एजेंसी, कराची
पाकिस्तान में अल्पसंख्यक समुदाय के एक सांसद ने कहा है कि सिंध की सरकार अगर हाल में पारित हुए अल्पसंख्यक बिल को निरस्त करती है तो देश अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अलग-थलग पड़ जाएगा। इस बिल में मुस्लिम बहुल देश में जबरन धर्मांतरण को अपराध करार देने का प्रावधान है। पाकिस्तान हिंदू काउंसिल के मुख्य संरक्षक और सत्तारूढ़ पीएमएल (एन) पार्टी से नैशनल असेंबली के सदस्य रमेश कुमार वांकवानी ने सिंध सरकार द्वारा सिंध आपराधिक कानून अल्पसंख्यक सुरक्षा बिल, 2015 के संशोधन या इसे निरस्त किए जाने से जुड़ी खबरों पर चिंता जाहिर की।
अंग्रेजी अखाबर 'डॉन' में सोमवार को प्रकाशित एक खबर के मुताबिक, वांकवानी ने चेताया है कि अगर कट्टरपंथी धार्मिक दलों के दबाव में बिल को निरस्त किया गया तो इससे गैर-मुसलमानों में असुरक्षा की भावना और बढ़ेगी। बिल को निरस्त किए जाने की स्थिति में पाकिस्तान अलग-थलग पड़ सकता है क्योंकि बिल नाबालिग हिंदू लड़कियों को अगवा किए जाने और जबरन धर्मांतरण की बढ़ती घटनाओं से निपटने में कारगर साबित हो सकता है।
वांकवानी ने रविवार को बयान जारी कर कहा कि वह गहरे अध्ययन या उपदेश से प्रभावित होकर धर्म बदलने के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन उनकी चिंता जबरन धर्म परिवर्तन से जुड़ी हुई है।
पाकिस्तान में अल्पसंख्यक समुदाय के एक सांसद ने कहा है कि सिंध की सरकार अगर हाल में पारित हुए अल्पसंख्यक बिल को निरस्त करती है तो देश अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अलग-थलग पड़ जाएगा। इस बिल में मुस्लिम बहुल देश में जबरन धर्मांतरण को अपराध करार देने का प्रावधान है। पाकिस्तान हिंदू काउंसिल के मुख्य संरक्षक और सत्तारूढ़ पीएमएल (एन) पार्टी से नैशनल असेंबली के सदस्य रमेश कुमार वांकवानी ने सिंध सरकार द्वारा सिंध आपराधिक कानून अल्पसंख्यक सुरक्षा बिल, 2015 के संशोधन या इसे निरस्त किए जाने से जुड़ी खबरों पर चिंता जाहिर की।
अंग्रेजी अखाबर 'डॉन' में सोमवार को प्रकाशित एक खबर के मुताबिक, वांकवानी ने चेताया है कि अगर कट्टरपंथी धार्मिक दलों के दबाव में बिल को निरस्त किया गया तो इससे गैर-मुसलमानों में असुरक्षा की भावना और बढ़ेगी। बिल को निरस्त किए जाने की स्थिति में पाकिस्तान अलग-थलग पड़ सकता है क्योंकि बिल नाबालिग हिंदू लड़कियों को अगवा किए जाने और जबरन धर्मांतरण की बढ़ती घटनाओं से निपटने में कारगर साबित हो सकता है।
वांकवानी ने रविवार को बयान जारी कर कहा कि वह गहरे अध्ययन या उपदेश से प्रभावित होकर धर्म बदलने के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन उनकी चिंता जबरन धर्म परिवर्तन से जुड़ी हुई है।