ऐपशहर

'हिटलर मरा नहीं था, पनडुब्बी से भाग कर अर्जेंटीना चला गया था', नाजी U-बोट के मलबे से पैदा हुई अजोबीगरीब थ्योरी

Nazi U Boat: अर्जेंटीना के करीब समुद्र में एक नाजी पनडुब्बी का मलबा मिला है। 260 फीट के इस मलबे को हिटलर से जोड़ कर देखा जा रहा है। कहा जा रहा है कि हिटलर इससे भाग कर अर्जेंटीना आया था। इस पनडुब्बी को बाद में नष्ट कर दिया गया।

Curated byयोगेंद्र मिश्रा | नवभारतटाइम्स.कॉम 23 Sep 2022, 11:27 am
ब्यूनस आयर्स: दक्षिण अमेरिकी देश अर्जेंटीना के तटीय इलाके में नाज़ी पनडुब्बी का टुकड़ा मिला है। पानी के नीचे मिले इस मलबे को खोजने वाले शख्स का कहना है कि ये वही पनडुब्बी है, जिसने हिटलर को भागने में मदद की थी। ये मलबा 260 फीट का है, जिसे मिसिंग लिंक रिसर्च ग्रुप के सदस्यों के क्वेक्वेन के पास पाया गया था। ग्रुप लीडर अबेल बस्ती का मानना है कि हिटलर की मौत नहीं हुई थी और इस नाज़ी जहाज के जरिए हिटलर जर्मनी से भाग गया था। जर्मनी से निकल कर वह कहीं और एक नया जीवन जी रहा था।
नवभारतटाइम्स.कॉम nazi u boat
नाजी पनडुब्बी से जुड़ा मलबा। (Credit- Pen News)


अर्जेंटीना की नौसेना ने गोताखोरों ने मलबे का दौरा किया है और उन्होंने इसकी पहली तस्वीर जारी की है। 66 साल के बस्ती एक पत्रकार और लेखक हैं। उन्होंने कहा, 'मेरी परिकल्पना है कि हिटलर अर्जेंटीना भाग गया था। ये पनडुब्बी वही है, जिसके जरिए हिटलर युद्ध के अंत में भाग निकला था।' पनडुब्बी के मलबे को लेकर उनका मानना है कि ये 1945 की सर्दियों में चुपके से पहुंची है।
उड़ान भरते ही विमान से निकलने लगे अंगारे, हलक में अटकी यात्रियों की जान, देखें VIDEO
जानबूझ कर डुबोई गई पनडुब्बी
बस्ती का कहना है कि पनडुब्बी को जानबूझ कर डुबोया गया है। ऐसा करने का कारण किसी भी तरह के निशानों को खत्म करना था। बस्ती का मानना है कि हिटलर को क्वेक्वेन के उत्तर में मोरोमार में जर्मन एजेंटों द्वारा बनाए गए एक इलाके में ले जाया गया था। 1945 में यू-बोट U-530 ने अर्जेंटीना में आत्मसमर्पण कर दिया था, तब इस बात की जानकारी हुई थी कि इसके जरिए नाजी सेना के बड़े अधिकारियों को लाया ले जाया जा रहा है। ज्यादातर लोगों को मानना है कि अप्रैल 1945 में हिटलर ने खुद को बर्लिन में मारा डाला था। हालांकि कुछ का मानना है कि वह जर्मनी से भाग गया था।
अमेरिकी टीवी एंकर के हिजाब न पहनने पर भड़के ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी, इंटरव्यू देने से किया मना
अर्जेंटीना में भागे नाजीद्वित्तीय विश्वयुद्ध में जब जर्मनी की हार होने लगी तो कई नाजी यूरोप छोड़ कर भाग गए। इसे रैटलाइन भी कहा जाता है। माना जाता है कि जर्मनी से भागने वाले नाजियों ने गुप्त मार्ग से लैटिन अमेरिका में शरण ली। साइमन वीसेन्थल इंस्टीट्यूट ने 2020 में उन दस्तावेजों को पब्लिश किया, जिसमें अर्जेंटीना भागने वाले 12,000 नाजियों का विवरण था।
लेखक के बारे में
योगेंद्र मिश्रा
नवभारत टाइम्स में डिजिटल कंटेंट प्रोड्यूसर योगेंद्र मिश्र ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन किया है। इन्हें डिजिटल पत्रकारिता में लगभग 5 साल का अनुभव है। न्यूज नेशन, टीवी 9 भारतवर्ष से होते हुए वह अब नवभारत टाइम्स में अपना सफर जारी रखे हुए हैं। देश विदेश और साइंस से जुड़ी खबरों में इन्हें खास रुचि है।... और पढ़ें

अगला लेख

Worldकी ताजा खबरें, ब्रेकिंग न्यूज, अनकही और सच्ची कहानियां, सिर्फ खबरें नहीं उसका विश्लेषण भी। इन सब की जानकारी, सबसे पहले और सबसे सटीक हिंदी में देश के सबसे लोकप्रिय, सबसे भरोसेमंद Hindi Newsडिजिटल प्लेटफ़ॉर्म नवभारत टाइम्स पर
ट्रेंडिंग