नई दिल्ली
भूकंप कब और कहां आएगा, इसकी भविष्यवाणी के लिए वैज्ञानिक भले ही कोई तरीका ईजाद ना कर पाए हों, लेकिन आतंकियों की मददगार के रूप में पहचान रखने वाली पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ने ऐसे ही एक दावे से खुद को हंसी का पात्र बना लिया है। आईएसआई का एक कथित सरकारी सर्कुलर इन दिनों पाक में ट्विटर पर वायरल हो रहा है, जिसमें एजेंसी ने भूकंप आने की चेतावनी जारी की है। इस सर्कुलर को लेकर लोग उसकी हंसा उड़ा रहे हैं और पूछ रहे हैं कि क्या आईएसआई को भूकंप की निगरानी का अतिरिक्त टास्क भी मिल गया है?
पाकिस्तान के भूकंप पुनर्निर्माण एवं पुनर्वास प्राधिकरण के रीहैबिलिटेशन विंग के एक दस्तावेज में यह दावा किया गया है कि उसे आईएसआई के डायरेक्टर जनरल से भूकंप की चेतावनी मिली है। आईएसआई की ओर से जारी इन्फर्मेशन रिपोर्ट में एशियाई क्षेत्र में अधिक तीव्रता वाले भूकंप की आशंका जताई गई है।
अमेरिका में पाकिस्तान के पूर्व राजदूत हुसैन हक्कानी की ओर से इस रिपोर्ट को ट्विटर पर पोस्ट किया गया है। इसके बाद से ही लोग इंटेलिजेंस एजेंसी और भूकंप के बीच संबंध को लेकर टिप्पणी कर रहे हैं। एक ट्विटर यूजर ने लिखा कि शायद आईएसआई किसी फेक न्यूज के जाल में फंस गई और उसने ऐसा सर्कुलर जारी कर दिया। इसके अलावा एक अन्य यूजर ने एजेंसी पर लादेन का ठिकाना पता लगाने में असफल रहने को लेकर निशाना साधा।
भूकंप कब और कहां आएगा, इसकी भविष्यवाणी के लिए वैज्ञानिक भले ही कोई तरीका ईजाद ना कर पाए हों, लेकिन आतंकियों की मददगार के रूप में पहचान रखने वाली पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ने ऐसे ही एक दावे से खुद को हंसी का पात्र बना लिया है। आईएसआई का एक कथित सरकारी सर्कुलर इन दिनों पाक में ट्विटर पर वायरल हो रहा है, जिसमें एजेंसी ने भूकंप आने की चेतावनी जारी की है। इस सर्कुलर को लेकर लोग उसकी हंसा उड़ा रहे हैं और पूछ रहे हैं कि क्या आईएसआई को भूकंप की निगरानी का अतिरिक्त टास्क भी मिल गया है?
पाकिस्तान के भूकंप पुनर्निर्माण एवं पुनर्वास प्राधिकरण के रीहैबिलिटेशन विंग के एक दस्तावेज में यह दावा किया गया है कि उसे आईएसआई के डायरेक्टर जनरल से भूकंप की चेतावनी मिली है। आईएसआई की ओर से जारी इन्फर्मेशन रिपोर्ट में एशियाई क्षेत्र में अधिक तीव्रता वाले भूकंप की आशंका जताई गई है।
अमेरिका में पाकिस्तान के पूर्व राजदूत हुसैन हक्कानी की ओर से इस रिपोर्ट को ट्विटर पर पोस्ट किया गया है। इसके बाद से ही लोग इंटेलिजेंस एजेंसी और भूकंप के बीच संबंध को लेकर टिप्पणी कर रहे हैं। एक ट्विटर यूजर ने लिखा कि शायद आईएसआई किसी फेक न्यूज के जाल में फंस गई और उसने ऐसा सर्कुलर जारी कर दिया। इसके अलावा एक अन्य यूजर ने एजेंसी पर लादेन का ठिकाना पता लगाने में असफल रहने को लेकर निशाना साधा।