इस्लामबाद, चार जून (एपी) मुस्लिम-यहूदी संबंधों में सुधार के लिए समर्पित एक अमेरिकी गैर-सरकारी संगठन ने शुक्रवार को पाकिस्तान के एक सरकारी टेलीविजन चैनल से अनुरोध किया कि वह पिछले महीने एक अंतरधार्मिक समूह के साथ इजराइल यात्रा पर जाने के बाद बर्खास्त किए गए अपने प्रस्तोता को दोबारा नौकरी पर रखे।
पाकिस्तान टेलीविजन कॉरपोरेशन (पीटीवी) के प्रस्तोता (एंकर) अहमद कुरैशी उस 15 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल में शामिल थे, जिसने इजराइल पहुंचकर वहां के राष्ट्रपति इसाक हरजोक से मुलाकात की थी। इसके बाद चैनल ने उन्हें बर्खास्त कर दिया था।
प्रतिनिधमंडल में शामिल अधिकतर सदस्य अमेरिका में रह रहे पाकिस्तानी प्रवासी थे। इस यात्रा की पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान समेत देश में कई लोगों ने कड़ी निंदा की थी। इजराइल-फलस्तीन संघर्ष के कारण मुस्लिम बहुल पाकिस्तान के इजराइल के साथ कोई राजनयिक संबंध नहीं हैं।
अमेरिकी गैर-सरकारी संगठन ‘मुखायरिक इनिशिएटिव’ की प्रबंध निदेशक एली कोहानिम ने शुक्रवार को कहा कि कुरैशी को ‘‘पत्रकार के रूप में केवल अपना काम करने के लिए राजनीतिक एजेंडे का शिकार’’ बनाया गया।
कोहानिम ने ‘द एसोसिएटेड प्रेस’ (एपी) से कहा कि इमरान के आलोचना करने के बाद ‘‘कुरैशी को जान से मारने की धमकियां मिलने लगीं’’, जबकि वह ‘‘जमीनी हकीकत पता करने और मुद्दों को खुद समझने के लिए एक अच्छे पत्रकार के तौर पर केवल अपना काम कर रहे थे।’’
कुरैशी ने बाद में शुक्रवार को ‘एपी’ को भेजे एक संदेश में दोहराया कि उनकी यात्रा ‘‘निजी व्यक्तियों द्वारा की गई यात्रा थी, जिसका पाकिस्तान और उसकी नीतियों से कोई संबंध नहीं है। इस यात्रा को उन्होंने पाकिस्तान और क्षेत्र में काम करने वाले एक स्वतंत्र पत्रकार के रूप में कवर किया था।’’
कुरैशी ने कहा, ‘‘यात्रा को लेकर अस्थायी राजनीतिक लाभ उठाने के लिए किसी राजनीतिक दल द्वारा इसका राजनीतिकरण करना दुर्भाग्यपूर्ण है।’’
एपी सिम्मी पारुल
पारुल