जा रहा है।
पाकिस्तान में बना यह झंडा 400 फीट ऊंचा है। इसका आकार 120 फीट चौड़ा और 80 फीट लंबा है। इस मौके पर आर्मी चीफ बाजवा ने कहा, 'कुछ 77 साल पहले, पाकिस्तान रेजॉलूशन इसी शहर (लाहौर) में पास हुआ था। पाकिस्तान रमजान के 27वें दिन अस्तित्व में आया था। आज, देश कानून और संविधान के रास्ते पर अग्रसर है। सभी संस्थाएं अपना काम अच्छे से कर रही हैं। हम पाकिस्तान को जिन्ना और अल्लामा इकबाल का देश बनाएंगे।'
बाजवा ने आगे कहा, 'हमने बहुत से बलिदान दिए हैं। हम अपने शहीदों को कभी नहीं भूलेंगे। हम पाकिस्तान में हर आतंकवादी को फांसी पर लटकाएंगे। मैं अपने दुश्मनों को बताना चाहता हूं, वे चाहे पूर्व के हों या पश्चिम के, आपकी गोलियां खत्म हो जाएंगी लेकिन हमारे जवानों की छातियां नहीं।'
पाकिस्तान के अंदरुनी और बाहरी खतरों को लेकर बाजवा ने कहा, 'मैं भरोसा दिलाता हूं कि मैं आपको कभी झुकने नहीं दूंगा। अगर कोई ताकत पाकिस्तान को कमजोर करने की मंशा रखती है तो पाकिस्तान की सेना और अन्य संस्थाएं उनके मकसद को कामयाब नहीं होने देगी।' इस मौके पर अन्य लोगों ने भी बंटवारे के समय मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी।
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भारत को टक्कर?
बता दें कि इसी साल मार्च में बीएसएफ ने अटारी-वाघा जॉइंट चेक पोस्ट के नजदीक देश का सबसे ऊंचा तिरंगा झंडा फहराया था। 360 फीट ऊंचे (करीब 110 मीटर) इस तिरंगे को अमृतसर के साथ-साथ लाहौर से भी देखा जा सकता है। इस तिरंगे के खंभे का वजन 5,500 किलोग्राम है और इसे 3.5 करोड़ की लागत से 3 महीने में बनाया गया। यह दुनिया का 10वां सबसे ऊंचा झंडा भी है।
पाकिस्तान ने अपने 70वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर अटारी-वाघा बॉर्डर पर अपने इतिहास का सबसे बड़ा झंडा फहराया है। पाकिस्तानी आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा ने यह झंडा रविवार रात 12 बजे फहराया। यह झंडा पूरे दक्षिण एशिया में सबसे ऊंचा बताया जा रहा है और दुनिया भर में इसे 8वां सबसे ऊंचा झंडा बताया जा रहा है।
पाकिस्तान में बना यह झंडा 400 फीट ऊंचा है। इसका आकार 120 फीट चौड़ा और 80 फीट लंबा है। इस मौके पर आर्मी चीफ बाजवा ने कहा, 'कुछ 77 साल पहले, पाकिस्तान रेजॉलूशन इसी शहर (लाहौर) में पास हुआ था। पाकिस्तान रमजान के 27वें दिन अस्तित्व में आया था। आज, देश कानून और संविधान के रास्ते पर अग्रसर है। सभी संस्थाएं अपना काम अच्छे से कर रही हैं। हम पाकिस्तान को जिन्ना और अल्लामा इकबाल का देश बनाएंगे।'
बाजवा ने आगे कहा, 'हमने बहुत से बलिदान दिए हैं। हम अपने शहीदों को कभी नहीं भूलेंगे। हम पाकिस्तान में हर आतंकवादी को फांसी पर लटकाएंगे। मैं अपने दुश्मनों को बताना चाहता हूं, वे चाहे पूर्व के हों या पश्चिम के, आपकी गोलियां खत्म हो जाएंगी लेकिन हमारे जवानों की छातियां नहीं।'
पाकिस्तान के अंदरुनी और बाहरी खतरों को लेकर बाजवा ने कहा, 'मैं भरोसा दिलाता हूं कि मैं आपको कभी झुकने नहीं दूंगा। अगर कोई ताकत पाकिस्तान को कमजोर करने की मंशा रखती है तो पाकिस्तान की सेना और अन्य संस्थाएं उनके मकसद को कामयाब नहीं होने देगी।' इस मौके पर अन्य लोगों ने भी बंटवारे के समय मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी।
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बता दें कि इसी साल मार्च में बीएसएफ ने अटारी-वाघा जॉइंट चेक पोस्ट के नजदीक देश का सबसे ऊंचा तिरंगा झंडा फहराया था। 360 फीट ऊंचे (करीब 110 मीटर) इस तिरंगे को अमृतसर के साथ-साथ लाहौर से भी देखा जा सकता है। इस तिरंगे के खंभे का वजन 5,500 किलोग्राम है और इसे 3.5 करोड़ की लागत से 3 महीने में बनाया गया। यह दुनिया का 10वां सबसे ऊंचा झंडा भी है।