जेफ बेजोस का लक्ष्य मंगल ग्रह पर इंसान को बसाना
सूत्रों के मुताबिक अभी तक बेजोस ब्लू ओरिजिन को हफ्ते में केवल एक ही दिन देते थे और वर्ष 2021 के तीसरे पखवाड़े में ऐमजॉन से हटने के बाद वह अपना ज्यादा से ज्यादा समय ब्लू ओरिजिन को दे सकते हैं। अभी तक न तो बेजोस और न ही ब्लू ओरिजिन ने इस योजना की पुष्टि की है। बेजोस ने एक समय में अपनी स्पेस फ्लाइट कंपनी को 'सबसे महत्वपूर्ण काम' बताया था। इस काम को पूरा करने के लिए बेजोस वर्ष 2016 से हर साल 1 अरब डॉलर अपने इस महत्वाकांक्षी प्रॉजेक्ट पर लगा रहे हैं। बेजोस की योजना एलन मस्क की तरह से ही सोलर सिस्टम में इंसानों को बसाना है। जेफ बेजोस ने वर्ष 2018 में खुलासा किया था कि अंतरिक्ष में यात्रा करने के लिए हर व्यक्ति को दो से तीन लाख डॉलर देना होगा। हालांकि अभी तक बेजोस ने इस अंतरिक्ष की यात्रा के लिए टिकट देना शुरू नहीं किया है। हालांकि बेजोस की कंपनी ने कहा है कि उसका अंतिम लक्ष्य मंगल ग्रह पर इंसान को बसाना है।
अंतरिक्ष में तेज होगी एलन मस्क और जेफ बेजोस की जंग
जेफ बेजोस के इस ड्रीम प्रॉजेक्ट से अंतरिक्ष में एलन मस्क के साथ उनकी जंग तेज होने के आसार हैं। एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स के विपरीत बेजोस की कंपनी ब्लू ओरिजिन ने अभी तक किसी इंसान को अंतरिक्ष में नहीं भेजा है। हालांकि ब्लू ओरिजिन बहुत तेजी से इस दिशा में काम कर रही है। जनवरी महीने में ही ब्लू ओरिजिन ने 18 मीटर लंबे रॉकेट न्यू शेपर्ड को अंतरिक्ष में लॉन्च किया और उसे सफलतापूर्वक धरती पर लैंड कराया। फोर्ब्स की रिपोर्ट के मुताबिक इस लॉन्च के जरिए बेजोस ने दुनिया को बताया कि ब्लू ओरिजिन कभी भी व्यवसायिक उड़ान शुरू कर सकती है। यही नहीं ब्लू ओरिजिन नासा के नए लूनर लैंडर के लिए एलन मस्क की कंपनी से मुकाबला कर रही है। इस साल जनवरी में ही एलन मस्क ने बेजोस को पछाड़ते हुए दुनिया के सबसे रईस होने का खिताब अपने नाम किया था। मस्क के पास करीब 185 अरब डॉलर की संपत्ति है।
सैटलाइट के ऑरबिट को लेकर मस्क और बेजोस आमने-सामने
एलन मस्क और जेफ बेजोस दोनों ही बड़ी संख्या में सैटलाइट को लॉन्च करना चाहते हैं। इन सैटलाइट की 'फौज' की मदद से दोनों ही दिग्गज उद्योगपति धरती पर इंटरनेट की सप्लाई करेंगे। अंतरिक्ष की इस महत्वकांक्षी परियोजना को लेकर धरती पर संग्राम छिड़ गया है। एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स ने हाल ही में अमेरिका के फेडरल कम्युनिकेशन कमिशन से अनुमति मांगी है कि उनके स्टारलिंक सैटलाइट को पहले की योजना के विपरीत अंतरिक्ष के निचले कक्षा में आपरेट करने की अनुमति दी जाए। उधर, दूसरी ओर ऐमजॉन के मालिक जेफ बेजोस ने कहा कि एलन मस्क की कंपनी को अनुमति देने से उनके कूइपर सैटलाइट में हस्तक्षेप और टक्कर का खतरा पैदा हो जाएगा। ऐमजॉन के सैटलाइट भी अंतरिक्ष से इंटरनेट सेवा देने के लिए डिजाइन किए गए हैं। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक यह विवाद अब दुनिया के सामने आ गया है जिसमें दुनिया के दो दिग्गज उद्योगपति शामिल हैं और अंतरिक्ष के अपने सपने को पूरा करना चाहते हैं।
धरती के बाद अब अंतरिक्ष में बजा एलन मस्क का डंका
स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क अब धरती का चक्कर काट रहे एक चौथाई उपग्रहों के मालिक हैं। पिछले दो साल में मस्क की कंपनी ने एक दर्जन से ज्यादा Starlink मिशन भेजे हैं। कक्षा में कुल Starlink के कुल करीब 1000 सैटलाइट हैं। सैटलाइट ट्रैकर सेलेसट्रैक के मुताबिक धरती की कक्षा में 946 स्टारलिंक सैटलाइट हैं जो कुल ऐक्टिव सैटलाइट का 27.3 प्रतिशत है। इस मिशन को Starlink17 नाम दिया गया है जो Space X के बड़े प्लान का लेटेस्ट हिस्सा है। इसके तहत कंपनी 40 हजार सैटलाइट भेजना चाहती है जिससे हाई-स्पीड इंटरनेट तैयार किया जा सके। Space X के पास अगले कुछ साल में 12000 स्टारलिंक सैटलाइट भेजने की इजाजत है। वहीं, 40 हजार सैटलाइट का सिस्टम तैयार करने के लिए उसे संयुक्त राष्ट्र के इंटरनैशनल टेलिकम्यूनिकेशन यूनियन से इजाजत की उम्मीद है।