हवाई
किन्हीं दो चीजों के बीच भारी अंतर को ‘दिन और रात’ का फर्क कहा जाता है लेकिन वैज्ञानिकों ने धरती से 35 प्रकाशवर्ष दूर ऐसे ग्रह की खोज की है जहां दिन और रात एक ही जैसे लगते हैं। बृहस्पति से भी 6 गुना विशाल यह ग्रह Coconuts-2b एक लाल बौने सितारे का चक्कर काट रहा है। सितारे से इसकी दूरी 900 अरब किलोमीटर है। यह धरती और सूरज के बीच की दूरी का 6000 गुना है।
इस ग्रह की कक्षा इतनी चौड़ी है और जिस सितारे का यह चक्कर काट रहा है उसका तापमान इतना कम है, कि दिन भी रात जैसा ही दिखता है और सितारा सिर्फ एक चमकीली लाल रोशनी जैसा दिखता है। Coconuts-2b और Coconut-2 सिस्टम को यूनिवर्सिटी ऑफ हवाई के इंस्टिट्यूट ऑफ ऐस्ट्रॉनमी में ग्रैजुएट स्टूडेंट झॉजियान झान्ग ने क्लासिफाई किया था।
Gliese 486b: ऐस्ट्रोनॉमर्स को मिली नई चट्टानी 'सुपर-अर्थ', इस उबलते ग्रह पर मिलेंगे एलियन जीवन के निशान?
हमारे सौर मंडल से अलग
Coconuts-2b को सबसे पहले साल 2011 में Wide-field Infrared Survey Explorer (WISE) सैटलाइट ने खोजा था लेकिन तब तक यह नहीं पता था कि यह किसी सितारे का चक्कर भी काट रहा है। झान्ग का कहना है कि इतने विशाल ग्रह का इतनी चौड़ी कक्षा में एक ठंडे सितारे का चक्कर काटना, हमारे सौर मंडल से बहुत अलग है।
अडवांस्ड एलियंस का घर हो सकते हैं ये खास ग्रह? सितारे का चक्कर लगाते हुए धरती की तरह हो झुकाव
क्यों मुश्किल होती है स्टडी
Coconuts-2b दूसरा सबसे ठंडा exoplanet है। इसका तापमान 160 डिग्री सेल्सियस है और सिर्फ इन्फ्रारेड लाइट के जरिए इसे डिटेक्ट किया जा सकता है। झान्ग के थीसिस अडवाइजर का कहना है कि किसी सितारे का चक्कर काट रहे गैस के ग्रह से लाइट को डिटेक्ट या स्टडी करना मुश्किल होता है क्योंकि कक्षा बहुत बड़ी नहीं होती है। इसलिए वे रोशनी में खो जाते हैं।
अपनी चौड़ी कक्षा के कारण Coconuts-2b को स्टडी करना बेहद फायदेमंद हो सकता है। इससे युवा गैस के ग्रह के वायुमंडल और बनावट को समझने में मदद मिलेगी।
किन्हीं दो चीजों के बीच भारी अंतर को ‘दिन और रात’ का फर्क कहा जाता है लेकिन वैज्ञानिकों ने धरती से 35 प्रकाशवर्ष दूर ऐसे ग्रह की खोज की है जहां दिन और रात एक ही जैसे लगते हैं। बृहस्पति से भी 6 गुना विशाल यह ग्रह Coconuts-2b एक लाल बौने सितारे का चक्कर काट रहा है। सितारे से इसकी दूरी 900 अरब किलोमीटर है। यह धरती और सूरज के बीच की दूरी का 6000 गुना है।
इस ग्रह की कक्षा इतनी चौड़ी है और जिस सितारे का यह चक्कर काट रहा है उसका तापमान इतना कम है, कि दिन भी रात जैसा ही दिखता है और सितारा सिर्फ एक चमकीली लाल रोशनी जैसा दिखता है। Coconuts-2b और Coconut-2 सिस्टम को यूनिवर्सिटी ऑफ हवाई के इंस्टिट्यूट ऑफ ऐस्ट्रॉनमी में ग्रैजुएट स्टूडेंट झॉजियान झान्ग ने क्लासिफाई किया था।
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Coconuts-2b को सबसे पहले साल 2011 में Wide-field Infrared Survey Explorer (WISE) सैटलाइट ने खोजा था लेकिन तब तक यह नहीं पता था कि यह किसी सितारे का चक्कर भी काट रहा है। झान्ग का कहना है कि इतने विशाल ग्रह का इतनी चौड़ी कक्षा में एक ठंडे सितारे का चक्कर काटना, हमारे सौर मंडल से बहुत अलग है।
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Coconuts-2b दूसरा सबसे ठंडा exoplanet है। इसका तापमान 160 डिग्री सेल्सियस है और सिर्फ इन्फ्रारेड लाइट के जरिए इसे डिटेक्ट किया जा सकता है। झान्ग के थीसिस अडवाइजर का कहना है कि किसी सितारे का चक्कर काट रहे गैस के ग्रह से लाइट को डिटेक्ट या स्टडी करना मुश्किल होता है क्योंकि कक्षा बहुत बड़ी नहीं होती है। इसलिए वे रोशनी में खो जाते हैं।
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